अलवर पर्यटन: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "महत्व" to "महत्त्व") |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "किमी." to "किलोमीटर") |
||
Line 48: | Line 48: | ||
;<u>सरिस्का</u> | ;<u>सरिस्का</u> | ||
{{main|सरिस्का अलवर}} | {{main|सरिस्का अलवर}} | ||
*राजस्थान के अलवर ज़िले में अरावली की पहाड़ियों पर 800 वर्ग | *राजस्थान के अलवर ज़िले में अरावली की पहाड़ियों पर 800 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला सरिस्का मुख्य रूप से वन्य जीव अभयारण्य और टाइगर रिजर्व के लिए प्रसिद्ध है। | ||
*अलवर के सरिस्का की गिनती [[भारत]] के जाने माने वन्य जीव अभयारण्यों में की जाती है। | *अलवर के सरिस्का की गिनती [[भारत]] के जाने माने वन्य जीव अभयारण्यों में की जाती है। | ||
*इसके अलावा इस स्थान का ऐतिहासिक महत्त्व भी है। | *इसके अलावा इस स्थान का ऐतिहासिक महत्त्व भी है। | ||
Line 56: | Line 56: | ||
{{main|राजसमन्द झील अलवर}} | {{main|राजसमन्द झील अलवर}} | ||
* राजसमन्द झील महाराणा राजसिंह द्वारा सन् 1669 ई. से 1676 ई. तक 14 वर्षो में बनवायी गयी चालीस लाख रुपये की लागत की यह मेवाड की विशालतम झीलों में से एक हैं। | * राजसमन्द झील महाराणा राजसिंह द्वारा सन् 1669 ई. से 1676 ई. तक 14 वर्षो में बनवायी गयी चालीस लाख रुपये की लागत की यह मेवाड की विशालतम झीलों में से एक हैं। | ||
* 7 | * 7 किलोमीटर लम्बी व 3 किलोमीटर चौडी यह झील 55 फीट गहरी हैं। | ||
;<u>सिलीसेढ़ झील</u> | ;<u>सिलीसेढ़ झील</u> | ||
{{main|सिलीसेढ़ झील अलवर}} | {{main|सिलीसेढ़ झील अलवर}} |
Revision as of 05:44, 30 March 2011
[[चित्र:Neemrana-Fort-Palace-Alwar-2.jpg|thumb|250px|नीमराना फ़ोर्ट पैलेस, अलवर
Neemrana Fort Palace, Alwar]]
अलवर | अलवर पर्यटन | अलवर ज़िला |
अलवर का राजस्थान के पर्यटन स्थलों में बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान है। अलवर ऐतिहासिक इमारतों से भरा पड़ा है। अलवर में तरंग सुल्तान (फ़िरोज़शाह के भाई) का 14वीं शताब्दी में निर्मित मक़बरा और कई प्राचीन मस्जिदें स्थित हैं। नयनाभिराम सिलिसर्थ झील के किनारे स्थित महल में एक संग्रहालय है, जिसमें हिन्दी, संस्कृत और फ़ारसी पांडुलिपियाँ तथा राजस्थानी व मुग़ल लघु चित्रों का संग्रह रखा गया है। यहाँ के अन्य दर्शनीय स्थलों में प्रसिद्ध सरिस्का बाघ अभयारण्य शामिल है। अलवर के दर्शनीय स्थान-
- सिटी पैलेस
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- सिटी पैलैस परिसर अलवर के पूर्वी छोर की शान है।
- सिटी पैलैस के ऊपर अरावली की पहाड़ियाँ हैं, जिन पर बाला क़िला बना है।
- सिटी पैलेस परिसर बहुत ही ख़ूबसूरत है और इसके साथ-साथ बालकॉनी की योजना है।
सिटी पैलेस|200px|center |
सिटी पैलेस, अलवर |
नीमराना फ़ोर्ट पैलेस|200px|center |
नीमराना फ़ोर्ट पैलेस, अलवर |
सरिस्का|200px|center |
सरिस्का, अलवर |
सिलीसेढ़ झील|200px|center |
सिलीसेढ़ झील, अलवर |
- बाला क़िला
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- बाला क़िले की दीवार पूरी पहाडी पर फैली हुई है जो हरे-भरे मैदानों से गुजरती है।
- पूरे अलवर शहर में यह सबसे पुरानी इमारत है, जो लगभग 928 ई. में निकुम्भ राजपूतों द्वारा बनाई गई थी।
- फ़तहगंज का मक़बरा
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- अलवर में फ़तहगंज का मक़बरा 5 मंजिला है।
- फ़तहगंज का मक़बरा दिल्ली में स्थित अपनी समकालीन सभी इमारतों में सबसे उच्च कोटि का है।
- ख़ूबसूरती के मामले में यह हुमायूँ के मक़बरे से भी सुन्दर है।
- नीमराना फोर्ट पैलेस
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- नीमराना फोर्ट पैलेस पृथ्वीराज चौहान तृतीय की तीसरी राजधानी है।
- नीमराना फोर्ट दिल्ली जयपुर हाइवे पर स्थित है और 25 एकड़ क्षेत्र में फैला है।
- सरिस्का
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- राजस्थान के अलवर ज़िले में अरावली की पहाड़ियों पर 800 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला सरिस्का मुख्य रूप से वन्य जीव अभयारण्य और टाइगर रिजर्व के लिए प्रसिद्ध है।
- अलवर के सरिस्का की गिनती भारत के जाने माने वन्य जीव अभयारण्यों में की जाती है।
- इसके अलावा इस स्थान का ऐतिहासिक महत्त्व भी है।
झील
- राजसमन्द झील
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- राजसमन्द झील महाराणा राजसिंह द्वारा सन् 1669 ई. से 1676 ई. तक 14 वर्षो में बनवायी गयी चालीस लाख रुपये की लागत की यह मेवाड की विशालतम झीलों में से एक हैं।
- 7 किलोमीटर लम्बी व 3 किलोमीटर चौडी यह झील 55 फीट गहरी हैं।
- सिलीसेढ़ झील
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- यह एक प्राकृतिक झील है।
- यह झील दिल्ली-जयपुर मार्ग पर अलवर से 12 किलोमीटर दूर पश्चिम में स्थित है।
|
|
|
|
|
संबंधित लेख