कुफ़री: Difference between revisions
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Revision as of 13:45, 9 April 2012
कुफ़री
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विवरण | कुफ़री एक ख़ूबसूरत हिल स्टेशन है, जो ट्रेकिंग और हाइकिंग के लिए दूर-दूर तक मशहूर है। एडवेंचर लर्वस के लिए यह महत्त्वपूर्ण जगहों में से एक है। |
राज्य | हिमाचल प्रदेश |
ज़िला | शिमला |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर- 31°06, पूर्व- 77°15 |
मार्ग स्थिति | कुफ़री शिमला से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। |
कैसे पहुँचें | हवाई जहाज़, रेल, बस आदि |
हवाई अड्डा | जुब्बारहट्टी हवाई अड्डा |
रेलवे स्टेशन | शिमला रेलवे स्टेशन |
यातायात | टैक्सी और बस |
क्या देखें | म्हासु पीक, हिमालय नेचर पार्क और इंडिया टूरिस्ट पार्क |
कहाँ ठहरें | रिसोर्ट |
चित्र:Map-icon.gif | गूगल मानचित्र |
क्या करें | स्कीइंग, ट्रेकिंग और हाइकिंग |
अन्य जानकारी | 1893 में बने क्रिकट ग्राउंड को विश्व के सबसे ऊँचे क्रिकट पिच और पोलो ग्राउंड के रूप में जाना जाता है। |
अद्यतन | 17:19, 11 दिसम्बर 2011 (IST)
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कुफ़री हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक ख़ूबसूरत हिल स्टेशन है, जो ट्रेकिंग और हाइकिंग के लिए दूर-दूर तक मशहूर है। एडवेंचर लर्वस के लिए यह महत्त्वपूर्ण जगहों में से एक है।
- स्कीइंग के शौकीन लोग सर्दियों में कुफ़री जा सकते हैं क्योंकि इस मौसम में स्नोफॉल होने से पहाड़ों पर बर्फ़ की सफ़ेद चादर बिछ जाती है।
- कुफ़री के हिमालय नेचर पार्क और इंडिया टूरिस्ट पार्क में पहाड़ों के विलक्षण जानवरों और पक्षियों को निहारा जा सकता है।
- कुफ़री के चिड़ियाघर में पक्षियों और जानवरों को क़रीब से देख सकते हैं।
- इंदिरा पार्क में याक पर सवारी कर सकते हैं, यहीं पिट्ठू की सवारी भी की जा सकती है। यहाँ से म्हासु पीक देखने लायक़ है, जहाँ जंगलों से होकर रास्ता जाता है। किसी साफ दिन में यहाँ से बद्रीनाथ और केदारनाथ की पहाड़ियों के दर्शन किए जा सकते हैं। ऊँचाई पर जाने पर सेब के बागान दिखते हैं।
- कुफ़री से ख़ूबसूरत घुमावदार रास्ता चैल तक जाता है। राजगढ़, साध, टिबा और पंधेवा नामक तीन हिल्स पर टिका चैल प्रकृति का अनुपम उपहार है।
- सिद्ध बाबा के मंदिर में सिर झुकाए बिना कोई यहाँ से नहीं जाता। यहाँ के महाराज ने इस ख़ूबसूरत मंदिर का निर्माण करवाया था।
- चैल वाइल्डलाइफ सैंचुरी में घोरल, कक्कर, सांभर, लाल जंगली लोमड़ी जैसे जानवर देखे जा सकते हैं। यहीं पर खलीज और चीर जैसे अनोखे पक्षियों को भी उड़ते देख सकते हैं।
- 1893 में बने क्रिकट ग्राउंड को विश्व के सबसे ऊँचे क्रिकट पिच और पोलो ग्राउंड के रूप में जाना जाता है।
- फिशिंग के प्रेमी यहाँ से क़रीब 29 किलोमीटर दूर गौरा के पास गिरि नदी में इसका लुत्फ उठाते हैं।
- कंडाघाट और चैल के बीच साधु पुल घुमने आए लोगों के लिए पिकनिक स्पॉट जैसा है।
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