आवाज़ भर्रा जाना: Difference between revisions
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}" to "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}}") |
आदित्य चौधरी (talk | contribs) m (Text replacement - "आखें" to "आँखें") |
||
Line 3: | Line 3: | ||
'''अर्थ'''- चिंता, भय आदि के कारण गले में से आवाज़ का कुछ काँपते हुए-सा निकलना। | '''अर्थ'''- चिंता, भय आदि के कारण गले में से आवाज़ का कुछ काँपते हुए-सा निकलना। | ||
'''प्रयोग'''- जाने क्यों कहते कहते जमीला की | '''प्रयोग'''- जाने क्यों कहते कहते जमीला की आँखें भर आईं और आवाज़ भर्रा गई। - (भूषण वनमाली) | ||
Latest revision as of 05:39, 4 February 2021
आवाज़ भर्रा जाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- चिंता, भय आदि के कारण गले में से आवाज़ का कुछ काँपते हुए-सा निकलना।
प्रयोग- जाने क्यों कहते कहते जमीला की आँखें भर आईं और आवाज़ भर्रा गई। - (भूषण वनमाली)