चारी (गुजरात): Difference between revisions
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'''चारी''' [[गुजरात]] के [[कच्छ]] में स्थित एक [[ऐतिहासिक स्थान]] है। इस स्थान पर प्राचीन काल के बंदरगाह के चिह्न पाए गए हैं। यह बंदरगाह [[भारत]] पर अरबों के आक्रमण के समय (712 ई.) और उससे पूर्व काफ़ी समृद्ध अवस्था में था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=332|url=}}</ref> | '''चारी''' [[गुजरात]] के [[कच्छ]] में स्थित एक [[ऐतिहासिक स्थान]] है। इस स्थान पर प्राचीन काल के बंदरगाह के चिह्न पाए गए हैं। यह बंदरगाह [[भारत]] पर अरबों के आक्रमण के समय (712 ई.) और उससे पूर्व काफ़ी समृद्ध अवस्था में था।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=332|url=}}</ref> | ||
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Latest revision as of 07:51, 7 September 2012
चारी गुजरात के कच्छ में स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है। इस स्थान पर प्राचीन काल के बंदरगाह के चिह्न पाए गए हैं। यह बंदरगाह भारत पर अरबों के आक्रमण के समय (712 ई.) और उससे पूर्व काफ़ी समृद्ध अवस्था में था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 332 |