कलई खुलना
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
कलई खुलना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- भेद या रहस्य खुलना, भंडा फूटना।
प्रयोग- उन्हें सबसे विषम वेदना यही थी कि मेरे मनोभावो की कलई खुल गई। (प्रेमचंद)
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज