पंकज पचौरी: Difference between revisions
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thumb|पंकज पचौरी पंकज पचौरी का जन्म सितम्बर, 1963 ई. में हुआ था। कुल इक्कीस वर्ष की उम्र में 'पैट्रियट' अख़बार से अपना पत्रकार जीवन शुरु करने वाले श्री पंकज पचौरी आज जनसंचार माध्यमों का एक जाना-माना और प्रतिष्ठित नाम है। पिछले पच्चीस वर्षों से पत्रकारिता और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में निरंतर सक्रिय श्री पचौरी ने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनेक समाचार-पत्रों एवं संस्थानों, जैसे-'एनडीटीवी', 'द संडे ऑब्जार्वर', 'इंडिया टुडे', 'बीबीसी' तथा 'अमरीकन पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग सर्विस' को अपनी विशिष्ट सेवाएँ प्रदान की हैं।
सक्रियता
'एनडीटीवी इंडिया' के 'हम लोग' जैसे कार्यक्रम के जरिए ख़ास लोगों से लेकर आम आदमी तक के ज्वलंत मुद्दों को पंकज पचौरी उठा रहे हैं। इसके साथ ही वे 'एनडीटीवी प्रॉफ़िट' पर 'मनीमंत्र' कार्यक्रम के जरिए हमारी अर्थगत क्रियाओं को राजनीति व समाज सहित व्यापक परिप्रेक्ष्य में देखने-दिखलाने की सार्थक कोशिश भी कर रहे हैं।
योगदान
श्री पंकज पचौरी ने हिंदी को जनसंचार की सुगम और सुव्यवस्थित भाषा बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके लिए मीडिया के मंच के सार्थक इस्तेमाल के साथ-साथ उन्होंने बौद्धिक विमर्श के अन्य महत्वपूर्ण मंचों का भी भरपूर उपयोग किया है।
पुरस्कार
हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित करने वाले पंकज पचौरी को 'केंद्रीय हिंदी संस्थान' ने 'गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार' प्रदान किया है, जिसके लिए संस्थान हर्षित है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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