श्री यंत्र: Difference between revisions

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Latest revision as of 12:16, 21 March 2014

thumb|श्री यंत्र श्री यंत्र या श्री चक्र एक अद्भुत, रहस्यमय, सिद्धिप्रद, निश्चित प्रभाव उत्पन्न करने वाला यंत्र है।

  • यह रेखागणित की एक जटिल आकृति है।
  • श्री यंत्र की स्थापना और पूजा से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। इस यंत्र की अधिष्ठात्री भगवती त्रिपुरा सुंदरी देवी हैं। यह सभी यंत्रो में शिरोमणि है और इसे 'यंत्रराज' कहा जाता है।
  • श्री विद्या के गूढ़ रहस्य को समझने के लिए शंकराचार्य विरचित 'सौंदर्य लहरी' आदि ग्रंथ हैं।
  • श्री यंत्र को सिद्ध करने के लिए वैशाख, जेठ, कार्तिक, और माघ, ये चार महीने उत्तम हैं।
  • तिरुपति बाला जी, श्री नाथ जी, पशुपतिनाथ, रामेश्वर आदि मंदिरों की समृद्धि और वैभव के मूल में श्री यंत्र की प्रतिष्ठा है। नवरात्रि, धनतेरस के दिन 'श्रीयंत्र' का पूजन करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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