ज़बान बिगड़ना: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replacement - "==संबंधित लेख== {{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}" to "==संबंधित लेख== {{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लो�)
 
(One intermediate revision by one other user not shown)
Line 5: Line 5:
#बढ़िया-बढ़िया और चटपटी चीज़ें खाने का चस्का पड़ना।
#बढ़िया-बढ़िया और चटपटी चीज़ें खाने का चस्का पड़ना।
#मुँह से अपशब्द निकलना।
#मुँह से अपशब्द निकलना।


'''प्रयोग''' -
'''प्रयोग''' -
*हरीश कई दिन से बुख़ार में पड़ा हुआ है, जिस कारण उसकी 'ज़बान बिगड़' गई है।
#हरीश कई दिन से बुख़ार में पड़ा हुआ है, जिस कारण उसकी 'ज़बान बिगड़' गई है।
*अरे बाज़ार में इतना कुछ क्यों खाते हो। आजकल तुम्हारी कुछ ज़्यादा ही 'ज़बान बिगड़' गई है।
#अरे बाज़ार में इतना कुछ क्यों खाते हो। आजकल तुम्हारी कुछ ज़्यादा ही 'ज़बान बिगड़' गई है।
#माँ ने मोहन से कहा- "कुछ अधिक ही तुम्हारी 'ज़बान बिगड़' गई है, इसीलिए पलट कर जवाब देते हो।


==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}
{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}}
[[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]]
[[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]]
[[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]]
[[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]]
[[Category:साहित्य कोश]]
[[Category:साहित्य कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 12:39, 21 April 2018

ज़बान बिगड़ना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ-

  1. अस्वस्थता, रुग्णता आदि के कारण मुँह का स्वाद बिगड़ना।
  2. बढ़िया-बढ़िया और चटपटी चीज़ें खाने का चस्का पड़ना।
  3. मुँह से अपशब्द निकलना।


प्रयोग -

  1. हरीश कई दिन से बुख़ार में पड़ा हुआ है, जिस कारण उसकी 'ज़बान बिगड़' गई है।
  2. अरे बाज़ार में इतना कुछ क्यों खाते हो। आजकल तुम्हारी कुछ ज़्यादा ही 'ज़बान बिगड़' गई है।
  3. माँ ने मोहन से कहा- "कुछ अधिक ही तुम्हारी 'ज़बान बिगड़' गई है, इसीलिए पलट कर जवाब देते हो।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र