हुगली: Difference between revisions
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'''हुगली''' [[पश्चिम बंगाल]] का ज़िला है। इसकी स्थापना [[वर्ष]] 1537 ई. में [[पुर्तग़ाली|पुर्तग़ालियों]] द्वारा की गई थी। हुगली पश्चिम बंगाल के शानदार स्थानों में से एक है। यह अपने पर्यटन स्थलों तथा मन्दिरों आदि के लिए बहुत प्रसिद्ध है। | '''हुगली''' [[पश्चिम बंगाल]] का ज़िला है। इसकी स्थापना [[वर्ष]] 1537 ई. में [[पुर्तग़ाली|पुर्तग़ालियों]] द्वारा की गई थी। हुगली पश्चिम बंगाल के शानदार स्थानों में से एक है। यह अपने पर्यटन स्थलों तथा मन्दिरों आदि के लिए बहुत प्रसिद्ध है। | ||
==स्थिति== | ==स्थिति== |
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हुगली
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विवरण | 'हुगली' पश्चिम बंगाल का प्रसिद्ध नगर और पर्यटन स्थल है। यह अपने पर्यटन स्थलों तथा मन्दिरों आदि के लिए बहुत प्रसिद्ध है। | ||
राज्य | पश्चिम बंगाल | ||
ज़िला | हुगली | ||
स्थापना | 1537 ई. में पुर्तग़ालियों द्वारा। | ||
संबंधित लेख | पश्चिम बंगाल, कोलकाता, पश्चिम बंगाल का इतिहास | क्षेत्रफल | 3,149 कि.मी.2 |
जनसंख्या | 5,520,389 (2011) | ||
अन्य जानकारी | हुगली निचले बंगाल की पहली अंग्रेज़ बस्ती (1657) थी, जिसे छोड़कर 1690 में कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) को अंग्रज़ों ने अपनाया। 'चंदरनग' तथा 'सिरामपुर' मुख्य नगर हैं। |
हुगली पश्चिम बंगाल का ज़िला है। इसकी स्थापना वर्ष 1537 ई. में पुर्तग़ालियों द्वारा की गई थी। हुगली पश्चिम बंगाल के शानदार स्थानों में से एक है। यह अपने पर्यटन स्थलों तथा मन्दिरों आदि के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
स्थिति
हुगली 220 360 से 230 140 उत्तरी अक्षांश तथा 870 300 से 880 300 पूर्वी देशांतर रेखाओं के बीच फैला है। इसके उत्तर में वर्धमान, दक्षिण में हावड़ा तथा पश्चिम में मिदनापुर एव बाँकुड़ा ज़िले स्थित हैं।
स्थापना
निचले बंगाल में अपनी व्यापारिक राजधानी सतगांव के पतन के बाद पुर्तग़ालियों ने 1537 में हुगली नगर की स्थापना की थी। यह निचले बंगाल की पहली अंग्रेज़ बस्ती (1657) थी, जिसे छोड़कर 1690 में कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) को अंग्रज़ों ने अपनाया।
नदियाँ
पूरब में हुगली नदी इसकी सीमा निर्धारित करती है। इस ज़िले का क्षेत्रफल 3113 वर्ग कि.मी. है। हुगली, दामोदर तथा रूपनारायण इस ज़िले की प्रमुख नदियाँ हैं। नदियों के बीच विस्तृत जलमग्न क्षेत्र मिलते हैं। 'डानकुनी', 'शांति' तथा 'दलकी' उल्लेखनीय दलदली क्षेत्र हैं।
कृषि तथा उद्योग
हुगली ज़िले में उपजाऊ निम्न जलोढ़ीय क्षेत्र है, जिसके बीच-बीच में दलदल और नदियों की छड़ान स्थित है। इससे होकर रूपनारायण व दामोदर नदियों का जल निकास होता है। चावल, पटसन, गन्ना और आलू यहां की प्रमुख फ़सलें हैं। केले व आम की भी खेती होती है। हुगली नदी का तटवर्ती क्षेत्र घनी आबादी वाला है। यहां भारी मात्रा में उद्योग भी हैं, जिनमें पटसन, चावल, सूती वस्त्र की मिलें और रबड़ तथा रसायन के कारख़ाने शामिल हैं।
- यह ज़िला उघोग के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है। ज़िले में 'चंदरनग' तथा 'सिरामपुर' मुख्य नगर हैं।
पर्यटन
हुगली अपने पर्यटन स्थलों और मन्दिरों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहाँ की सैर करना पर्यटकों को बहुत पसंद आता है, क्योंकि वह यहां पर बेहद खूबसूरत पर्यटक स्थलों के मनमोहक दृश्य देख सकते हैं। बंदेल चर्च, इमामबाड़ा, हंगशेषवरी मन्दिर, तारकेश्वर, राधानगर, देवआनंदपुर और चंदननगर इसके मुख्य पर्यटक स्थल हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख