चढ़ती उमर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search

चढ़ती उमर एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- वह अवस्था जिसमें कोई यौवन में प्रवेश कर रहा हो।

प्रयोग- एक तो वह भिखमंगी सी दिखती थी, और दूसरे वह चढ़ती उमर की थी, इसलिए उसके पास बैठने में संकोच हुआ। (श्रवण कुमार)

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः