User:रविन्द्र प्रसाद/2: Difference between revisions
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||[[चित्र:Bacteria.jpg|right|100px|जीवाणु]]'जीवाणु' एक एककोशिकीय जीव है। इसका आकार कुछ मिमी | ||[[चित्र:Bacteria.jpg|right|100px|जीवाणु]]'जीवाणु' एक एककोशिकीय जीव है। इसका आकार कुछ मिमी तक ही होता है। इनकी आकृति गोल या मुक्त-चक्राकार से लेकर छङा, आदि आकार की हो सकती है। पहले जीवाणुओं को पौधा माना जाता था, परंतु अब उनका वर्गीकरण प्रोकैरियोट्स के रूप में होता है। दूसरे जन्तु कोशिकों तथा यूकैरियोट्स की भांति जीवाणु कोष में पूर्ण विकसित केन्द्रक का सर्वथा अभाव होता है, जबकि दोहरी झिल्ली युक्त कोशिकांग यदा कदा ही पाए जाते हैं। पारंपरिक रूप से [[जीवाणु]] शब्द का प्रयोग सभी सजीवों के लिए होता था, परंतु यह वैज्ञानिक वर्गीकरण [[1990]] ई. में हुए एक खोज के बाद बदल गया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[जीवाणु]] | ||
{निम्न में से कौन-सा [[जल]] सबसे अधिक शुद्ध है? | {निम्न में से कौन-सा [[जल]] सबसे अधिक शुद्ध है? | ||
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-[[कुआँ|कुऐं]] का जल | -[[कुआँ|कुऐं]] का जल | ||
{' | {'वीनस के फूलों का गुलदस्ता' जो [[जापान]] में भेंट किया जाता है- | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-ल्यूको सोलीनिया | -ल्यूको सोलीनिया | ||
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-तालाब | -तालाब | ||
+[[समुद्र]] | +[[समुद्र]] | ||
||[[चित्र:Arabian-Sea-3.jpg|right|120px|अरब सागर, केरल]]'सागर' या 'समुद्र' खारे पानी का विशाल | ||[[चित्र:Arabian-Sea-3.jpg|right|120px|अरब सागर, केरल]]'सागर' या 'समुद्र' खारे पानी का विशाल क्षेत्र होता है, जो [[पृथ्वी]] का ज़्यादातर हिस्सा ढके हुए है। यह महासागरों का हिस्सा होते हैं, जैसे- [[हिंद महासागर]], [[अरब सागर]] आदि। भारतीय उपमहाद्वीप को घेरे हुए नीले पानी में यात्रा करना स्मरणीय अनुभव होता है। अधिकांश तटीय राज्यों में नियमित सरकारी जहाज़ उपलब्ध हैं। समुद्री यात्रा का उपयोग अधिकांशत: अरब सागर में [[लक्षद्वीप]] पहुँचने और [[बंगाल की खाड़ी]] में [[अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह]] पहुँचने में किया जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[समुद्र]] | ||
{भारतीय [[मोर]] का वैज्ञानिक नाम क्या है? | {भारतीय [[मोर]] का वैज्ञानिक नाम क्या है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -पैवो म्यूटिकस | ||
- | -पैवो कॉनजेनेसिस | ||
+पैवो क्रिस्टेटस | +पैवो क्रिस्टेटस | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
Line 83: | Line 83: | ||
-इन्हें नाइट्रोजन नहीं मिल पाती। | -इन्हें नाइट्रोजन नहीं मिल पाती। | ||
-ये महान दबाव के अंतर्गत होते हैं। | -ये महान दबाव के अंतर्गत होते हैं। | ||
-इन्हें प्रकाश नहीं मिल पाता है। | -इन्हें [[प्रकाश]] नहीं मिल पाता है। | ||
{तालाबों और [[कुआँ|कुओं]] में किस एक को छोड़ने से मच्छरों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है? | {तालाबों और [[कुआँ|कुओं]] में किस एक को छोड़ने से मच्छरों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-केकड़ा | -[[केकड़ा]] | ||
-डॉगफ़िश | -डॉगफ़िश | ||
+गैंबुसिया | +गैंबुसिया |
Revision as of 09:10, 1 June 2012
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