करी पत्ता: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
Line 3: Line 3:


==उपयोग==
==उपयोग==
मीठा नीम (करी पत्ता) एक प्रकार का स्वादिष्ट व्यंजन है, जिसका प्रयोग सब्जी में तड़का लगाने में, अन्य प्रकार की पत्तियों में, चटनी पाउडर और चटनी बनाने के लिए भी किया जाता है। करी पत्ते की ताजी पत्तियों से जो ख़ुशबू मिलती है, वह सूखी पत्तियों से नहीं मिल पाती है। करी पत्ता को केरपेला, कटनीम, बाउला आदि नामों से जाना है।
मीठा नीम (करी पत्ता) एक प्रकार का पौधा है, जिसकी पत्तियों का प्रयोग सब्जी में तड़का लगाने में, चटनी पाउडर और चटनी बनाने के लिए भी किया जाता है। करी पत्ते की ताजी पत्तियों से जो ख़ुशबू मिलती है, वह सूखी पत्तियों से नहीं मिल पाती है। करी पत्ता को केरपेला, कटनीम, बाउला आदि नामों से भी जाना जाता है।
[[चित्र:Curry-Leaves.jpg|thumb|करी पत्ते]]
[[चित्र:Curry-Leaves.jpg|thumb|करी पत्ते]]
==अत्यन्त गुणकारी==
==अत्यन्त गुणकारी==
करी पत्ता अत्यन्त पौष्टिक तथा [[कैल्शियम]], [[फॉस्फोरस]], लौह, [[प्रोटीन]] और [[विटामिन]] ए, विटामिन बी-1, विटामिन बी-2, नियासीन और विटामिन `सी´ का श्रेष्ठ स्रोत है। करी पत्ता पाचन-सम्बंधी विकारों के उपचार में अत्यन्त उपयोगी है। करी पत्ते को [[मधुमेह]] के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। करी पत्ता जलन, [[बवासीर]] (अर्श), कृमि (कीड़े), सूजन कोढ़, भूत-बाधा और जहर को नष्ट करने वाले जैसे रोगों के लिए भी उपयोगी है।
करी पत्ता अत्यन्त पौष्टिक तथा [[कैल्शियम]], [[फॉस्फोरस]], लौह, [[प्रोटीन]] और [[विटामिन]] ए, विटामिन बी-1, विटामिन बी-2, नियासीन और विटामिन `सी´ का श्रेष्ठ स्रोत है। करी पत्ता पाचन-सम्बंधी विकारों के उपचार में अत्यन्त उपयोगी है। करी पत्ते को [[मधुमेह]] के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। करी पत्ता जलन, [[बवासीर]] (अर्श), कृमि (कीड़े), सूजन कोढ़, भूत-बाधा और जहर को नष्ट करने वाले जैसे रोगों के लिए भी उपयोगी है।

Revision as of 01:38, 4 June 2012

thumb|करी पत्ते करी पत्ता को मीठा नीम भी कहा जाता है और इन्हें बगीचों में भी उगाया जाता है। करी पत्ते के पेड़ केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, बिहार और हिमालय में कुमाऊं और सिक्किम में पाये जाते हैं।

उपयोग

मीठा नीम (करी पत्ता) एक प्रकार का पौधा है, जिसकी पत्तियों का प्रयोग सब्जी में तड़का लगाने में, चटनी पाउडर और चटनी बनाने के लिए भी किया जाता है। करी पत्ते की ताजी पत्तियों से जो ख़ुशबू मिलती है, वह सूखी पत्तियों से नहीं मिल पाती है। करी पत्ता को केरपेला, कटनीम, बाउला आदि नामों से भी जाना जाता है। thumb|करी पत्ते

अत्यन्त गुणकारी

करी पत्ता अत्यन्त पौष्टिक तथा कैल्शियम, फॉस्फोरस, लौह, प्रोटीन और विटामिन ए, विटामिन बी-1, विटामिन बी-2, नियासीन और विटामिन `सी´ का श्रेष्ठ स्रोत है। करी पत्ता पाचन-सम्बंधी विकारों के उपचार में अत्यन्त उपयोगी है। करी पत्ते को मधुमेह के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। करी पत्ता जलन, बवासीर (अर्श), कृमि (कीड़े), सूजन कोढ़, भूत-बाधा और जहर को नष्ट करने वाले जैसे रोगों के लिए भी उपयोगी है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख