छतरपुर: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "बाजार" to "बाज़ार") |
||
Line 6: | Line 6: | ||
यह नगर एक प्रमुख सड़क जंक्शन है और कृषि उत्पादों तथा कपड़ों का व्यापारिक केंद्र है। | यह नगर एक प्रमुख सड़क जंक्शन है और कृषि उत्पादों तथा कपड़ों का व्यापारिक केंद्र है। | ||
==उद्योग और व्यापार== | ==उद्योग और व्यापार== | ||
इसके आसपास का क्षेत्र धसान तथा केन नदियों के बीच का उपजाऊ मैदान है, जिसके दक्षिण में कहीं-कहीं 450 मीटर तक ऊँची वनाच्छादित पहाड़ियाँ हैं। यहाँ की पुरानी औद्योगिक गतिविधियों में चीनी और नमक का | इसके आसपास का क्षेत्र धसान तथा केन नदियों के बीच का उपजाऊ मैदान है, जिसके दक्षिण में कहीं-कहीं 450 मीटर तक ऊँची वनाच्छादित पहाड़ियाँ हैं। यहाँ की पुरानी औद्योगिक गतिविधियों में चीनी और नमक का बाज़ार, टाट-पट्टी निर्माण, छोटे पैमाने पर उत्पादित काग़ज, साबुन, पीतल, लोहे के बर्तन और अपरिष्कृत छुरी-कांटे का निर्माण शामिल है। आधुनिक उद्योगों में इनके अलावा क़ालीन, दरी, कंबल, कांसे के बर्तन तथा सोने-चांदी के आभूषण व लकड़ी पर नक़्क़ाशी, प्रलाक्षाकर्म, लाख की वस्तुएं, मोटे सूती वस्त्र ‘गंज़ी’ की बुनाई और कपड़ों पर छपाई का काम शामिल है। | ||
==जनसंख्या== | ==जनसंख्या== | ||
2001 की जनगणना के अनुसार छतरपुर नगर की कुल जनसंख्या और ज़िले की कुल जनसंख्या 14,74,633 है। | 2001 की जनगणना के अनुसार छतरपुर नगर की कुल जनसंख्या और ज़िले की कुल जनसंख्या 14,74,633 है। |
Revision as of 13:22, 3 April 2011
छतरपुर नगर, उत्तर-भारत मध्य प्रदेश राज्य, मध्य भारत में स्थित है। इसकी पूर्वी सीमा के पास से सिंघारी नदी बहती है। आरंभ में पन्ना सरदारों द्वारा शासित इस नगर पर 18वीं शताब्दी में कुंवर सोन सिंह का अधिकार हो गया। यह चारों ओर से पहाड़ों से घिरा है और वृक्षों, तालाबों तथा नदियों की बहुतायत के कारण अत्यंत दर्शनीय स्थल है। राव सागर, प्रताप सागर और किशोर सागर यहाँ के तीन महत्त्वपूर्ण तालाब हैं।
इतिहास
बुंदेल राजा छत्रसाल ने 1707 में इसकी स्थापना की थी। उन्होंने मुग़लों की सत्ता का सफलतापुर्वक विरोध किया था। यह नगर अंग्रेजों की मध्य भारत एजेंसी की भूतपूर्व छतरपुर रियासत की राजधानी भी था। यहाँ 1908 में नगरपालिका का गठन हुआ। छतरपुर में एक संग्रहालय, अधिकारियों की आधुनिक कॉलोनी और रीवा के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय व एक विधि विद्यालय भी है।
कृषि और खनिज
यह नगर एक प्रमुख सड़क जंक्शन है और कृषि उत्पादों तथा कपड़ों का व्यापारिक केंद्र है।
उद्योग और व्यापार
इसके आसपास का क्षेत्र धसान तथा केन नदियों के बीच का उपजाऊ मैदान है, जिसके दक्षिण में कहीं-कहीं 450 मीटर तक ऊँची वनाच्छादित पहाड़ियाँ हैं। यहाँ की पुरानी औद्योगिक गतिविधियों में चीनी और नमक का बाज़ार, टाट-पट्टी निर्माण, छोटे पैमाने पर उत्पादित काग़ज, साबुन, पीतल, लोहे के बर्तन और अपरिष्कृत छुरी-कांटे का निर्माण शामिल है। आधुनिक उद्योगों में इनके अलावा क़ालीन, दरी, कंबल, कांसे के बर्तन तथा सोने-चांदी के आभूषण व लकड़ी पर नक़्क़ाशी, प्रलाक्षाकर्म, लाख की वस्तुएं, मोटे सूती वस्त्र ‘गंज़ी’ की बुनाई और कपड़ों पर छपाई का काम शामिल है।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार छतरपुर नगर की कुल जनसंख्या और ज़िले की कुल जनसंख्या 14,74,633 है।
|
|
|
|
|