Difference between revisions of "इतिहास सामान्य ज्ञान 9"

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
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-[[मदुरा]]
 
-[[मदुरा]]
 
-उपर्युक्त में से कोई नहीं
 
-उपर्युक्त में से कोई नहीं
 
{[[सातवाहन|सातवाहनों]] ने आरम्भिक दिनों में अपना शासन कहाँ से शुरू किया?
 
|type="()"}
 
+[[महाराष्ट्र]]
 
-[[सौराष्ट्र]]
 
-[[काँची]]
 
-[[आन्ध्र प्रदेश]]
 
||[[चित्र:Ajanta-Caves-1.jpg|right|100px|भित्ती चित्र, औरंगाबाद, महाराष्ट्र]]'महाराष्ट्र' प्राचीन सोलह [[महाजनपद|महाजनपदों]] में [[अश्मक महाजनपद|अश्मक]] या अस्सक का स्थान आधुनिक [[अहमदनगर]] के आस-पास का माना जाता है। सम्राट [[अशोक के शिलालेख]] भी [[मुंबई]] के निकट पाए गए हैं। [[महाराष्ट्र]] के पहले प्रसिद्ध शासक [[सातवाहन]] (ई.पू. 230 से 225 ई.) थे, जो महाराष्ट्र राज्य के संस्‍थापक थे। उन्‍होंने अपने पीछे बहुत से साहित्यिक, कलात्‍मक तथा पुरातात्विक प्रमाण छोड़े हैं। उनके शासनकाल में मानव जीवन के हर क्षेत्र में भरपूर प्रगति हुई।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-:[[महाराष्ट्र]]
 
 
{[[सातवाहन वंश]] का संस्थापक कौन था?
 
|type="()"}
 
-[[महेन्द्र सातकर्णि]]
 
-[[वशिष्ठीपुत्र पुलुमावी|पुलुमावी]]
 
+[[सिमुक]]
 
-[[गौतमीपुत्र सातकर्णि]]
 
||[[पुराण|पुराणों]] के अनुसार [[सिमुक]] ने [[कण्व वंश]] के अन्तिम राजा सुशर्मा का वध कर दिया और [[मगध]] के राजसिंहासन पर अपना अधिकार स्थापित कर लिया। इसमें तो सन्देह नहीं कि [[सातवाहन वंश]] के अन्यतम राजा ने कण्व वंश का अन्त कर मगध को अपने साम्राज्य के अंतर्गत किया था। सातवाहन वंश के अनेक प्रतापी सम्राटों ने विदेशी [[शक]] आक्रान्ताओं के विरुद्ध भी अनुपम सफलता प्राप्त की।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-:[[सिमुक]]
 
 
{[[अशोक]] द्वारा निर्मित [[सांची]] के [[स्तूप]] का आकार किस वंश के शासकों ने दुगुना करवाया?
 
|type="()"}
 
-[[कण्व वंश|कण्व]]
 
-[[सातवाहन वंश|सातवाहन]]
 
+[[शुंग वंश|शुंग]]
 
-[[कुषाण वंश|कुषाण]]
 
||[[मौर्य वंश]] का अंतिम शासक [[बृहद्रथ मौर्य|बृहद्रथ]] था। बृहद्रथ को उसके [[ब्राह्मण]] सेनापति [[पुष्यमित्र शुंग]] ने ई. पूर्व 185 में मार दिया और इस प्रकार मौर्य वंश का अंत हो गया। पुष्यमित्र ने [[अश्वमेध यज्ञ]] किया था। पुष्यमित्र ने सिंहासन पर बैठकर [[मगध]] पर [[शुंग वंश]] के शासन का आरम्भ किया। शुंग वंश का शासन सम्भवतः ई.पू. 185 ई. से ई.पू. 100 तक दृढ़ बना रहा।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-:[[शुंग वंश]]
 
 
{[[भारत]] में सबसे पहले किस वंश के शासकों ने [[सोना|सोने]] के सिक्के जारी किये?
 
|type="()"}
 
-पार्थियन
 
-[[कुषाण वंश|कुषाण]]
 
-[[शक]]
 
+हिन्द-यवन
 
 
{सर्वप्रथम [[भारत]] में विशुद्ध [[संस्कृत भाषा]] में लम्बा [[अभिलेख]] किस राजा द्वारा जारी किया गया?
 
|type="()"}
 
-[[यवन]] राजा [[मिलिंद (मिनांडर)|मिनाण्डर]] द्वारा
 
-[[पहलव]] राजा गोन्दोफिर्नस द्वारा
 
+[[शक]] राजा [[रुद्रदामन]] द्वारा
 
-[[कुषाण]] राजा [[कनिष्क]] द्वारा
 
||रुद्रदामन 'कार्दमक वंशी' [[चष्टन]] का पौत्र था, जिसे [[चष्टन]] के बाद गद्दी पर बैठाया गया था। यह इस वंश का सर्वाधिक योग्य शासक था। [[रुद्रदामन]] कुशल राजनीतिज्ञ के अतिरिक्त प्रजापालक, [[संगीत]] एवं तर्कशास्त्र के क्षेत्र का विद्वान था। इसके समय में [[संस्कृत साहित्य]] का बहुत विकास हुआ था। रुद्रदामन ने सबसे पहले विशुद्ध [[संस्कृत भाषा]] में लम्बा [[अभिलेख]] जारी किया। उसके समय में [[उज्जयिनी]] शिक्षा का प्रमुख केन्द्र थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें-:[[रुद्रदामन]]
 
 
</quiz>
 
</quiz>
 
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Revision as of 12:04, 12 August 2016

samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan


  1. REDIRECTsaancha:nilais vishay se sanbandhit lekh padhean:-
  2. REDIRECTsaancha:nila band itihas praangan, itihas kosh, aitihasik sthan kosh

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1 prasiddh das rajaoan ka yuddh (dasharaj yuddh) kis nadi ke tat par l da gaya?

ganga
brahmaputr
kaveri
parushni

2 mauryakalin gufaoan mean sarvadhik prachin gufa nimn mean se kis paha di par hai?

nagarjun paha di
nilagiri paha di
barabar paha di
rajagir paha di

3 nimn mean se kis granth mean shoodroan ke lie 'ary' shabd ka prayog hua hai?

arthashastr
mudrarakshas
panini ka ashtadhyayi
brihatkathamanjari

4 bhoomidan ka pratham ullekh kab mila?

mauryoan ke samay mean
shuangoan ke samay mean
satavahanoan ke samay mean
guptoan ke samay mean

5 vashishthiputr pulumavi ne dvitiy sadi ke madhy mean satavahan rajy ki rajadhani kise banaya?

aurangabad
pratishthan
madura
uparyukt mean se koee nahian

panne par jaean
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samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan