वास्तुकार: Difference between revisions
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वास्तुकला किसी स्थान को मानव के लिए | वास्तुकला किसी स्थान को मानव के लिए रहने योग्य बनाने की [[कला]] है। अत: कालांतर में यह चाहे जितनी जटिल हो गई हो, इसका आरंभ [[मौसम]] की उग्रता, वन्य पशुओं के भय और शत्रुओं के आक्रमण से बचने के प्रारंभिक उपायों में ही हुआ। मानव सभ्यता के इतिहास का भी कुछ ऐसा ही आरंभ है। वास्तुकला भवनों के विन्यास, आकल्पन और रचना, परिवर्तनशील समय, तकनीक और रुचि के अनुसार मानव की आवश्यकताओं को संतुष्ट करने योग्य सभी प्रकार के स्थानों के तर्कसंगत एवं बुद्धिसंगत निर्माण की कला को कहते हैं। | ||
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Latest revision as of 07:38, 18 November 2017
वास्तुकार (अंग्रेज़ी: Architect) भवन का प्रारूप तैयार करने वाले व्यक्ति अथवा भवन का निर्माण करने वाले व्यक्ति (आर्किटेक्ट) को कहा जाता है। वास्तुकार को वास्तुक, वास्तुविद् या आर्किटेक्ट भी कहा जाता है। वास्तुकार वह व्यक्ति है, जो भाँति-भाँति की इमारतों की व्यापक संकल्पना और दूरगामी कल्पनायुक्त अभिकल्पना (डिजाइन) से संबंधित कलाओं और विद्याओं में दक्ष हो तथा नक्शे द्वारा या पैमाने द्वारा प्रतिरूप बनाकर त्रिविमितीय दृश्य वास्तु संबंधी अपने विचार व्यक्त करने में समर्थ हो और फिर अपनी अभिकल्पित इमारतों के निर्माण कार्य का यथोचित रूप से निरीक्षण करता हो, अथवा जो उत्कृष्ट कोटि के भवन और उनके पर्यावरण तैयार करने में आस्था रखते हुए वास्तुकला को यथोचित रूप में समझता और काम में लाता हो तथा भवनों के अभिकल्पन और उनकी रचना के निर्देशन का भलीभाँति व्यवसाय करता हो।
वास्तुकला
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वास्तुकला किसी स्थान को मानव के लिए रहने योग्य बनाने की कला है। अत: कालांतर में यह चाहे जितनी जटिल हो गई हो, इसका आरंभ मौसम की उग्रता, वन्य पशुओं के भय और शत्रुओं के आक्रमण से बचने के प्रारंभिक उपायों में ही हुआ। मानव सभ्यता के इतिहास का भी कुछ ऐसा ही आरंभ है। वास्तुकला भवनों के विन्यास, आकल्पन और रचना, परिवर्तनशील समय, तकनीक और रुचि के अनुसार मानव की आवश्यकताओं को संतुष्ट करने योग्य सभी प्रकार के स्थानों के तर्कसंगत एवं बुद्धिसंगत निर्माण की कला को कहते हैं।
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख