हुगली नदी: Difference between revisions

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यद्यपि कोलकाता के बाद यह नदी गाद से घिरी हुई है, लेकिन छोटे समुद्री जहाज़ों को नगर तक ले जाया जा सकता है। तलछट की लगातार सफ़ाई और उच्च ज्वार के समय भीतरी भाग में पहुँचने वाली ज्वार भित्ति द्वारा सफ़ाई से नौकायन संभव हो पाता है। बांग्लादेश के साथ बातचीत के फलस्वरूप गंगा नदी का कुछ पानी फरक्का की ओर मोड़ दिया जाता है, ताकि कोलकाता में गाद के जमाव को कम किया जा सके। कोलकाता से हुगली नदी पश्चिम तथा दक्षिण में रूपनारायण मुहाने की ओर बहती है, फिर दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम में मुड़कर 5 से 32 किमी बाहर चौड़े मुहाने के ज़रिये बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। इसकी धारा के निचले भाग में कुछ किमी दूर [[हल्दी नदी]] के संगम पर हल्दिया का नया बंदरगाह स्थित है। नवद्वीप और कोलकाता के बीच हुगली पर छह पुल हैं, जिनमें से सिर्फ़ बाली (विवेकानंद पुल) सड़क और रेल पुल, दोनों है। कोलकाता हुगली नदी पर स्थित एक प्रमुख बंदरगाह है। ग्रीष्म ऋतु में हुगली नदी के बहाव को निरंतर बनाये रखने के लिये गंगा नदी के जल के एक बड़े हिस्से को फ़रक्का बाँध के द्वारा हुगली नदी में मोड़ दिया जाता है।
यद्यपि कोलकाता के बाद यह नदी गाद से घिरी हुई है, लेकिन छोटे समुद्री जहाज़ों को नगर तक ले जाया जा सकता है। तलछट की लगातार सफ़ाई और उच्च ज्वार के समय भीतरी भाग में पहुँचने वाली ज्वार भित्ति द्वारा सफ़ाई से नौकायन संभव हो पाता है। बांग्लादेश के साथ बातचीत के फलस्वरूप गंगा नदी का कुछ पानी फरक्का की ओर मोड़ दिया जाता है, ताकि कोलकाता में गाद के जमाव को कम किया जा सके। कोलकाता से हुगली नदी पश्चिम तथा दक्षिण में रूपनारायण मुहाने की ओर बहती है, फिर दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम में मुड़कर 5 से 32 किमी बाहर चौड़े मुहाने के ज़रिये बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। इसकी धारा के निचले भाग में कुछ किमी दूर [[हल्दी नदी]] के संगम पर हल्दिया का नया बंदरगाह स्थित है। नवद्वीप और कोलकाता के बीच हुगली पर छह पुल हैं, जिनमें से सिर्फ़ बाली (विवेकानंद पुल) सड़क और रेल पुल, दोनों है। कोलकाता हुगली नदी पर स्थित एक प्रमुख बंदरगाह है। ग्रीष्म ऋतु में हुगली नदी के बहाव को निरंतर बनाये रखने के लिये गंगा नदी के जल के एक बड़े हिस्से को फ़रक्का बाँध के द्वारा हुगली नदी में मोड़ दिया जाता है।
==नदी की गहराई==
==नदी की गहराई==
*हुगली काफी गहरी नदी है।  
*हुगली काफ़ी गहरी नदी है।  
*हुगली नदी की औसत गहराई 108 फीट (32 मीटर), और अधिकतम गहराई है 381 फीट (117 मीटर) है।  
*हुगली नदी की औसत गहराई 108 फीट (32 मीटर), और अधिकतम गहराई है 381 फीट (117 मीटर) है।  
*हुगली की दूर की गहराई 95 फीट (29 मीटर) है।  
*हुगली की दूर की गहराई 95 फीट (29 मीटर) है।  

Revision as of 11:16, 30 November 2010

[[चित्र:Hooghli-River-Kolkata.jpg|thumb|250px|हुगली नदी, कोलकाता
Hooghli River, Kolkata]] हुगली नदी पश्चिम बंगाल राज्य, पूर्वोत्तर भारत में स्थित है। यह गंगा की एक धारा है, जो कोलकाता (भूतपूर्व कलकत्ता) को बंगाल की खाड़ी से जोड़ती है। यह नवद्वीप के पास भागीरथी और जलांगि नदियों के मेल से बनती हैं। वहाँ से हुगली सामान्यत: दक्षिण दिशा में सघन औद्योगिक क्षेत्र[1] से होती हुई लहभग 260 किमी दूर बंगाल की खाड़ी तक बहती है। मुर्शिदाबाद शहर से हुगली शहर तक गंगा का नाम भागीरथी नदी तथा हुगली शहर से मुहाने तक गंगा का नाम हुगली नदी है। इस नदी के निचले हिस्से में दामोदर, रूपनारायण और हल्दी (कसई) नदियाँ मिलती हैं, जो पश्चिमोत्तर में छोटा नागपुर के पठार से निकलती हैं।

नदी का बहाव

यद्यपि कोलकाता के बाद यह नदी गाद से घिरी हुई है, लेकिन छोटे समुद्री जहाज़ों को नगर तक ले जाया जा सकता है। तलछट की लगातार सफ़ाई और उच्च ज्वार के समय भीतरी भाग में पहुँचने वाली ज्वार भित्ति द्वारा सफ़ाई से नौकायन संभव हो पाता है। बांग्लादेश के साथ बातचीत के फलस्वरूप गंगा नदी का कुछ पानी फरक्का की ओर मोड़ दिया जाता है, ताकि कोलकाता में गाद के जमाव को कम किया जा सके। कोलकाता से हुगली नदी पश्चिम तथा दक्षिण में रूपनारायण मुहाने की ओर बहती है, फिर दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम में मुड़कर 5 से 32 किमी बाहर चौड़े मुहाने के ज़रिये बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। इसकी धारा के निचले भाग में कुछ किमी दूर हल्दी नदी के संगम पर हल्दिया का नया बंदरगाह स्थित है। नवद्वीप और कोलकाता के बीच हुगली पर छह पुल हैं, जिनमें से सिर्फ़ बाली (विवेकानंद पुल) सड़क और रेल पुल, दोनों है। कोलकाता हुगली नदी पर स्थित एक प्रमुख बंदरगाह है। ग्रीष्म ऋतु में हुगली नदी के बहाव को निरंतर बनाये रखने के लिये गंगा नदी के जल के एक बड़े हिस्से को फ़रक्का बाँध के द्वारा हुगली नदी में मोड़ दिया जाता है।

नदी की गहराई

  • हुगली काफ़ी गहरी नदी है।
  • हुगली नदी की औसत गहराई 108 फीट (32 मीटर), और अधिकतम गहराई है 381 फीट (117 मीटर) है।
  • हुगली की दूर की गहराई 95 फीट (29 मीटर) है।
  • बैरकपुर और सेरामपूर में हुगली नदी की अधिकतम गहराई 300 फीट (90 मीटर) है।
  • नैहाटी और बैंडेल में हुगली नदी की अधिकतम गहराई 48 फीट (15 मीटर की दूरी पर है) के बीच की है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. जहाँ पश्चिम बंगाल की आधी से अधिक आबादी रहती है

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