आँखों में धूल झोंकना: Difference between revisions
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
सपना वर्मा (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}" to "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}}") |
||
Line 13: | Line 13: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | {{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}} | ||
[[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]] | [[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]] | ||
[[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]] | [[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]] | ||
[[Category:साहित्य कोश]] | [[Category:साहित्य कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 12:05, 20 April 2018
आँखों में धूल झोंकना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- इस प्रकार किसी को भ्रमित करना कि उसे भ्रमित होने वाले को सहसा पता न चले।
प्रयोग-
- शासन और समाज की आँखों में धूल झोंकने की प्रवीणता लोगों ने पहले ही प्राप्त कर ली थी। - (अखंड ज्योति)
- देखिए आप सारी दुनिया को धोखा सदे सकते है पंरतु एक अनुभवी डाक्टर की आँखों में धूल नही झोंक सकते।- (कन्हैयालाल कपूर)
- समझ बैठी हो कि पर्दे के पीछे नाटक खेल लिया, तो सबकी आँखों में धूल झोंक ली। - (अजित पुष्कल)
- तुम एक पाकिटमार लड़की हो आज तक तुम मेरी आँखों में धूल झोंकती रही हो। - (गुलशन नंदा)