जावर उदयपुर: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replace - " रुप " to " रूप ")
m (Adding category Category:राजस्थान के धार्मिक स्थल (को हटा दिया गया हैं।))
Line 13: Line 13:
{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}}
{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}}


[[Category:राजस्थान]][[Category:राजस्थान_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:उदयपुर]][[Category:उदयपुर_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:उदयपुर_के_धार्मिक_स्थल]][[Category:पर्यटन_कोश]]__INDEX__
[[Category:राजस्थान]][[Category:राजस्थान_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:उदयपुर]][[Category:उदयपुर_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:उदयपुर_के_धार्मिक_स्थल]][[Category:पर्यटन_कोश]]
[[Category:राजस्थान के धार्मिक स्थल]]__INDEX__

Revision as of 04:50, 8 August 2012

उदयपुर राजस्थान का एक ख़ूबसूरत शहर है और उदयपुर पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल माना जाता है। नया जावर क्षेत्र वर्तमान में एक छोटे से कस्बे के रूप में है जहाँ अधिकांश जनसंख्या भीलों की है।

जावर माता नामक देवी का मंदिर जावर में स्थित है। यहाँ पर इसके अलावा कई जैन, शिव तथा विष्णु के मंदिर स्थित हैं। राजकुमारी रमाबाई महाराणा कुंभा की पुत्री थीं जिसका विवाह गिरनार (जूनागढ़, काठियावाड़) के राजा मंडीक चतुर्थ के साथ हुआ था अपने पति से अनबन हो जाने पर अपने भाई महाराणा रायमल के समय गिरनार से वापस आकर जावर में बस गई जहाँ उन्होंने रमाकुण्ड नाम का एक विशाल जलाशय खुदवाया। रामस्वामी नामक एक सुन्दर विष्णुमंदिर उन्होंने उसी के तट पर बनवाया। मंदिर की दीवार पर लगे शिलालेख से ज्ञात होता है कि सन् 1497 (विक्रम संवत्1554) में इसका निर्माण कराया गया है। महाराणा रायमल का राजतिलक जावर में ही हुआ था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख