पुनपुन नदी: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replace - "महत्व" to "महत्त्व")
No edit summary
Line 3: Line 3:
*पुनपुन नदी को कीकट नदी भी कहा जाता है।  
*पुनपुन नदी को कीकट नदी भी कहा जाता है।  
*कहीं-कहीं पर इसे बमागधी भी कहा जाता है।  
*कहीं-कहीं पर इसे बमागधी भी कहा जाता है।  
*[[झारखण्ड]] में पुनपुन एवं उसकी सहायक नदियों का उदगम हज़ारीबाग़ पठार व पलामू के उत्तरी क्षेत्रों से होता है।  
*[[झारखण्ड]] में पुनपुन एवं उसकी सहायक नदियों का उदगम हज़ारीबाग़ पठार व [[पलामू]] के उत्तरी क्षेत्रों से होता है।  
*यह नदी तथा इसकी सहायक नदियाँ उत्तरी कोयल प्रवाह क्षेत्र के उत्तर से निकलकर [[सोन नदी|सोन]] के समानान्तर बहती है।  
*यह नदी तथा इसकी सहायक नदियाँ उत्तरी कोयल प्रवाह क्षेत्र के उत्तर से निकलकर [[सोन नदी|सोन]] के समानान्तर बहती है।  
*[[गंगा]] में मिलने से पूर्व इसमें दीर्धा और मोरहर नामक सहायक नदियाँ आ मिलती हैं।  
*[[गंगा]] में मिलने से पूर्व इसमें दीर्धा और मोरहर नामक सहायक नदियाँ आ मिलती हैं।  

Revision as of 08:00, 3 July 2011

  • पुनपुन का महत्त्व हिन्दू धर्म के लिए बहुत अधिक है।
  • इस नदी को पवित्र नदी के रूप में पूजा जाता है।
  • पुनपुन नदी को कीकट नदी भी कहा जाता है।
  • कहीं-कहीं पर इसे बमागधी भी कहा जाता है।
  • झारखण्ड में पुनपुन एवं उसकी सहायक नदियों का उदगम हज़ारीबाग़ पठार व पलामू के उत्तरी क्षेत्रों से होता है।
  • यह नदी तथा इसकी सहायक नदियाँ उत्तरी कोयल प्रवाह क्षेत्र के उत्तर से निकलकर सोन के समानान्तर बहती है।
  • गंगा में मिलने से पूर्व इसमें दीर्धा और मोरहर नामक सहायक नदियाँ आ मिलती हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख