कहावत लोकोक्ति मुहावरे-अं: Difference between revisions
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!कहावत लोकोक्ति मुहावरे | ! style="width:30%"| कहावत लोकोक्ति मुहावरे | ||
!अर्थ | ! style="width:70%"| अर्थ | ||
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1- आँख का अंधा नाम नैन सुख। | 1- आँख का अंधा नाम नैन सुख। | ||
| | | अर्थ - नाम के अनुसार गुण न होना । | ||
अर्थ - नाम के अनुसार गुण न होना । | |||
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|2- आंक से कोदो, नीम जवा। | |2- आंक से कोदो, नीम जवा। गाड़र गेहूं बेर चना।। | ||
गाड़र गेहूं बेर चना।। | | अर्थ - यदि मदार खूब फूलता है तो कोदो की फ़सल अच्छी है। नीम के पेड़ में अधिक फूल-फल लगते है तो जौ की फ़सल, यदि गाड़र (एक घास जिसे खस भी कहते हैं) की वृद्धि होती है तो गेहूं, बेर और चने की फ़सल अच्छी होती है। | ||
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अर्थ - यदि मदार खूब फूलता है तो कोदो की | |||
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|3- आँख आना। | |3- आँख आना। | ||
| | | अर्थ - आँख दुखना। | ||
अर्थ - आँख दुखना। | |||
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|4- आँख | |4- [[आँख उठना]]। | ||
| | | अर्थ - सामने ताकना, किसी पर ध्यान या नजर जाना। | ||
अर्थ - सामने | |||
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|5- आँख उठाकर न | |5- [[आँख उठाकर न देखना]]। | ||
| | | अर्थ - तिरस्कार करना, पूरी तरह से उपेक्षा करना। | ||
अर्थ - तिरस्कार करना। | |||
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|6- आँख का काँटा। | |6- आँख का काँटा। | ||
| | | अर्थ - शत्रु। | ||
अर्थ - शत्रु। | |||
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|7- आँख का काजल। | |7- आँख का काजल। | ||
| | | अर्थ - अत्यन्त प्रिय। | ||
अर्थ - अत्यन्त प्रिय। | |||
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|8- आँख का तारा। | |8- आँख का तारा। | ||
| | | अर्थ - बहुत प्यारा। | ||
अर्थ - बहुत प्यारा। | |||
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|9- आँख खुलना। | |9- आँख खुलना। | ||
| | | अर्थ - सावधान होना, भ्रम दूर होना। | ||
अर्थ - सावधान होना, भ्रम दूर होना। | |||
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|10- आँख | |10- [[आँख मारना]]। | ||
| | | अर्थ - आँख से इशारा करना। | ||
अर्थ - इशारा करना। | |||
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|11- आँख रखना। | |11- आँख रखना। | ||
| | | अर्थ - निगरानी करना। | ||
अर्थ - निगरानी करना। | |||
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|12- आँख | |12- [[आँख लगना]]। | ||
| | | अर्थ - इच्छा होना, झपकी आना, रास्ता देखना, प्रतीक्षा करना। | ||
अर्थ - झपकी | |||
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|13- आँखें चार होना। | |13- आँखें चार होना। | ||
| | | अर्थ - आमने-सामने होना। | ||
अर्थ - आमने-सामने होना। | |||
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|14- आँखें तरेरना। | |14- आँखें तरेरना। | ||
| | | अर्थ - क्रोध से देखना। | ||
अर्थ - क्रोध से देखना। | |||
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|15- | |15- [[आँख नीची कर लेना]]। | ||
| | | अर्थ - लज्जित होना या ऐसी स्थिति में ला देना कि कोई लज्जा, संकोच आदि के कारण स्वाभिमान-पूर्वक किसी की ओर न देख सके। | ||
अर्थ - लज्जित | |||
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|16- आँखें पथरा जाना। | |16- आँखें पथरा जाना। | ||
| | | अर्थ - थक जाना। | ||
अर्थ - थक जाना। | |||
|- | |- | ||
|17- आँखें फेर लेना। | |17- आँखें फेर लेना। | ||
| | | अर्थ - प्रतिकूल होना। | ||
अर्थ - प्रतिकूल होना। | |||
|- | |- | ||
|18- आँखें बिछाना। | |18- आँखें बिछाना। | ||
| | | अर्थ - प्रेम से स्वागत करना। | ||
अर्थ - प्रेम से स्वागत करना। | |||
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|19- आँखें मूँदना। | |19- आँखें मूँदना। | ||
| | | अर्थ - मर जाना। | ||
अर्थ - मर जाना। | |||
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|20- आँखों का काजल चुराना। | |20- आँखों का काजल चुराना। | ||
| | | अर्थ - गहरी चोरी कर लेना। | ||
अर्थ - गहरी चोरी कर लेना। | |||
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|21- आँखों का पानी ढलना। | |21- आँखों का पानी ढलना। | ||
| | | अर्थ - निर्लज्ज होना। | ||
अर्थ - निर्लज्ज होना। | |||
|- | |- | ||
|22- आँखों पर चर्बी चढ़ना। | |22- आँखों पर चर्बी चढ़ना। | ||
| | | अर्थ - अहंकार से ध्यान तक न देना। | ||
अर्थ - अहंकार से ध्यान तक न देना। | |||
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|23- आँखों में | |23- आँखों में ख़ून उतरना। | ||
| | | अर्थ - ग़ुस्से से आँखें लाल हो जाना। | ||
अर्थ - | |||
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|24- आँखों में गड़ जाना। | |24- आँखों में गड़ जाना। | ||
| | |अर्थ - पाने की इच्छा होना, बुरा लगना। | ||
अर्थ - पाने की इच्छा होना, बुरा लगना। | |||
|- | |- | ||
|25- आँखों में धूल झोंकना। | |25- आँखों में धूल झोंकना। | ||
| | | अर्थ - धोखा देना। | ||
अर्थ - धोखा देना। | |||
|- | |- | ||
|26- आँखों में सरसों फूलना। | |26- आँखों में सरसों फूलना। | ||
| | | अर्थ - विवेक न होना। | ||
अर्थ - विवेक न होना। | |||
|- | |- | ||
|27- आँखों से गिरना। | |27- आँखों से गिरना। | ||
| | | अर्थ - आदर भाव घट जाना। | ||
अर्थ - आदर भाव घट जाना। | |||
|- | |- | ||
|28- आँच न आने देना। | |28- आँच न आने देना। | ||
| | | अर्थ - ज़रा सा भी कष्ट नहीं आने देना। | ||
अर्थ - ज़रा सा भी कष्ट नहीं आने देना। | |||
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|29- आँचल पकड़ना। | |29- आँचल पकड़ना। | ||
| | | अर्थ - सहारा लेना। | ||
अर्थ - सहारा लेना। | |||
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|30- | |30- [[अंचल पसारना]]। | ||
| | | अर्थ - याचना करना। | ||
अर्थ - याचना करना। | |||
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|31- आँधी के आम। | |31- आँधी के आम। | ||
| | | अर्थ - सस्ती चीज़ें। | ||
अर्थ - सस्ती चीज़ें। | |||
|- | |- | ||
|32- आँसू पीकर रह जाना। | |32- आँसू पीकर रह जाना। | ||
| | | अर्थ - भीतर ही भीतर रोकर चुप कर जाना। | ||
अर्थ - भीतर ही भीतर रोकर चुप कर जाना। | |||
|- | |- | ||
|33- आँसू पोंछना। | |33- आँसू पोंछना। | ||
| | | अर्थ - ढाढ़स बँधाना। | ||
अर्थ - ढाढ़स बँधाना। | |||
|- | |- | ||
|34- अंकुश न मानना। | |34- अंकुश न मानना। | ||
| | | अर्थ - ढिठाई करना। | ||
अर्थ - ढिठाई करना। | |||
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|35- अंग-अंग खिल उठना। | |35- अंग-अंग खिल उठना। | ||
| | | अर्थ - प्रसन्न हो जाना । | ||
अर्थ - प्रसन्न हो जाना । | |||
|- | |- | ||
|36- अंग-अंग फूले न समाना। | |36- अंग-अंग फूले न समाना। | ||
| अर्थ - बहुत आनंदित होना। | |||
|- | |||
|37- अंग टूटना। | |||
| अर्थ - थकावट से शरीर में दर्द होना। | |||
|- | |||
|38- अंग लगना। | |||
| अर्थ - ताक़त देना। | |||
|- | |||
|39- अंगार उगलना। | |||
| अर्थ - क्रोध में बुरा-भला कहना। | |||
|- | |||
|40- अंगार / अंगारे बरसना। | |||
| अर्थ - कड़ी धूप होना। | |||
|- | |||
|41- [[अंगारों पर पैर रखना]]। | |||
| अर्थ - जोखिम मोल लेना, बहुत बड़े जोखिम का काम करना। | |||
|- | |||
|42- [[अंगारों पर लोटना]]। | |||
| अर्थ - रोष और डाह के मारे कुढ़ना, क्रोध से अभिभूत होने के कारण बहुत अधिक कष्ट अनुभूत करना। | |||
|- | |||
|43- [[अँगूठा दिखाना]]। | |||
| अर्थ - समय पर इंकार कर देना; कुछ न देने से साफ इन्कार कर जाना। | |||
|- | |||
|44- अँगूठी का नगीना। | |||
| अर्थ - सजीला और सुन्दर दूल्हा। | |||
|- | |||
|45- अँगूठे पर मारना। | |||
| अर्थ - परवाह न करना। | |||
|- | |||
|46- [[अंगूर खट्टे होना]] | |||
| अर्थ - प्राप्त न हो सकने पर उस वस्तु को रद्दी बताना। | |||
|- | |||
|47- [[अंजर पंजर ढीले होना]] | |||
| अर्थ - (पिटाई, यात्रा, श्रम आदि के कारण) शारीरिक अंगों और जोड़ो का शिथिल हो जाना। | |||
|- | |||
|48- अंटा चित्त करना। | |||
| अर्थ - पछाड़ देना। | |||
|- | |||
|49- [[अंटी मारना]]। | |||
| अर्थ - अर्थ - जुए के खेल में (अपनी हार को जीत में बदलने के लिए) बेईमानी से उँगलियों में कौड़ी छिपाना। | |||
|- | |||
|50- अंडा फूट जाना। | |||
| अर्थ - भेद खुल जाना। | |||
|- | |||
|51- अंडे सेना | |||
| अर्थ - घर में बेकार बैठे रहना। | |||
|- | |||
|52- [[अंत पाना|अंत पाना / लेना।]] | |||
| अर्थ - भेद जानना। | |||
|- | |||
|53- अंत बिगाड़ना। | |||
| अर्थ - परिणाम ख़राब कर लेना। | |||
|- | |||
|54- अँतडियाँ कुलबुलाना। | |||
| अर्थ - बहुत भूख लगना। | |||
|- | |||
|55- अँतडियाँ गले पड़ना। | |||
| अर्थ - संकट में पड़ना। | |||
|- | |||
|56- अँतडियों में बल पड़ना। | |||
| अर्थ - पेट में दर्द होना । | |||
|- | |||
|57- अंदर होना। | |||
|अर्थ - जेल में बंद होना। | |||
|- | |||
|58- अंधाधुंध लुटाना। | |||
| अर्थ - बहुत अपव्यय करना। | |||
|- | |||
|59- अंधा बनाना। | |||
|अर्थ - मूर्ख बनाकर धोखा देना। | |||
|- | |||
|60- अंधे की लकड़ी/लाठी | |||
|अर्थ - एकमात्र सहारा। | |||
|- | |||
|61- [[अंधे के हाथ बटेर लगना]]। | |||
|अर्थ - अर्थ - बिना प्रयास बड़ी चीज पा लेना, निगुणी को कोई अमूल्य वस्तु अनायास प्राप्त होना। | |||
|- | |||
|62- [[अँधेर-खाता]]। | |||
|अर्थ - अन्याय, अव्यवस्था, घपला, गड़बड़ी। | |||
|- | |||
|63- [[अंधेर नगरी]]। | |||
|अर्थ - जहाँ धाँधली हो। | |||
|- | |||
|64- [[अँधेरे घर का उजाला]]। | |||
|अर्थ - इकलौता बेटा। | |||
|- | |||
|65- [[अँधेरे में रखना]]। | |||
|अर्थ - वस्तु-स्थिति या तथ्यों से अवगत या परिचित न कराना, भेद रखना। | |||
|- | |||
|66- अँधों में काना राजा। | |||
|अर्थ - अयोग्य के बीच कम योग्यता प्राप्त भी सम्मान पाता है। | |||
|- | |||
|67- अंक भरना/लगाना। | |||
|अर्थ - गले लगाना। | |||
|- | |||
|68- [[अंडा ढीला होना]] | |||
|अर्थ - कठोर श्रम से थकावट आना। | |||
|- | |||
|69- [[अंतड़ियों में बल पड़ना]] | |||
|अर्थ - हँसते-हँसते पेट में दर्द होने लगना। | |||
|- | |||
|70- [[अंतड़ियों के बल खोलना]] | |||
|अर्थ - भूखे व्यक्ति का छककर भोजन करना। | |||
|- | |||
|71- [[अंगूर तड़कना]] | |||
|अर्थ - घाव पर बनी हुई मांस की झिल्ली का फट जाना। | |||
|- | |||
|72- [[अंतड़ियाँ जलना]] | |||
|अर्थ - मारे भूख के बेचैन होना। | |||
|- | |||
|73- [[अँगूठे पर मारना]] | |||
|अर्थ - (किसी को ) उपेक्ष्य समझना। | |||
|- | |||
|74- [[अँगूठी का नगीना]] | |||
|अर्थ - सद तथा श्रेष्ठ गुणो से संपत्र व्यक्ति। | |||
|- | |||
|75- [[अँगूठा छाप]] | |||
|अर्थ - दस्तखत न कर सकने के कारण अँगूठे की छाप लगानेवाला, निरक्षर। | |||
|- | |||
|76- [[अंतिम साँसें लेना]] | |||
|अर्थ - अंत या समाप्ति के बिल्कुल समीप होना। | |||
|- | |||
|77- [[अंतिम घड़ी आना]] | |||
|अर्थ - मृत्यु का समय आना। | |||
|- | |||
|78- [[अंतिम घड़ियाँ गिनना]] | |||
|अर्थ - अंत या समाप्ति के निकट होना। | |||
|- | |||
|79- [[अंतर न समझना]] | |||
|अर्थ - भेदभाव की दृष्टि से न देखना। | |||
|- | |||
|80- [[अंगारों से खेलना]] | |||
|अर्थ - दुस्साहसपूर्ण कार्य करने के लिए उतारु होना। | |||
|- | |||
|81- [[अंगारों पर चलना]] | |||
|अर्थ - बहुत बड़े जोखिम का काम करना। | |||
|- | |||
|82- [[अंगार बरसाना]] | |||
|अर्थ - क्रोध प्रकट करना। | |||
|- | |||
|83- [[अंगड़ाई लेना]] | |||
|अर्थ - गतिमान होना | |||
|- | |||
|84- [[अँगूठा चूसना]] | |||
|अर्थ - बालकों का-सा आचरण करना, बचकानी हरकत करना। | |||
|- | |||
|85- [[अँधेरी कोठरी]] | |||
|अर्थ - पेट | |||
|- | |||
|86- [[अँधेर मचाना]] | |||
|अर्थ - मनमाना विशेषत: अनुचित आचरण करना। | |||
|- | |||
|87- [[अंधे के आगे रोना]] | |||
|किसी ऐसे आदमी को अपनी दुख-गाथा सुनाना जो कुछ न कर सकता हो। | |||
|- | |||
|88- [[अँगूठा चूमना]] | |||
|अर्थ - चापलूसी या खुशामद करना। | |||
|- | |||
|89- [[अंडा सरक जाना]] | |||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - क्षीण तथा दुर्बल फलत: असमर्थ हो जाना। | ||
|- | |- | ||
| | |90- [[अंडे की तरह सेना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - बचा और छिपाकर रखना। | ||
|- | |- | ||
| | |91- [[अंत करना|अंत करना/ कर देना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - समाप्त या उन्मूलित कर देना। | ||
|- | |- | ||
| | |92- [[अंत बनना|अंत बनना/बन जाना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - अंतिम समय अच्छी तरह बीतना। | ||
|- | |- | ||
| | |93- [[अंत सुधारना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - हिंदू कर्मकांड के अनुसार मृतक का संस्कार सुचारु रूप से होना। | ||
|- | |- | ||
| | |94- [[अंत होना|अंत होना/हो जाना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - मर, मिट या नष्ट हो जाना। | ||
|- | |- | ||
| | |95- [[अंतकाल होना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - इंतकाल होना, मरना। | ||
|- | |- | ||
| | |96-अंग ढकना | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - (अपने) गुप्तांग छिपाना। | ||
|- | |- | ||
| | |97-[[अंग छूकर कहना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - (किसी आत्मीय व्यक्ति का) कोई अंग (विशेषत: हाथ या मस्तक) छूकर (अर्थात् सशपथ) कुछ कहना। | ||
|- | |- | ||
| | |98-[[ अंग उभरना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - वक्षस्थल का उभरना। | ||
|- | |- | ||
| | |99-अंग-अंग तोड़ना | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - अंगड़ाई लेना। | ||
|- | |- | ||
| | |100- अंग-अंग टूटना | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - शरीर के सभी जोड़ों में दर्द होना। | ||
|- | |- | ||
| | |101-[[अंग-अंग खिल जाना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - अंग-अंग खिल उठना, पूरे शरीर से प्रसन्नता व्यक्त होना। | ||
|- | |- | ||
| | |102- [[अंकुश लगाना|अंकुश लगाना/लगा देना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - पाबंदी या रोक लगाना। | ||
|- | |- | ||
| | |103-[[अंकुश न रखना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - नियंत्रण न रखना। | ||
|- | |- | ||
| | |104-[[अंकुरित होना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - अंकुर के रुप में निकलना, उत्पन्न या प्रस्फुटित होना। | ||
|- | |- | ||
| | |105 - [[अंक में समेटना|अंक में समेटना/समेट लेना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - गोद में लेना | ||
|- | |- | ||
| | |106. [[आँख खुल जाना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - वस्तुस्थिति या वास्तविकता का (अंतत:) ज्ञान होना। | ||
|- | |- | ||
| | |107. [[आँख खोलकर]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - अच्छी तरह देखते हुए, सावधानी से। | ||
|- | |- | ||
| | |108. [[आँख खोल देना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - सावधान कर देना। | ||
|- | |- | ||
| | |109. [[आँख गड़ना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - एकटक नजर लगी होना, दूसरों की चीज पर (उठा, हथिया या चुरा लेने के उद्देश्य से) ध्यान केंद्रित होना। | ||
|- | |- | ||
| | |110. [[आँख गड़ाना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - एकटक देखते जाना। | ||
|- | |- | ||
| | |111. [[आँख चमकाना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - चुलबुलापन, नजाकत, मस्ती या शोखी दिखाते हुए आँखों की पुतलियाँ बार-बार हिलाना। | ||
|- | |- | ||
| | |112. [[आँख चुराना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - लज्जा, संकोच के कारण किसी का सामना करने से हिचकना। | ||
|- | |- | ||
| | |113. [[अंग ढीले पड़ना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - जोड़ों तथा मांसपेशियों में (पहले कीसी) कसावट न रह जाना, फलतः उनका सुचारू रूप से काम न करना। | ||
|- | |- | ||
| | |114. [[अंग तोड़ना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - (पीड़ा के कारण) हाथ-पाँव पटकना, छटपटाना; कठोर परिश्रम करना | ||
|- | |- | ||
| | |115. [[अंग फड़कना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - शरीर के किस अंग (विशेषतः [[आँख]], हाथ आदि) में कम्पन होना जो लोक में शुभ-अशुभ फलदाायक माना जाता है। | ||
|- | |- | ||
| | |116. [[अंग फड़कने लगना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - आवेश से भर उठना। | ||
|- | |- | ||
| | |117. [[अंग बन जाना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - सदस्य बन या हो जाना। | ||
|- | |- | ||
| | |118. [[अंग मोड़ लेना]] | ||
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अर्थ - | अर्थ - (स्त्री का) लज्जावश अपने अंगों को छिपाना। | ||
|- | |- | ||
| | |119. [[अंग लगना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - | अर्थ - सेवित पदार्थ द्वारा शरीर का पुष्ट होना या गले लगना। | ||
|- | |- | ||
| | |120. [[अंग लगाना]] | ||
| | | | ||
अर्थ - गले लगाना। | अर्थ - गले लगाना। (वस्त्र आदि) पहनना। | ||
|- | |- | ||
|121. [[अंग शिथिल पड़ जाना]] | |||
| | |||
अर्थ - अंगोंं की शक्ति या स्फूर्ति में ह्रास होना। | |||
|} | |} | ||
[[Category:कहावत_लोकोक्ति_मुहावरे]] | [[Category:कहावत_लोकोक्ति_मुहावरे]] | ||
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Latest revision as of 12:06, 20 April 2018
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ |
---|---|
1- आँख का अंधा नाम नैन सुख। |
अर्थ - नाम के अनुसार गुण न होना । |
2- आंक से कोदो, नीम जवा। गाड़र गेहूं बेर चना।। | अर्थ - यदि मदार खूब फूलता है तो कोदो की फ़सल अच्छी है। नीम के पेड़ में अधिक फूल-फल लगते है तो जौ की फ़सल, यदि गाड़र (एक घास जिसे खस भी कहते हैं) की वृद्धि होती है तो गेहूं, बेर और चने की फ़सल अच्छी होती है। |
3- आँख आना। | अर्थ - आँख दुखना। |
4- आँख उठना। | अर्थ - सामने ताकना, किसी पर ध्यान या नजर जाना। |
5- आँख उठाकर न देखना। | अर्थ - तिरस्कार करना, पूरी तरह से उपेक्षा करना। |
6- आँख का काँटा। | अर्थ - शत्रु। |
7- आँख का काजल। | अर्थ - अत्यन्त प्रिय। |
8- आँख का तारा। | अर्थ - बहुत प्यारा। |
9- आँख खुलना। | अर्थ - सावधान होना, भ्रम दूर होना। |
10- आँख मारना। | अर्थ - आँख से इशारा करना। |
11- आँख रखना। | अर्थ - निगरानी करना। |
12- आँख लगना। | अर्थ - इच्छा होना, झपकी आना, रास्ता देखना, प्रतीक्षा करना। |
13- आँखें चार होना। | अर्थ - आमने-सामने होना। |
14- आँखें तरेरना। | अर्थ - क्रोध से देखना। |
15- आँख नीची कर लेना। | अर्थ - लज्जित होना या ऐसी स्थिति में ला देना कि कोई लज्जा, संकोच आदि के कारण स्वाभिमान-पूर्वक किसी की ओर न देख सके। |
16- आँखें पथरा जाना। | अर्थ - थक जाना। |
17- आँखें फेर लेना। | अर्थ - प्रतिकूल होना। |
18- आँखें बिछाना। | अर्थ - प्रेम से स्वागत करना। |
19- आँखें मूँदना। | अर्थ - मर जाना। |
20- आँखों का काजल चुराना। | अर्थ - गहरी चोरी कर लेना। |
21- आँखों का पानी ढलना। | अर्थ - निर्लज्ज होना। |
22- आँखों पर चर्बी चढ़ना। | अर्थ - अहंकार से ध्यान तक न देना। |
23- आँखों में ख़ून उतरना। | अर्थ - ग़ुस्से से आँखें लाल हो जाना। |
24- आँखों में गड़ जाना। | अर्थ - पाने की इच्छा होना, बुरा लगना। |
25- आँखों में धूल झोंकना। | अर्थ - धोखा देना। |
26- आँखों में सरसों फूलना। | अर्थ - विवेक न होना। |
27- आँखों से गिरना। | अर्थ - आदर भाव घट जाना। |
28- आँच न आने देना। | अर्थ - ज़रा सा भी कष्ट नहीं आने देना। |
29- आँचल पकड़ना। | अर्थ - सहारा लेना। |
30- अंचल पसारना। | अर्थ - याचना करना। |
31- आँधी के आम। | अर्थ - सस्ती चीज़ें। |
32- आँसू पीकर रह जाना। | अर्थ - भीतर ही भीतर रोकर चुप कर जाना। |
33- आँसू पोंछना। | अर्थ - ढाढ़स बँधाना। |
34- अंकुश न मानना। | अर्थ - ढिठाई करना। |
35- अंग-अंग खिल उठना। | अर्थ - प्रसन्न हो जाना । |
36- अंग-अंग फूले न समाना। | अर्थ - बहुत आनंदित होना। |
37- अंग टूटना। | अर्थ - थकावट से शरीर में दर्द होना। |
38- अंग लगना। | अर्थ - ताक़त देना। |
39- अंगार उगलना। | अर्थ - क्रोध में बुरा-भला कहना। |
40- अंगार / अंगारे बरसना। | अर्थ - कड़ी धूप होना। |
41- अंगारों पर पैर रखना। | अर्थ - जोखिम मोल लेना, बहुत बड़े जोखिम का काम करना। |
42- अंगारों पर लोटना। | अर्थ - रोष और डाह के मारे कुढ़ना, क्रोध से अभिभूत होने के कारण बहुत अधिक कष्ट अनुभूत करना। |
43- अँगूठा दिखाना। | अर्थ - समय पर इंकार कर देना; कुछ न देने से साफ इन्कार कर जाना। |
44- अँगूठी का नगीना। | अर्थ - सजीला और सुन्दर दूल्हा। |
45- अँगूठे पर मारना। | अर्थ - परवाह न करना। |
46- अंगूर खट्टे होना | अर्थ - प्राप्त न हो सकने पर उस वस्तु को रद्दी बताना। |
47- अंजर पंजर ढीले होना | अर्थ - (पिटाई, यात्रा, श्रम आदि के कारण) शारीरिक अंगों और जोड़ो का शिथिल हो जाना। |
48- अंटा चित्त करना। | अर्थ - पछाड़ देना। |
49- अंटी मारना। | अर्थ - अर्थ - जुए के खेल में (अपनी हार को जीत में बदलने के लिए) बेईमानी से उँगलियों में कौड़ी छिपाना। |
50- अंडा फूट जाना। | अर्थ - भेद खुल जाना। |
51- अंडे सेना | अर्थ - घर में बेकार बैठे रहना। |
52- अंत पाना / लेना। | अर्थ - भेद जानना। |
53- अंत बिगाड़ना। | अर्थ - परिणाम ख़राब कर लेना। |
54- अँतडियाँ कुलबुलाना। | अर्थ - बहुत भूख लगना। |
55- अँतडियाँ गले पड़ना। | अर्थ - संकट में पड़ना। |
56- अँतडियों में बल पड़ना। | अर्थ - पेट में दर्द होना । |
57- अंदर होना। | अर्थ - जेल में बंद होना। |
58- अंधाधुंध लुटाना। | अर्थ - बहुत अपव्यय करना। |
59- अंधा बनाना। | अर्थ - मूर्ख बनाकर धोखा देना। |
60- अंधे की लकड़ी/लाठी | अर्थ - एकमात्र सहारा। |
61- अंधे के हाथ बटेर लगना। | अर्थ - अर्थ - बिना प्रयास बड़ी चीज पा लेना, निगुणी को कोई अमूल्य वस्तु अनायास प्राप्त होना। |
62- अँधेर-खाता। | अर्थ - अन्याय, अव्यवस्था, घपला, गड़बड़ी। |
63- अंधेर नगरी। | अर्थ - जहाँ धाँधली हो। |
64- अँधेरे घर का उजाला। | अर्थ - इकलौता बेटा। |
65- अँधेरे में रखना। | अर्थ - वस्तु-स्थिति या तथ्यों से अवगत या परिचित न कराना, भेद रखना। |
66- अँधों में काना राजा। | अर्थ - अयोग्य के बीच कम योग्यता प्राप्त भी सम्मान पाता है। |
67- अंक भरना/लगाना। | अर्थ - गले लगाना। |
68- अंडा ढीला होना | अर्थ - कठोर श्रम से थकावट आना। |
69- अंतड़ियों में बल पड़ना | अर्थ - हँसते-हँसते पेट में दर्द होने लगना। |
70- अंतड़ियों के बल खोलना | अर्थ - भूखे व्यक्ति का छककर भोजन करना। |
71- अंगूर तड़कना | अर्थ - घाव पर बनी हुई मांस की झिल्ली का फट जाना। |
72- अंतड़ियाँ जलना | अर्थ - मारे भूख के बेचैन होना। |
73- अँगूठे पर मारना | अर्थ - (किसी को ) उपेक्ष्य समझना। |
74- अँगूठी का नगीना | अर्थ - सद तथा श्रेष्ठ गुणो से संपत्र व्यक्ति। |
75- अँगूठा छाप | अर्थ - दस्तखत न कर सकने के कारण अँगूठे की छाप लगानेवाला, निरक्षर। |
76- अंतिम साँसें लेना | अर्थ - अंत या समाप्ति के बिल्कुल समीप होना। |
77- अंतिम घड़ी आना | अर्थ - मृत्यु का समय आना। |
78- अंतिम घड़ियाँ गिनना | अर्थ - अंत या समाप्ति के निकट होना। |
79- अंतर न समझना | अर्थ - भेदभाव की दृष्टि से न देखना। |
80- अंगारों से खेलना | अर्थ - दुस्साहसपूर्ण कार्य करने के लिए उतारु होना। |
81- अंगारों पर चलना | अर्थ - बहुत बड़े जोखिम का काम करना। |
82- अंगार बरसाना | अर्थ - क्रोध प्रकट करना। |
83- अंगड़ाई लेना | अर्थ - गतिमान होना |
84- अँगूठा चूसना | अर्थ - बालकों का-सा आचरण करना, बचकानी हरकत करना। |
85- अँधेरी कोठरी | अर्थ - पेट |
86- अँधेर मचाना | अर्थ - मनमाना विशेषत: अनुचित आचरण करना। |
87- अंधे के आगे रोना | किसी ऐसे आदमी को अपनी दुख-गाथा सुनाना जो कुछ न कर सकता हो। |
88- अँगूठा चूमना | अर्थ - चापलूसी या खुशामद करना। |
89- अंडा सरक जाना |
अर्थ - क्षीण तथा दुर्बल फलत: असमर्थ हो जाना। |
90- अंडे की तरह सेना |
अर्थ - बचा और छिपाकर रखना। |
91- अंत करना/ कर देना |
अर्थ - समाप्त या उन्मूलित कर देना। |
92- अंत बनना/बन जाना |
अर्थ - अंतिम समय अच्छी तरह बीतना। |
93- अंत सुधारना |
अर्थ - हिंदू कर्मकांड के अनुसार मृतक का संस्कार सुचारु रूप से होना। |
94- अंत होना/हो जाना |
अर्थ - मर, मिट या नष्ट हो जाना। |
95- अंतकाल होना |
अर्थ - इंतकाल होना, मरना। |
96-अंग ढकना |
अर्थ - (अपने) गुप्तांग छिपाना। |
97-अंग छूकर कहना |
अर्थ - (किसी आत्मीय व्यक्ति का) कोई अंग (विशेषत: हाथ या मस्तक) छूकर (अर्थात् सशपथ) कुछ कहना। |
98-अंग उभरना |
अर्थ - वक्षस्थल का उभरना। |
99-अंग-अंग तोड़ना |
अर्थ - अंगड़ाई लेना। |
100- अंग-अंग टूटना |
अर्थ - शरीर के सभी जोड़ों में दर्द होना। |
101-अंग-अंग खिल जाना |
अर्थ - अंग-अंग खिल उठना, पूरे शरीर से प्रसन्नता व्यक्त होना। |
102- अंकुश लगाना/लगा देना |
अर्थ - पाबंदी या रोक लगाना। |
103-अंकुश न रखना |
अर्थ - नियंत्रण न रखना। |
104-अंकुरित होना |
अर्थ - अंकुर के रुप में निकलना, उत्पन्न या प्रस्फुटित होना। |
105 - अंक में समेटना/समेट लेना |
अर्थ - गोद में लेना |
106. आँख खुल जाना |
अर्थ - वस्तुस्थिति या वास्तविकता का (अंतत:) ज्ञान होना। |
107. आँख खोलकर |
अर्थ - अच्छी तरह देखते हुए, सावधानी से। |
108. आँख खोल देना |
अर्थ - सावधान कर देना। |
109. आँख गड़ना |
अर्थ - एकटक नजर लगी होना, दूसरों की चीज पर (उठा, हथिया या चुरा लेने के उद्देश्य से) ध्यान केंद्रित होना। |
110. आँख गड़ाना |
अर्थ - एकटक देखते जाना। |
111. आँख चमकाना |
अर्थ - चुलबुलापन, नजाकत, मस्ती या शोखी दिखाते हुए आँखों की पुतलियाँ बार-बार हिलाना। |
112. आँख चुराना |
अर्थ - लज्जा, संकोच के कारण किसी का सामना करने से हिचकना। |
113. अंग ढीले पड़ना |
अर्थ - जोड़ों तथा मांसपेशियों में (पहले कीसी) कसावट न रह जाना, फलतः उनका सुचारू रूप से काम न करना। |
114. अंग तोड़ना |
अर्थ - (पीड़ा के कारण) हाथ-पाँव पटकना, छटपटाना; कठोर परिश्रम करना |
115. अंग फड़कना |
अर्थ - शरीर के किस अंग (विशेषतः आँख, हाथ आदि) में कम्पन होना जो लोक में शुभ-अशुभ फलदाायक माना जाता है। |
116. अंग फड़कने लगना |
अर्थ - आवेश से भर उठना। |
117. अंग बन जाना |
अर्थ - सदस्य बन या हो जाना। |
118. अंग मोड़ लेना |
अर्थ - (स्त्री का) लज्जावश अपने अंगों को छिपाना। |
119. अंग लगना |
अर्थ - सेवित पदार्थ द्वारा शरीर का पुष्ट होना या गले लगना। |
120. अंग लगाना |
अर्थ - गले लगाना। (वस्त्र आदि) पहनना। |
121. अंग शिथिल पड़ जाना |
अर्थ - अंगोंं की शक्ति या स्फूर्ति में ह्रास होना। |