एलिफेंटा द्वीप: Difference between revisions
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'''एलिफेंटा द्वीप''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Elephanta Island'') [[अरब सागर]] में मुंबई बंदरगाह क्षेत्र में एक द्वीप है। [[मुंबई]] शहर व [[द्वीप]] के आठ किमी पूर्व तथा [[महाराष्ट्र]] राज्य के मुख्यभूमि तट से तीन किमी पश्चिम में स्थित है। | '''एलिफेंटा द्वीप''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Elephanta Island'') [[अरब सागर]] में मुंबई बंदरगाह क्षेत्र में एक द्वीप है। [[मुंबई]] शहर व [[द्वीप]] के आठ किमी पूर्व तथा [[महाराष्ट्र]] राज्य के मुख्यभूमि तट से तीन किमी पश्चिम में स्थित है। | ||
* एलिफेंटा द्वीप का क्षेत्रफल 10-16 वर्ग किमी है, जो [[ज्वार भाटा|ज्वार-भाटा]] के साथ बदलता रहता है। | * एलिफेंटा द्वीप का क्षेत्रफल 10-16 वर्ग किमी है, जो [[ज्वार भाटा|ज्वार-भाटा]] के साथ बदलता रहता है। | ||
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* यहां की सबसे प्रसिद्ध प्रतिभा भगवान [[शिव]] की त्रिमूर्ति है, जिसकी ऊंचाई लगभग छह मीटर है।<ref>पुस्तक- भारत ज्ञानकोश, खंड़,1 |प्रकाशन- एन्साइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका (इंडिया) |पृष्ठ संख्या- 262 </ref> | * यहां की सबसे प्रसिद्ध प्रतिभा भगवान [[शिव]] की त्रिमूर्ति है, जिसकी ऊंचाई लगभग छह मीटर है।<ref>पुस्तक- भारत ज्ञानकोश, खंड़,1 |प्रकाशन- एन्साइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका (इंडिया) |पृष्ठ संख्या- 262 </ref> | ||
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Revision as of 13:32, 22 July 2016
एलिफेंटा द्वीप (अंग्रेज़ी: Elephanta Island) अरब सागर में मुंबई बंदरगाह क्षेत्र में एक द्वीप है। मुंबई शहर व द्वीप के आठ किमी पूर्व तथा महाराष्ट्र राज्य के मुख्यभूमि तट से तीन किमी पश्चिम में स्थित है।
- एलिफेंटा द्वीप का क्षेत्रफल 10-16 वर्ग किमी है, जो ज्वार-भाटा के साथ बदलता रहता है।
- इसके भारतीय नाम 'गढ़पुरी' की उत्पत्ति द्वीप के दक्षिण में स्थित छोटे से गांव से हुई है। यहां मिली हाथी की एक विशाल प्रतिमा के कारण इसका पुर्तग़ाली नाम 'एलिफेंटा' पड़ा। यह मूर्ति आजकल मुंबई (भूतपूर्व बंबई) के जीजामाता उद्यान (भूतपूर्व विक्टोरिया गार्डन) में रखी हुई है।
- एलिफेंटा छठी सदी की गुफ़ाओं के लिए प्रसिद्ध है।
- अहमदाबाद के राजा द्वारा इन गुफ़ा मंदिरों को पुर्तग़ालियों को सौंपने के बाद इनकी उपासना बंद हो गई और यहां की प्रतिमाओं को पुर्तग़ाली सिपाहियों ने ध्वस्त कर दिया।
- 1970 के दशक में उन प्रतिमाओं को फिर से स्थापित कर संरक्षित किया गया और तब से यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया है।
- यहां की सबसे प्रसिद्ध प्रतिभा भगवान शिव की त्रिमूर्ति है, जिसकी ऊंचाई लगभग छह मीटर है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पुस्तक- भारत ज्ञानकोश, खंड़,1 |प्रकाशन- एन्साइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका (इंडिया) |पृष्ठ संख्या- 262