पुनपुन नदी: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति") |
||
Line 7: | Line 7: | ||
*[[गंगा]] में मिलने से पूर्व इसमें दीर्धा और मोरहर नामक सहायक नदियाँ आ मिलती हैं। | *[[गंगा]] में मिलने से पूर्व इसमें दीर्धा और मोरहर नामक सहायक नदियाँ आ मिलती हैं। | ||
{{प्रचार}} | |||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति | ||
|आधार=आधार1 | |आधार=आधार1 |
Revision as of 12:49, 10 January 2011
- पुनपुन का महत्व हिन्दू धर्म के लिए बहुत अधिक है।
- इस नदी को पवित्र नदी के रूप में पूजा जाता है।
- पुनपुन नदी को कीकट नदी भी कहा जाता है।
- कहीं-कहीं पर इसे बमागधी भी कहा जाता है।
- झारखण्ड में पुनपुन एवं उसकी सहायक नदियों का उदगम हज़ारीबाग़ पठार व पलामू के उत्तरी क्षेत्रों से होता है।
- यह नदी तथा इसकी सहायक नदियाँ उत्तरी कोयल प्रवाह क्षेत्र के उत्तर से निकलकर सोन के समानान्तर बहती है।
- गंगा में मिलने से पूर्व इसमें दीर्धा और मोरहर नामक सहायक नदियाँ आ मिलती हैं।
|
|
|
|
|