कहावत लोकोक्ति मुहावरे-श: Difference between revisions
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}" to "{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}}") |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | {{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}} | ||
{| class="bharattable-pink" | {| class="bharattable-pink" | ||
|- | |- |
Latest revision as of 12:18, 20 April 2018
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ |
---|---|
1- शुक्रवार की बादरी, रही सनीचर छाय। तो यों भाखै भड्डरी, बिन बरसे ना जाए।। | अर्थ - यदि बादल शुक्रवार को आकर शनिवार को भी छाए रहें तो भड्डरी कहते हैं कि वह बादल बिना पानी बरसे नहीं जाता है। |
2- शान में बट्टा लगना। | अर्थ - शान घटना। |
3- शीशे में मुँख देखो। | अर्थ - अपनी योग्यता - अयोग्यता को समझो। |
4- शैतान की आँत। | अर्थ - लम्बी बात। |
5- शैतान के कान कतरना / काटना। | अर्थ - बहुत चालाक होना। |