Difference between revisions of "हिन्दी सामान्य ज्ञान 6"
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
Line 8: | Line 8: | ||
| | | | ||
<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
+ | {खड़ीबोली का अरबी-फ़ारसीमय रूप है? | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | - [[फ़ारसी भाषा]] | ||
+ | - [[अरबी भाषा]] | ||
+ | + [[उर्दू भाषा]] | ||
+ | - अदालती भाषा | ||
+ | || [[उर्दू भाषा]] भारतीय-आर्य भाषा है, जो भारतीय संघ की 18 राष्ट्रीय भाषाओं में से एक व [[पाकिस्तान]] की राष्ट्रभाषा है। हालाँकि यह [[फ़ारसी भाषा|फ़ारसी]] और [[अरबी भाषा|अरबी]] से प्रभावित है, लेकिन यह [[हिन्दी भाषा|हिन्दी]] के निकट है और इसकी उत्पत्ति और विकास भारतीय उपमहाद्वीप में ही हुआ है। दोनों भाषाएँ एक ही भारतीय आधार से उत्पन्न हुई हैं। हिन्दी के लिए [[देवनागरी लिपि|देवनागरी]] का उपयोग होता है और उर्दू के लिए फ़ारसी-अरबी लिपि प्रयुक्त होती है, जिसे आवश्यकतानुसार स्थानीय रूप में परिवर्तित कर लिया गया है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[उर्दू भाषा]] | ||
− | { | + | {[[हिन्दी भाषा]] का पहला समाचार-पत्र 'उदंत मार्तण्ड' किस सन में प्रकाशित हुआ था? |
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | - | + | - 1821 |
− | - | + | + 1826 |
− | - | + | - 1828 |
− | + | - 1830 | |
− | { | + | {हिन्दी के किस समाचार-पत्र में 'खड़ीबोली' को 'मध्यदेशीय भाषा' कहा गया है? |
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | - | + | + बनारस अखबार |
− | + | - सुधाकर | |
− | - | + | - बुद्धिप्रकाश |
− | - | + | - उदंत मार्तण्ड |
− | { | + | {'गाथा' (गाहा) कहने से किस लोक प्रचलित काव्यभाषा का बोध होता है? |
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | + | + | - [[पालि भाषा|पालि]] |
− | - | + | + [[प्राकृत]] |
− | - | + | - [[अपभ्रंश भाषा|अपभ्रंश]] |
− | - | + | - [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] |
+ | || प्राकृत भाषा भारतीय आर्यभाषा का एक प्राचीन रूप है। इसके प्रयोग का समय 500 ई.पू. से 1000 ई. सन तक माना जाता है। धार्मिक कारणों से जब [[संस्कृत]] का महत्व कम होने लगा तो प्राकृत भाषा अधिक व्यवहार में आने लगी। इसके चार रूप विशेषत: उल्लेखनीय हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[प्राकृत|प्राकृत भाषा]] | ||
− | { | + | {सिद्धों की उद्धृत रचनाओं की काव्य भाषा है? |
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | + | + देशभाषा मिश्रित अपभ्रंश अर्थात् पुरानी हिन्दी | |
− | - | + | - [[प्राकृत भाषा]] |
− | - | + | - अवहट्ठ भाषा |
− | + | - [[पालि भाषा]] | |
− | { | + | {अपभ्रंश भाषा के प्रथम व्याकरणाचार्य थे? |
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | + | - [[पाणिनि]] | |
− | - | + | - [[कात्यायन]] |
− | + | + [[हेमचन्द्र]] | |
− | - | + | - [[पतंजलि]] |
− | { | + | {[[देवनागरी लिपि]] का विकास किस लिपि से हुआ है? |
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | - | + | - [[खरोष्ठी लिपि]] |
− | + | + | - कुटिल लिपि |
− | - | + | + [[ब्राह्मी लिपि]] |
− | -[[ | + | - गुप्तकाल की लिपि |
+ | ||[[चित्र:Devnagari-Lipi.jpg|150px|right|अशोक की ब्राह्मी लिपि के अक्षर]] प्राचीन ब्राह्मी लिपि के उत्कृष्ट उदाहरण सम्राट [[अशोक]] (असोक) द्वारा ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी में बनवाये गये शिलालेखों के रूप में अनेक स्थानों पर मिलते हैं। नये अनुसंधानों के आधार पर 6 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के लेख भी मिले हैं। ब्राह्मी भी [[खरोष्ठी]] की तरह ही पूरे [[एशिया]] में फैली हुई थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[ब्राह्मी लिपि]] | ||
{द्रविड़ भाषाओं में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है? | {द्रविड़ भाषाओं में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है? | ||
Line 58: | Line 67: | ||
-[[आर्य]] | -[[आर्य]] | ||
||तेलुगु भाषा द्रविड़ परिवार की भाषा और भारत के [[आन्ध्र प्रदेश]] राज्य की सरकारी भाषा है। तेलुगु की सात भिन्न क्षेत्रीय बोलियाँ तथा तीन सामाजिक बोलियाँ ब्राह्मण, अब्राह्मण और हरिजन हैं। औपचारिक या साहित्यिक भाषा बोलियों से भिन्न है। इस स्थिति को जनद्विभाषिता कहा जाता है। अन्य द्रविड़ भाषाओं की भाँति तेलुगु में भी कई मूर्धन्य व्यंजन हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तेलुगु भाषा]] | ||तेलुगु भाषा द्रविड़ परिवार की भाषा और भारत के [[आन्ध्र प्रदेश]] राज्य की सरकारी भाषा है। तेलुगु की सात भिन्न क्षेत्रीय बोलियाँ तथा तीन सामाजिक बोलियाँ ब्राह्मण, अब्राह्मण और हरिजन हैं। औपचारिक या साहित्यिक भाषा बोलियों से भिन्न है। इस स्थिति को जनद्विभाषिता कहा जाता है। अन्य द्रविड़ भाषाओं की भाँति तेलुगु में भी कई मूर्धन्य व्यंजन हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तेलुगु भाषा]] | ||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
− | |||
{किस भाषा को द्रविड़ परिवार की सभी भाषाओं की जननी कहा जाता है? | {किस भाषा को द्रविड़ परिवार की सभी भाषाओं की जननी कहा जाता है? | ||
Line 186: | Line 188: | ||
||[[चित्र:Hazari Prasad Dwivedi.JPG|डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी |150px|right]] डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी [[हिन्दी]] के शीर्षस्थानीय साहित्यकारों में से हैं। वे उच्चकोटि के निबन्धकार, उपन्यास लेखक, आलोचक, चिन्तक तथा शोधकर्ता हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[हजारी प्रसाद द्विवेदी]] | ||[[चित्र:Hazari Prasad Dwivedi.JPG|डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी |150px|right]] डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी [[हिन्दी]] के शीर्षस्थानीय साहित्यकारों में से हैं। वे उच्चकोटि के निबन्धकार, उपन्यास लेखक, आलोचक, चिन्तक तथा शोधकर्ता हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[हजारी प्रसाद द्विवेदी]] | ||
− | { | + | {'वही मनुष्य है जो मनुष्य के लिए मरे' के रचयिता हैं? |
|type="()"} | |type="()"} | ||
− | - | + | -जगदीश गुप्त |
− | - | + | -बाल मुकुन्द |
− | + | -सियाराम शरण | |
− | - | + | +[[मैथिलीशरण गुप्त]] |
− | |||
</quiz> | </quiz> | ||
|} | |} |
Revision as of 06:10, 28 February 2011
samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan
panne par jaean
is samany jnan prashnottari mean kul 15 prashn haian. ise hal karane ke uparaant panne ke niche ki or "parinam dekhean" par klik karean aur uttaroan ka milan karean sath hi arjit aank bhi dekhean. |
|
panne par jaean
samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan