हनुमानगढ़ पर्यटन: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
Line 30: Line 30:


==अन्य स्थल==
==अन्य स्थल==
;<u>गुरुद्वारा सुखासिंह महताबसिंह</u>
;कबूतर साहिब गुरुद्वारा
*यहाँ पर दो भाई सुखासिंह व भाई महताबसिंह ने गुरुद्वारा हरिमंदर साहब पर [[अमृतसर]] में मस्सा रंघङ का सिर कलम कर बुडा जोहड़ लौटते समय इस स्थान पर रुक कर घोड़ों को पेड़ से बांध कर कुछ देर आराम किया था।
;<u>कबूतर साहिब गुरुद्वारा</u>
*[[खालसा पंथ |खालसा पंथ]] के संस्थापक और दसवें सिक्ख गुरु [[गुरु गोविंद सिंह|श्री गुरु गोविंद सिंह]] इस जगह घूमने के लिए आए थे।  
*[[खालसा पंथ |खालसा पंथ]] के संस्थापक और दसवें सिक्ख गुरु [[गुरु गोविंद सिंह|श्री गुरु गोविंद सिंह]] इस जगह घूमने के लिए आए थे।  
*इस गुरुद्वारे का निर्माण 1730 ई. में किया गया था।
*इस गुरुद्वारे का निर्माण 1730 ई. में किया गया था।




{{प्रचार}}
 
{{लेख प्रगति  
{{लेख प्रगति  
|आधार=
|आधार=
Line 45: Line 43:
|शोध=
|शोध=
}}
}}
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}}
{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}}

Revision as of 12:59, 1 April 2012

हनुमानगढ़ हनुमानगढ़ पर्यटन हनुमानगढ़ ज़िला

[[चित्र:Hanuman-Statue-Hanumangarh.jpg|हनुमानजी की मूर्ति, हनुमानगढ़|250px|thumb]] हनुमानगढ़, राजस्थान का एक आकर्षक पर्यटन स्थल है। यहाँ एक प्राचीन क़िला है, जिसका पुराना नाम भटनेर था। मंगलवार के दिन इस क़िले अधिकार होने के कारण इस क़िले में एक छोटा सा हनुमान जी का मंदिर बनवाया गया तथा उसी दिन से उसका नाम 'हनुमानगढ़' रखा गया। घग्घर के आस-पास का प्रदेश होने के कारण यह बीकानेर का संपन्न भाग था तथा यहाँ शिल्पकला एवं हस्तकला का काफ़ी विकास हुआ।

भटनेर क़िला

  • भटनेर क़िला काफ़ी पुराना क़िला है।
  • भटनेर क़िला घग्घर नदी के किनारे स्थित है।

संगारिया संग्रहालय

  • संगारिया संग्रहालय संगारिया से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
  • इस संग्रहालय में देश की विभिन्न जगहों से चिकनी मिट्टी, पत्थर और धातु की बनी मूर्तियाँ, पुराने सिक्के आदि को प्रदर्शित किया गया है।

सिल्ला माता मंदिर

  • सिल्ला माता का मंदिर अठारहवीं शताब्दी में स्थापित है।
  • सिल्ला माता का मंदिर साम्प्रदायिक सद्‌भाव का सबसे अच्छा उदाहरण है।

गोगामेड़ी मंदिर

  • गोगामेड़ी मंदिर साम्प्रदायिक व राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है।
  • इस मंदिर में प्रार्थना करने के लिए विभिन्न धर्मो के लोग देश-विदेश से आते हैं।

कालीबंगा

कालीबंगा संग्रहालय

  • कालीबंगा संग्रहालय हनुमानगढ़ से लगभग बीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

अन्य स्थल

कबूतर साहिब गुरुद्वारा



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

संबंधित लेख