फ़तेहसागर झील, उदयपुर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(Redirected from Fateh Sagar Lake)
Jump to navigation Jump to search
फ़तेहसागर झील, उदयपुर
नाम फ़तेहसागर झील
देश भारत
राज्य राजस्थान
नगर/ज़िला उदयपुर
निर्देशांक उत्तर - 24.6°; पूर्व - 73.67°
अधिकतम लंबाई 2.4 किमी (लगभग)
अधिकतम गहराई 13.4 मीटर (लगभग)
अधिकतम चौड़ाई 1.6 किमी (लगभग)
गूगल मानचित्र गूगल मानचित्र
निर्माता राणा फ़तहसिंह
अद्यतन‎

फ़तेहसागर झील (अंग्रेज़ी: Fateh Sagar Lake) उदयपुर, राजस्थान में स्थित एक सुंदर झील है। इसका निर्माण महाराणा फ़तेहसिंह द्वारा करवाया गया था। पिछोला झील से यह झील जुड़ी हुई है। यह पिछोला झील से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नाशपाती के आकार की यह एक ख़ूबसूरत और कृत्रिम झील है। फ़तेहसागर झील उदयपुर की चार प्रसिद्ध झीलों में से है, जिसे शहर का गौरव माना जाता है।

  • राजस्थान के उदयपुर ज़िले में स्थित इस मीठे पानी की झील का निर्माण मेवाड़ के शासक जयसिंह ने 1678 ई. में करवाया था।
  • कुछ वर्षों बाद यह झील अतिवृष्टि होने के कारण नष्ट हो गई। तब इसका पुर्निमाण 1889 में महाराजा फ़तेहसिंह ने करवाया तथा इसकी आधार शिला 'ड्यूक आॅफ़ कनाॅट' द्वारा रखी गई थी, जो महारानी विक्टोरिया के पुत्र थे। अतः इस झील को फ़तेहसागर झील कहा गया।
  • 'पिछोला झील' और 'रंग सागर झील' से फ़तह सागर झील एक नहर के द्वारा जुड़ी हुई है।
  • अपने सुंदर नीले पानी और हरे-भरे परिवेश की वजह से इस झील को 'दूसरा कश्मीर' के रूप में जाना जाता है।
  • इस झील में टापू है, जिस पर नेहरू उद्यान बना हुआ है। झील में शोर वैद्यशाला भी बनी है।
  • फ़तेहसागर झील में अहमदाबाद संस्थान ने 1975 में भारत की पहली सौर वैद्यशाला स्थापित की थी।
  • इसी झील के समीप बेल्जियम निर्मित टेलिस्कोप की स्थापना सूर्य और उसकी गतिविधियों के अध्ययन के लिए की गई।
  • फ़तेहसागर झील से उदयपुर को पेय जल की आपूर्ति की जाती है।
  • उदयपुर के देवाली नामक गांव में स्थित होने के कारण इसे 'देवाली तालाब' भी कहा जाता है।
  • 'रामप्रताप पैलेस' फ़तेहसागर झील के तट पर ही स्थित है।
  • यात्री स्थानीय बस सेवा, टैक्सियों, ऑटो रिक्शा और ताँगा द्वारा यहाँ तक पहुँच सकते हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

वीथिका

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः