उपधा परीक्षण

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 05:55, 21 April 2018 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs) (''''उपधा परीक्षण''' मौर्य काल का शासन प्रबंध|मौर्यकाल...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

उपधा परीक्षण मौर्यकालीन शासन प्रबंध में चलने वाली एक क्रिया थी, जिसके द्वारा मुख्यमंत्री तथा पुरोहित आदि का चुनाव किया जाता था।

  • राजा द्वारा मुख्यमंत्री तथा पुरोहित का चुनाव उनके चरित्र की भली-भाँति जाँच के बाद किया जाता था। इस क्रिया को 'उपधा परीक्षण' कहा गया है (उपधा शुद्धम्)। ये मंत्री एक प्रकार से अंतरंग मंत्रिमंडल के सदस्य थे। राज्य के सभी कार्यों पर इस अंतरंग मंत्रिमंडल में विचार-विमर्श होता था और उनके निर्णय के पश्चात् ही कार्यारम्भ होता था।


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः