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टिहरी रियासत की जनता [[भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन|भारतीय स्वतंत्रता संग्राम]] के सामानान्तर टिहरी रियायत में भी राजशाही से मुक्ति के लिये संघर्षरत थी। तत्कालीन टिहरी रियासत की राजधानी [[प्रतापनगर]] की तुलना में यह ब्रिटिश [[गढ़वाल]] (गढ़वाल रियासत का वह हिस्सा, जो एक समझौते के तहत [[अंग्रेज़ी]] शासन के अधीन था) के रेल आदि आवागमन के अधिक सुविधाजनक स्थानों के समीप स्थित था। राजमहल से एक किलोमीटर दूर राजभवन स्थापित किया गया, जो भारतीय गणराज्य की स्वतंत्रता के उपरांत टिहरी रियासत को [[1947]]-[[1948]] में संयुक्त प्रांत में सम्मिलित होने पर पचास से अधिक वर्षों तका संयुक्त प्रान्त के पचासवें जनपद टिहरी गढ़वाल के ज़िला मुख्यालय के रूप में उपयोग किया गया। कालान्तर में जनपद टिहरी गढ़वाल की राजधानी टिहरी बांध के निर्माण के फलस्वरूप विस्थापन के उद्देश्य से बनाये गये नये टिहरी शहर न्यू टिहरी स्थानान्तरित हुयी। टिहरी रियासत के कार्मिकों के लिये नियोजित रूप से बनाये गये खूबसूरत भवनों की श्रंखला वर्तमान में इस छोटे नगर के मुख्य | टिहरी रियासत की जनता [[भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन|भारतीय स्वतंत्रता संग्राम]] के सामानान्तर टिहरी रियायत में भी राजशाही से मुक्ति के लिये संघर्षरत थी। तत्कालीन टिहरी रियासत की राजधानी [[प्रतापनगर]] की तुलना में यह ब्रिटिश [[गढ़वाल]] (गढ़वाल रियासत का वह हिस्सा, जो एक समझौते के तहत [[अंग्रेज़ी]] शासन के अधीन था) के रेल आदि आवागमन के अधिक सुविधाजनक स्थानों के समीप स्थित था। राजमहल से एक किलोमीटर दूर राजभवन स्थापित किया गया, जो भारतीय गणराज्य की स्वतंत्रता के उपरांत टिहरी रियासत को [[1947]]-[[1948]] में संयुक्त प्रांत में सम्मिलित होने पर पचास से अधिक वर्षों तका संयुक्त प्रान्त के पचासवें जनपद टिहरी गढ़वाल के ज़िला मुख्यालय के रूप में उपयोग किया गया। कालान्तर में जनपद टिहरी गढ़वाल की राजधानी टिहरी बांध के निर्माण के फलस्वरूप विस्थापन के उद्देश्य से बनाये गये नये टिहरी शहर न्यू टिहरी स्थानान्तरित हुयी। टिहरी रियासत के कार्मिकों के लिये नियोजित रूप से बनाये गये खूबसूरत भवनों की श्रंखला वर्तमान में इस छोटे नगर के मुख्य बाज़ार के रूप में उपयोग हो रहे हैं। | ||
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यहाँ पर यातायात आदि की भी पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है- | यहाँ पर यातायात आदि की भी पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है- |
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नरेन्द्रनगर
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विवरण | प्रकृति की गोद में बसा उत्तराखण्ड का यह छोटा-सा नगर स्वयं में बड़ा इतिहास समेटे है। |
राज्य | उत्तराखण्ड |
ज़िला | टिहरी गढ़वाल ज़िला |
स्थापना | 1903 में नरेन्द्र शाह द्वारा स्थापित |
मार्ग स्थिति | यह शहर सड़कमार्ग द्वारा दिल्ली से 279 कि.मी. तथा ऋषिकेश से 15 कि.मी. दूरी पर स्थित है। |
प्रसिद्धि | तत्कालीन टिहरी रियासत की राजधानी, कुंजापुरी मंदिर (सिद्धपीठ) |
कैसे पहुँचें | किसी भी शहर से बस और टैक्सी द्वारा पहुँचा जा सकता है। |
हवाई अड्डा | जौली ग्रान्ट हवाई अड्डा, देहरादून |
रेलवे स्टेशन | ऋषिकेश रेलवे स्टेशन |
क्या देखें | उत्तराखण्ड पर्यटन |
क्या ख़रीदें | गहत स्थानीय दाल, |
एस.टी.डी. कोड | 0176 |
सावधानी | बरसात में भूस्खलन |
चित्र:Map-icon.gif | गूगल मानचित्र, हवाई अड्डा |
अन्य जानकारी | नरेन्द्रनगर में आप ट्रेकिंग का भी आनन्द ले सकते हैं। |
नरेन्द्रनगर उत्तराखण्ड का एक छोटा-सा नगर है, जो स्वयं में एक बड़ा इतिहास समेटे हुए है। उत्तराखण्ड के प्रमुख पर्यटक और तीर्थ स्थल ऋषिकेश से मात्र 15 किलोमीटर दूर स्थित यह छोटा-सा पर्वतीय पर्यटक स्थल 1903 में चर्चा में आया, जब तत्कालीन टिहरी रियासत के राज नरेन्द्र शाह ने इसे अपने राज्य की राजधानी प्रतापनगर से हटाकर नरेन्द्रनगर में बनाने का फैसला किया।
इतिहास
thumb||left|250px|राजा नरेन्द्र शाह का क़िला (टिहरी रियायत) टिहरी रियासत की जनता भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सामानान्तर टिहरी रियायत में भी राजशाही से मुक्ति के लिये संघर्षरत थी। तत्कालीन टिहरी रियासत की राजधानी प्रतापनगर की तुलना में यह ब्रिटिश गढ़वाल (गढ़वाल रियासत का वह हिस्सा, जो एक समझौते के तहत अंग्रेज़ी शासन के अधीन था) के रेल आदि आवागमन के अधिक सुविधाजनक स्थानों के समीप स्थित था। राजमहल से एक किलोमीटर दूर राजभवन स्थापित किया गया, जो भारतीय गणराज्य की स्वतंत्रता के उपरांत टिहरी रियासत को 1947-1948 में संयुक्त प्रांत में सम्मिलित होने पर पचास से अधिक वर्षों तका संयुक्त प्रान्त के पचासवें जनपद टिहरी गढ़वाल के ज़िला मुख्यालय के रूप में उपयोग किया गया। कालान्तर में जनपद टिहरी गढ़वाल की राजधानी टिहरी बांध के निर्माण के फलस्वरूप विस्थापन के उद्देश्य से बनाये गये नये टिहरी शहर न्यू टिहरी स्थानान्तरित हुयी। टिहरी रियासत के कार्मिकों के लिये नियोजित रूप से बनाये गये खूबसूरत भवनों की श्रंखला वर्तमान में इस छोटे नगर के मुख्य बाज़ार के रूप में उपयोग हो रहे हैं।
यातायात व परिवहन
यहाँ पर यातायात आदि की भी पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है-
वायुमार्ग
नरेन्द्रनगर से 33 किलोमिटर की दूरी पर देहरादून के निकट जौली ग्रान्ट एयरपोर्ट नज़दीकी एयरपोर्ट है। इंडियन एयरलाइन्स की फ्लाइटें इस एयरपोर्ट को दिल्ली से जोड़ती है।
रेलमार्ग
नरेन्द्रनगर का नज़दीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है, जो 15 किलोमिटर दूर है। ऋषिकेश का नज़दीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार है, जो 25 किलोमिटर दूर है। हरिद्वार देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग
दिल्ली के कश्मीरी गेट से ऋषिकेश के लिए डीलक्स और निजी बसों की व्यवस्था है। राज्य परिवहन निगम की बसें नियमित रूप से दिल्ली और उत्तराखंड के अनेक शहरों से ऋषिकेश के लिए चलती हैं।
पर्यटन
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
पर्यटकों के आकर्षण के लिए यहाँ बहुत कुछ है। नरेन्द्रनगर के समीपवर्ती पर्यटक स्थल 'कुंजापुरी मंदिर' (सिद्धपीठ),और 'नंदी बैल मंदिर' आदि हैं।
वीथिका
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नरेन्द्रनगर की प्राकृतिक छटा
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त्रिवेणी घाट, ऋषिकेश
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ऋषिकेश से बहती गंगा नदी
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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