जैंतिया पहाड़ियाँ: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
('*जैंतिया की पहाड़ियाँ पूर्वी मेघालय राज्य के पूर्...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
Line 2: | Line 2: | ||
*यहाँ आमतौर पर भारी वर्षा होती है और ये पहाड़ियाँ सघन वनों से ढकी हुई हैं। यहाँ दुर्लभ वन्यजीवों की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं। | *यहाँ आमतौर पर भारी वर्षा होती है और ये पहाड़ियाँ सघन वनों से ढकी हुई हैं। यहाँ दुर्लभ वन्यजीवों की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं। | ||
*यहाँ बेहतरीन लकड़ी का उत्पादन होता है, लेकिन उद्योगों की कमी है। [[कोपिली नदी]], जो इस क्षेत्र की सबसे लंबी धारा है, पथरीली और द्रुत है इसके रास्ते में कई दर्शनीय जलप्रपात हैं। | *यहाँ बेहतरीन लकड़ी का उत्पादन होता है, लेकिन उद्योगों की कमी है। [[कोपिली नदी]], जो इस क्षेत्र की सबसे लंबी धारा है, पथरीली और द्रुत है इसके रास्ते में कई दर्शनीय जलप्रपात हैं। | ||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति | ||
|आधार= | |आधार= |
Revision as of 06:34, 13 December 2010
- जैंतिया की पहाड़ियाँ पूर्वी मेघालय राज्य के पूर्वोत्तर भारत में स्थित है। विरल आबादी वाले इस पर्वतीय क्षेत्र (मेघालय पठार का हिस्सा) की औसत ऊंचाई 900 मीटर से अधिक है।
- यहाँ आमतौर पर भारी वर्षा होती है और ये पहाड़ियाँ सघन वनों से ढकी हुई हैं। यहाँ दुर्लभ वन्यजीवों की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
- यहाँ बेहतरीन लकड़ी का उत्पादन होता है, लेकिन उद्योगों की कमी है। कोपिली नदी, जो इस क्षेत्र की सबसे लंबी धारा है, पथरीली और द्रुत है इसके रास्ते में कई दर्शनीय जलप्रपात हैं।
|
|
|
|
|