ज़बान रोकना: Difference between revisions

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#दीपक बहुत कुछ बोले जा रहा था, पर न जाने क्यों अचानक से उसने अपनी 'ज़बान रोक' ली।
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#राकेश ने सबके रहस्य खोलने शुरू किये ही थे कि अमर ने उसकी 'ज़बान रोक' दी।
#राकेश ने सबके रहस्य खोलने शुरू किये ही थे कि अमर ने उसकी 'ज़बान रोक' दी।
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Latest revision as of 12:42, 21 April 2018

ज़बान रोकना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ-

  1. कुछ कहते-कहते रुक जाना।
  2. किसी को कुछ कहने से रोकना।


प्रयोग -

  1. दीपक बहुत कुछ बोले जा रहा था, पर न जाने क्यों अचानक से उसने अपनी 'ज़बान रोक' ली।
  2. राकेश ने सबके रहस्य खोलने शुरू किये ही थे कि अमर ने उसकी 'ज़बान रोक' दी।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

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