वीरेन्द्र सहवाग: Difference between revisions

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'''वीरेंद्र सहवाग''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Virender Sehwag'', जन्म- [[20 अक्टूबर]], [[1978]] [[हरियाणा]]) [[भारत]] के [[क्रिकेट]] खिलाड़ी हैं, जो वर्तमान समय में विश्व के सबसे आक्रामक [[बल्लेबाज़]] के रूप में प्रसिद्ध हैं। सहवाग भारतीय टीम को बहुत तेज शुरुआत देते हैं और गेंदबाजों पर शुरू से ही हावी हो जाते हैं। सहवाग अगर अपने लय में हों तो किसी भी आक्रमण को ध्वस्त करने की क्षमता रखते हैं। सहवाग जब क्रीज पर रहते हैं, तब तक विरोधियों के माथे पर उनकी क्रीज पर मौजूदगी का खौफ साफ-साफ देखा जा सकता है।
'''वीरेंद्र सहवाग''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Virender Sehwag'', जन्म- [[20 अक्टूबर]], [[1978]]) प्रसिद्ध पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। विश्व के सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज़ों में से एक रहे हैं। सहवाग ने [[अक्टूबर]], [[2015]] को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। सर डोनाल्ड ब्रेडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने [[टेस्ट क्रिकेट]] में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है। सहवाग अपने पूरे करियर में भारतीय टीम को बहुत तेज शुरुआत देते थे और गेंदबाजों पर शुरू से ही हावी हो जाते थे। सहवाग जब क्रीज पर रहते थे, तब तक विरोधियों के माथे पर उनकी क्रीज पर मौजूदगी का खौफ साफ-साफ देखा जा सकता था।
==जीवन परिचय==
==जीवन परिचय==
====आरंभिक जीवन====
====आरंभिक जीवन====
सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर 1978 को [[हरियाणा]] के एक जाट [[परिवार]] में हुआ। सहवाग अपने माता-पिता के चार बच्चों में तीसरे संतान हैं। सहवाग से बड़ी दो बहनें मंजू और अंजू हैं जबकि उनसे छोटे एक भाई हैं जिनका नाम विनोद है। सहवाग के पिता कृष्ण सहवाग बताते हैं कि उनमें क्रिकेट के लिए प्यार सात माह की उम्र से ही जाग गया था, जब उनके [[पिता]] ने पहली बार उन्हें खिलौना बैट दिया था। इसके बाद बारह साल की उम्र में वह क्रिकेट के दौरान अपना दांत तुड़वाकर घर पहुंचे तो पिता ने क्रिकेट खेलने पर बैन लगा दिया था। यह बैन उनकी मां के हस्तक्षेप के बाद ही टूट पाया था। उसके बाद तो क्रिकेट उनका हमेशा पहला प्यार बना रहा। 2004 में सहवाग ने शादी रचाई और उनकी पत्नी हैं आरती सहवाग। इन दोनों के दो पुत्र हैं।   
सहवाग का जन्म [[20 अक्टूबर]], [[1978]] को [[हरियाणा]] के एक जाट [[परिवार]] में हुआ। सहवाग अपने माता-पिता के चार बच्चों में तीसरे संतान हैं। सहवाग से बड़ी दो बहनें मंजू और अंजू हैं जबकि उनसे छोटे एक भाई हैं जिनका नाम विनोद है। सहवाग के पिता कृष्ण सहवाग बताते हैं कि उनमें क्रिकेट के लिए प्यार सात माह की उम्र से ही जाग गया था, जब उनके [[पिता]] ने पहली बार उन्हें खिलौना बैट दिया था। इसके बाद बारह साल की उम्र में वह क्रिकेट के दौरान अपना दांत तुड़वाकर घर पहुंचे तो पिता ने क्रिकेट खेलने पर बैन लगा दिया था। यह बैन उनकी माँ के हस्तक्षेप के बाद ही टूट पाया था। उसके बाद तो क्रिकेट उनका हमेशा पहला प्यार बना रहा। [[2004]] में सहवाग ने शादी रचाई और उनकी पत्नी हैं आरती सहवाग। इन दोनों के दो पुत्र हैं।   
==खेल जीवन==
==खेल जीवन==
वीरू, नज़फगढ़ के नवाब, मुल्तान के सुल्तान और जेन मास्टर ऑफ़ माडर्न क्रिकेट के उपनामों से मशहूर वीरेंद्र सहवाग ने पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 1999 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेला था। इस मैच में सहवाग एक रन बनाकर चलते बने और गेंदबाजी के दौरान तीन ओवरों में 35 रन दे डाले। इसके बाद सहवाग को काफ़ी समय तक टीम में शामिल नहीं किया गया। जिंबाब्वे के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज में दिसंबर 2000 में सहवाग को फिर से टीम में शामिल किया गया। अगस्त 2001 में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ ट्राई सीरीज में सहवाग ने पारी की शुरुआत करते हुए करियर का पहला अर्धशतक जमाया। इसी सीरीज में न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ 69 गेंदों पर शतक ठोककर सहवाग ने अपने हुनर का नमूना पेश किया। [[टेस्ट क्रिकेट]] में भारत की ओर से तिहरा शतक जड़ने वाले सहवाग एकमात्र भारतीय हैं।
वीरू, नज़फगढ़ के नवाब, मुल्तान के सुल्तान और जेन मास्टर ऑफ़ माडर्न क्रिकेट के उपनामों से मशहूर वीरेंद्र सहवाग ने पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 1999 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेला था। इस मैच में सहवाग एक रन बनाकर चलते बने और गेंदबाजी के दौरान तीन ओवरों में 35 रन दे डाले। इसके बाद सहवाग को काफ़ी समय तक टीम में शामिल नहीं किया गया। जिंबाब्वे के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज में [[दिसंबर]], [[2000]] में सहवाग को फिर से टीम में शामिल किया गया। [[अगस्त]], [[2001]] में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ ट्राई सीरीज में सहवाग ने पारी की शुरुआत करते हुए करियर का पहला अर्धशतक जमाया। इसी सीरीज में न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ 69 गेंदों पर शतक ठोककर सहवाग ने अपने हुनर का नमूना पेश किया।
====कीर्तिमान====
====कीर्तिमान====
* [[एकदिवसीय क्रिकेट|एकदिवसीय]] में सबसे तेज गति से शतक बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी का रिकार्ड भी सहवाग के नाम है। उन्होंने मार्च 2010 में हैमिल्टन में न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ सिर्फ 60 गेंदों पर शतक बनाया।
* अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज गति से बनाया तिहरा शतक (319) जिसके लिए उन्होंने मात्र 278 गेंद खेलीं।
* [[टेस्ट क्रिकेट]] में प्रारंभिक विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड भी सहवाग के ही नाम है। [[राहुल द्रविड़]] के साथ 410 रन की साझेदारी करके वीरू ने कीर्तिमान बनाया था।
* टेस्ट क्रिकेट में 30 से ज़्यादा औसत के साथ सहवाग का स्ट्राइक रेट (82.23) दुनिया में सबसे ज़्यादा है।
* एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक स्कोर 219 रन है, जो एक विश्व रिकार्ड है।
* सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। डॉन ब्रैडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है।  
*सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। डॉन ब्रैडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है।
*अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में किसी बल्लेबाज द्वारा यह सबसे तेज गति से बनाया तिहरा शतक (319 रन) भी है। इसके लिए उन्होंने मात्र 278 गेंद खेलीं।
* तीस से ज़्यादा औसत के साथ सहवाग का स्ट्राइक रेट दुनिया में सबसे ज़्यादा है।
* इसके अलावा वह दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में दो तिहरे शतक बनाने के साथ एक पारी में पांच विकेट भी हासिल किए हैं।
* इसके अलावा वह दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में दो तिहरे शतक बनाने के साथ एक पारी में पांच विकेट भी हासिल किए हैं।
==सहवाग के आदर्श==
==सहवाग के आदर्श==
सहवाग [[क्रिकेट]] के भगवान कहे जाने वाले [[सचिन तेंदुलकर]] को अपना मार्गदर्शक मानते हैं। अपनी बैटिंग शैली के लिए सहवाग की तुलना सचिन तेंदुलकर से की जाती है। बड़े स्कोर बनाने के मामले में वह [[ऑस्ट्रेलिया]] के सर डॉन ब्रैडमैन और वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा के समकक्ष ठहरते हैं। उनके आदर्श सचिन तेंदुलकर इस मामले में उनसे कहीं पीछे हैं।  
सहवाग [[क्रिकेट]] के भगवान कहे जाने वाले [[सचिन तेंदुलकर]] को अपना मार्गदर्शक मानते हैं। अपनी बैटिंग शैली के लिए सहवाग की तुलना सचिन तेंदुलकर से की जाती है। बड़े स्कोर बनाने के मामले में वह [[ऑस्ट्रेलिया]] के सर डॉन ब्रैडमैन और वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा के समकक्ष ठहरते हैं। उनके आदर्श सचिन तेंदुलकर इस मामले में उनसे कहीं पीछे हैं।  
==तिहरा शतक==
==बड़े शतक बनाने में माहिर==
सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। ब्रैडमैन और लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है। इसके अलावा वह दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में दो तिहरे शतक बनाने के साथ एक पारी में पांच विकेट भी हासिल किए हैं। सहवाग भारत के अकेले बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सर्वाधिक 319 रन का रिकार्ड बनाया है। जो उन्होंने 2008 में चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ बनाया था। यह भारतीय रिकार्ड है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में किसी बल्लेबाज द्वारा यह सबसे तेज गति से बनाया तिहरा शतक भी है। इसके लिए उन्होंने मात्र 278 गेंद खेलीं। इससे पहले उन्होंने 2004 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मुल्तान में 309 रन की पारी खेली थी। [[मुंबई]] में श्रीलंका के ख़िलाफ़ तीन तिहरे शतक का विश्व रिकार्ड बनाने से मात्र सात रन से चूक गये। वह 290 और 299 के बीच आउट होने वाले दुनिया के चौथे बल्लेबाज भी बने। टेस्ट क्रिकेट में रिकार्ड तीसरा तिहरा शतक जड़ने से चूके सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग मायूस क़तई नहीं हैं। उनका कहना है कि मैं बहुत खुश हूं कि 293 रन बनाये।
सहवाग अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बड़े एवं धुंआधार शतक बनाने में माहिर माने जाते थे। सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। डॉन ब्रैडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है। [[चित्र:Virender-Sehwag-Batting-Test-Match.jpg|thumb|left|सहवाग टेस्ट मैचों में बल्लेबाज़ी करते हुए]] इसके अलावा वह दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में दो तिहरे शतक बनाने के साथ एक पारी में पांच विकेट भी हासिल किए हैं। सहवाग भारत के अकेले बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सर्वाधिक 319 रन का रिकार्ड बनाया है। जो उन्होंने 2008 में चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ बनाया था। यह भारतीय रिकार्ड है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में किसी बल्लेबाज द्वारा यह सबसे तेज गति से बनाया तिहरा शतक भी है। इसके लिए उन्होंने मात्र 278 गेंद खेलीं। इससे पहले उन्होंने 2004 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मुल्तान में 309 रन की पारी खेली थी। [[मुंबई]] में श्रीलंका के ख़िलाफ़ तीन तिहरे शतक का विश्व रिकार्ड बनाने से मात्र सात रन से चूक गये। वह 290 और 299 के बीच आउट होने वाले दुनिया के चौथे बल्लेबाज भी बने। सहवाग भारत की ओर से सर्वाधिक छ: दोहरे शतक बनाने वाले बल्लेबाज हैं। सहवाग को बड़े-बड़े शतक बनाने की आदत रही है। टेस्ट मैचों में उन्होंने जो अंतिम 11 शतक बनाए हैं सभी में 150 से ऊपर स्कोर किया है। इनमें दो तिहरे और तीन दोहरे शतक शामिल हैं। अपने पहले ही टेस्ट में शतक जड़ने वाले सहवाग की तुलना उनके आदर्श सचिन तेंदुलकर से की जाने लगी थी। लेकिन समय के साथ सहवाग ने साबित किया कि उनका अपना एक अलग स्टाइल है।  
==दोहरा शतक==
सहवाग भारत की ओर से सर्वाधिक छ: दोहरे शतक बनाने वाले बल्लेबाज हैं। सहवाग को बड़े-बड़े शतक बनाने की आदत रही है। टेस्ट मैचों में उन्होंने जो अंतिम 11 शतक बनाए हैं सभी में 150 से ऊपर स्कोर किया है। इनमें दो तिहरे और तीन दोहरे शतक शामिल हैं। अपने पहले ही टेस्ट में शतक जड़ने वाले सहवाग की तुलना उनके आदर्श सचिन तेंदुलकर से की जाने लगी थी। लेकिन समय के साथ सहवाग ने साबित किया कि उनका अपना एक अलग स्टाइल है।  
==उतार चढ़ाव==
==उतार चढ़ाव==
सहवाग का अच्छा समय रहा तो बुरा समय भी रहा। लंबे समय तक वे भारतीय टीम से अलग भी रहे। ख़ासकर [[2007]] के विश्व कप के बाद तो उनका वनवास कुछ लंबा ही रहा। लेकिन वापसी हुई तो ज़बरदस्त। सहवाग ने वनडे के साथ-साथ टेस्ट में भी सलामी बल्लेबाज़ी की है और ख़ूब चले भी हैं। बल्ले के साथ-साथ सहवाग उपयोगी गेंदबाज़ भी हैं और कई मौक़े पर उन्होंने भारत को अहम सफलताएँ दिलाई हैं।  
सहवाग का अच्छा समय रहा तो बुरा समय भी रहा। लंबे समय तक वे भारतीय टीम से अलग भी रहे। ख़ासकर [[2007]] के विश्व कप के बाद तो उनका वनवास कुछ लंबा ही रहा। लेकिन वापसी हुई तो ज़बरदस्त। सहवाग ने वनडे के साथ-साथ टेस्ट में भी सलामी बल्लेबाज़ी की है और ख़ूब चले भी हैं। बल्ले के साथ-साथ सहवाग उपयोगी गेंदबाज़ भी हैं और कई मौक़े पर उन्होंने भारत को अहम सफलताएँ दिलाई हैं।  


==सम्मान और पुरस्कार==
==सम्मान और पुरस्कार==
सहवाग को 2008 में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए ‘विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड’ से सम्मानित किया गया। सहवाग ने इस पुरस्कार को 2009 में भी अपने नाम किया। इसके अलावा वीरू को 2002 में [[अर्जुन पुरस्कार]] का सम्मान मिल चुका है।
सहवाग को 2008 में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए ‘विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड’ से सम्मानित किया गया। सहवाग ने इस पुरस्कार को 2009 में भी अपने नाम किया। इसके अलावा वीरू को 2002 में [[अर्जुन पुरस्कार]] का सम्मान मिल चुका है। इसके 2010 में सहवाग को टेस्ट में आईसीसी प्लेयर ऑफ़ द ईयर भी चुना गया है।




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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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Latest revision as of 09:45, 20 October 2017

वीरेन्द्र सहवाग
व्यक्तिगत परिचय
पूरा नाम वीरेंद्र सहवाग
अन्य नाम वीरू, नज़फगढ़ के नवाब, मुल्तान का सुल्तान
जन्म 20 अक्टूबर, 1978
जन्म भूमि हरियाणा
ऊँचाई 5 फ़ुट 7 इंच
अभिभावक पिता- कृष्ण सहवाग माता- कृष्णा
पत्नी आरती सहवाग
संतान दो पुत्र
खेल परिचय
बल्लेबाज़ी शैली दाएँ हाथ के बल्लेबाज़
गेंदबाज़ी शैली दाएँ हाथ के ऑफ ब्रेक गेंदबाज़
टीम भारत, एशिया एकादश, आईसीसी वर्ल्ड एकादश, विश्व एकादश, दिल्ली, दिल्ली डेयरडेविल्स, किंग्स इलेवन पंजाब
भूमिका बल्लेबाज, कमेंटेटर
पहला टेस्ट नवंबर, 2001 को दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़
आख़िरी टेस्ट 2-5 मार्च, 2013 को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़
पहला वनडे अप्रैल, 1999 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़
आख़िरी वनडे 3 जनवरी, 2013 को पाकिस्तान के ख़िलाफ़
कैरियर आँकड़े
प्रारूप टेस्ट क्रिकेट एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय टी-20 अन्तर्राष्ट्रीय
मुक़ाबले 104 251 19
बनाये गये रन 8586 8273 394
बल्लेबाज़ी औसत 49.34 35.05 21.88
100/50 23/32 15/38 0/2
सर्वोच्च स्कोर 319 219 68
फेंकी गई गेंदें 3731 4392 6
विकेट 40 96 -
गेंदबाज़ी औसत 47.35 40.13 -
पारी में 5 विकेट 1 बार - -
मुक़ाबले में 10 विकेट
सर्वोच्च गेंदबाज़ी 5/104 4/6
कैच/स्टम्पिंग 91 93 2
संबंधित लेख सचिन तेंदुलकर, महेन्द्र सिंह धोनी, राहुल द्रविड़
सम्मान एवं पुरस्कार ‘विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड’ (2008) और (2009); अर्जुन पुरस्कार (2002), टेस्ट में 'आईसीसी प्लेयर ऑफ़ द ईयर' (2010)।
अन्य जानकारी सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। सर डोनाल्ड ब्रेडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है।
बाहरी कड़ियाँ क्रिकइंफ़ों
अद्यतन

वीरेंद्र सहवाग (अंग्रेज़ी: Virender Sehwag, जन्म- 20 अक्टूबर, 1978) प्रसिद्ध पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। विश्व के सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज़ों में से एक रहे हैं। सहवाग ने अक्टूबर, 2015 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। सर डोनाल्ड ब्रेडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है। सहवाग अपने पूरे करियर में भारतीय टीम को बहुत तेज शुरुआत देते थे और गेंदबाजों पर शुरू से ही हावी हो जाते थे। सहवाग जब क्रीज पर रहते थे, तब तक विरोधियों के माथे पर उनकी क्रीज पर मौजूदगी का खौफ साफ-साफ देखा जा सकता था।

जीवन परिचय

आरंभिक जीवन

सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर, 1978 को हरियाणा के एक जाट परिवार में हुआ। सहवाग अपने माता-पिता के चार बच्चों में तीसरे संतान हैं। सहवाग से बड़ी दो बहनें मंजू और अंजू हैं जबकि उनसे छोटे एक भाई हैं जिनका नाम विनोद है। सहवाग के पिता कृष्ण सहवाग बताते हैं कि उनमें क्रिकेट के लिए प्यार सात माह की उम्र से ही जाग गया था, जब उनके पिता ने पहली बार उन्हें खिलौना बैट दिया था। इसके बाद बारह साल की उम्र में वह क्रिकेट के दौरान अपना दांत तुड़वाकर घर पहुंचे तो पिता ने क्रिकेट खेलने पर बैन लगा दिया था। यह बैन उनकी माँ के हस्तक्षेप के बाद ही टूट पाया था। उसके बाद तो क्रिकेट उनका हमेशा पहला प्यार बना रहा। 2004 में सहवाग ने शादी रचाई और उनकी पत्नी हैं आरती सहवाग। इन दोनों के दो पुत्र हैं।

खेल जीवन

वीरू, नज़फगढ़ के नवाब, मुल्तान के सुल्तान और जेन मास्टर ऑफ़ माडर्न क्रिकेट के उपनामों से मशहूर वीरेंद्र सहवाग ने पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 1999 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेला था। इस मैच में सहवाग एक रन बनाकर चलते बने और गेंदबाजी के दौरान तीन ओवरों में 35 रन दे डाले। इसके बाद सहवाग को काफ़ी समय तक टीम में शामिल नहीं किया गया। जिंबाब्वे के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज में दिसंबर, 2000 में सहवाग को फिर से टीम में शामिल किया गया। अगस्त, 2001 में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ ट्राई सीरीज में सहवाग ने पारी की शुरुआत करते हुए करियर का पहला अर्धशतक जमाया। इसी सीरीज में न्यूजीलैंड के ख़िलाफ़ 69 गेंदों पर शतक ठोककर सहवाग ने अपने हुनर का नमूना पेश किया।

कीर्तिमान

  • अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज गति से बनाया तिहरा शतक (319) जिसके लिए उन्होंने मात्र 278 गेंद खेलीं।
  • टेस्ट क्रिकेट में 30 से ज़्यादा औसत के साथ सहवाग का स्ट्राइक रेट (82.23) दुनिया में सबसे ज़्यादा है।
  • सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। डॉन ब्रैडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है।
  • इसके अलावा वह दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में दो तिहरे शतक बनाने के साथ एक पारी में पांच विकेट भी हासिल किए हैं।

सहवाग के आदर्श

सहवाग क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को अपना मार्गदर्शक मानते हैं। अपनी बैटिंग शैली के लिए सहवाग की तुलना सचिन तेंदुलकर से की जाती है। बड़े स्कोर बनाने के मामले में वह ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन और वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा के समकक्ष ठहरते हैं। उनके आदर्श सचिन तेंदुलकर इस मामले में उनसे कहीं पीछे हैं।

बड़े शतक बनाने में माहिर

सहवाग अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बड़े एवं धुंआधार शतक बनाने में माहिर माने जाते थे। सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। डॉन ब्रैडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है। thumb|left|सहवाग टेस्ट मैचों में बल्लेबाज़ी करते हुए इसके अलावा वह दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में दो तिहरे शतक बनाने के साथ एक पारी में पांच विकेट भी हासिल किए हैं। सहवाग भारत के अकेले बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सर्वाधिक 319 रन का रिकार्ड बनाया है। जो उन्होंने 2008 में चेन्नई में दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ बनाया था। यह भारतीय रिकार्ड है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में किसी बल्लेबाज द्वारा यह सबसे तेज गति से बनाया तिहरा शतक भी है। इसके लिए उन्होंने मात्र 278 गेंद खेलीं। इससे पहले उन्होंने 2004 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मुल्तान में 309 रन की पारी खेली थी। मुंबई में श्रीलंका के ख़िलाफ़ तीन तिहरे शतक का विश्व रिकार्ड बनाने से मात्र सात रन से चूक गये। वह 290 और 299 के बीच आउट होने वाले दुनिया के चौथे बल्लेबाज भी बने। सहवाग भारत की ओर से सर्वाधिक छ: दोहरे शतक बनाने वाले बल्लेबाज हैं। सहवाग को बड़े-बड़े शतक बनाने की आदत रही है। टेस्ट मैचों में उन्होंने जो अंतिम 11 शतक बनाए हैं सभी में 150 से ऊपर स्कोर किया है। इनमें दो तिहरे और तीन दोहरे शतक शामिल हैं। अपने पहले ही टेस्ट में शतक जड़ने वाले सहवाग की तुलना उनके आदर्श सचिन तेंदुलकर से की जाने लगी थी। लेकिन समय के साथ सहवाग ने साबित किया कि उनका अपना एक अलग स्टाइल है।

उतार चढ़ाव

सहवाग का अच्छा समय रहा तो बुरा समय भी रहा। लंबे समय तक वे भारतीय टीम से अलग भी रहे। ख़ासकर 2007 के विश्व कप के बाद तो उनका वनवास कुछ लंबा ही रहा। लेकिन वापसी हुई तो ज़बरदस्त। सहवाग ने वनडे के साथ-साथ टेस्ट में भी सलामी बल्लेबाज़ी की है और ख़ूब चले भी हैं। बल्ले के साथ-साथ सहवाग उपयोगी गेंदबाज़ भी हैं और कई मौक़े पर उन्होंने भारत को अहम सफलताएँ दिलाई हैं।

सम्मान और पुरस्कार

सहवाग को 2008 में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए ‘विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड’ से सम्मानित किया गया। सहवाग ने इस पुरस्कार को 2009 में भी अपने नाम किया। इसके अलावा वीरू को 2002 में अर्जुन पुरस्कार का सम्मान मिल चुका है। इसके 2010 में सहवाग को टेस्ट में आईसीसी प्लेयर ऑफ़ द ईयर भी चुना गया है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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