Difference between revisions of "मकर"

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[[चित्र:Varuna.jpg|thumb|मकर पर बैठे [[वरुण देवता|वरुण देव]]]]
 
[[चित्र:Varuna.jpg|thumb|मकर पर बैठे [[वरुण देवता|वरुण देव]]]]
'''मकर''' हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार एक मिथक चरित्र है जो देवी [[गंगा]] और [[वरुण देवता|वरुण]] का वाहन है। यह प्रेम और वासना के [[हिन्दू]] [[देवता]] [[कामदेव]] का प्रतीक चिह्न भी है और उनके ध्वज जिसे कर्कध्वज कहा जाता है यह अत्यंत कामुक प्राणी है, इसलिए कामदेव की ध्वजा पर 'काम' के प्रतीक के रूप में मकर का चिह्न होता है। स्थापत्य, [[मूर्तिकला]] में शृंगार भाव की अभिव्यक्ति के लिए मकर का चिह्न अंकित होता है।  
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'''मकर''' हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार एक मिथक चरित्र है जो देवी [[गंगा]] और [[वरुण देवता|वरुण]] का वाहन है। यह प्रेम और वासना के [[हिन्दू]] [[देवता]] [[कामदेव]] का प्रतीक चिह्न भी है और उनके ध्वज जिसे कर्कध्वज कहा जाता है यह अत्यंत कामुक प्राणी है, इसलिए कामदेव की ध्वजा पर 'काम' के प्रतीक के रूप में मकर का चिह्न होता है। स्थापत्य, [[मूर्तिकला]] में श्रृंगार भाव की अभिव्यक्ति के लिए मकर का चिह्न अंकित होता है।  
 
==मान्यताएँ एवं कथाएँ==
 
==मान्यताएँ एवं कथाएँ==
 
परंपरागत रूप से मकर को एक जलीय प्राणी माना जाता है, और कुछ पारंपरिक कथाओं मे इसे [[मगरमच्छ]] से जोड़ा गया है, जबकि कुछ अन्य कथाओं मे इसे एक सूंस (डॉल्फिन) माना गया है। कुछ स्थानों पर इसका चित्रण एक ऐसे जीव के रूप मे किया गया है जिसका शरीर तो मीन का है किंतु सिर एक गज का। पारंपरिक रूप से मकर जल से संबंधित जीव है, वह जल जो अस्तित्व और प्रजनन का स्रोत है।
 
परंपरागत रूप से मकर को एक जलीय प्राणी माना जाता है, और कुछ पारंपरिक कथाओं मे इसे [[मगरमच्छ]] से जोड़ा गया है, जबकि कुछ अन्य कथाओं मे इसे एक सूंस (डॉल्फिन) माना गया है। कुछ स्थानों पर इसका चित्रण एक ऐसे जीव के रूप मे किया गया है जिसका शरीर तो मीन का है किंतु सिर एक गज का। पारंपरिक रूप से मकर जल से संबंधित जीव है, वह जल जो अस्तित्व और प्रजनन का स्रोत है।
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==सम्बंधित लेख==
 
==सम्बंधित लेख==
 
{{भारतीय संस्कृति के प्रतीक}}
 
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[[Category:हिन्दू धर्म]] [[Category:हिन्दू धर्म कोश]]  
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[[Category:हिन्दू धर्म]] [[Category:हिन्दू धर्म कोश]][[Category:धर्म कोश]]  
 
[[Category:पौराणिक कोश]]
 
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[[Category:धार्मिक चिह्न]]
 
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Latest revision as of 08:52, 17 July 2017

chitr:Disamb2.jpg makar ek bahuvikalpi shabd hai any arthoan ke lie dekhean:- makar (bahuvikalpi)

[[chitr:Varuna.jpg|thumb|makar par baithe varun dev]] makar hiandoo pauranik kathaoan ke anusar ek mithak charitr hai jo devi ganga aur varun ka vahan hai. yah prem aur vasana ke hindoo devata kamadev ka pratik chihn bhi hai aur unake dhvaj jise karkadhvaj kaha jata hai yah atyant kamuk prani hai, isalie kamadev ki dhvaja par 'kam' ke pratik ke roop mean makar ka chihn hota hai. sthapaty, moortikala mean shrriangar bhav ki abhivyakti ke lie makar ka chihn aankit hota hai.

manyataean evan kathaean

paranparagat roop se makar ko ek jaliy prani mana jata hai, aur kuchh paranparik kathaoan me ise magaramachchh se jo da gaya hai, jabaki kuchh any kathaoan me ise ek sooans (d aaulphin) mana gaya hai. kuchh sthanoan par isaka chitran ek aise jiv ke roop me kiya gaya hai jisaka sharir to min ka hai kiantu sir ek gaj ka. paranparik roop se makar jal se sanbandhit jiv hai, vah jal jo astitv aur prajanan ka srot hai.



panne ki pragati avastha
adhar
prarambhik
madhyamik
poornata
shodh

tika tippani aur sandarbh

sambandhit lekh