पन्हाला दुर्ग: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[चित्र:Panhala-Fort.jpg|thumb|180px|पन्हाला दुर्ग, [[महाराष्ट्र]]]] | |||
'''पन्हाला/परनाला''' | '''पन्हाला/परनाला''' | ||
*पन्हाला दुर्ग [[महाराष्ट्र]] राज्य में स्थित है। | *पन्हाला दुर्ग [[महाराष्ट्र]] राज्य में स्थित है। | ||
Line 4: | Line 5: | ||
*रुस्तमे ज़मान बीजापुर की रियासत के दक्षिण-पश्चिमी भाग का सूबेदार था। | *रुस्तमे ज़मान बीजापुर की रियासत के दक्षिण-पश्चिमी भाग का सूबेदार था। | ||
*रुस्तमे ज़मान ने अफलख़ाँ की मृत्यु के पश्चात बीजापुर की ओर से अफजल ख़ाँ के पुत्र फजलख़ाँ को साथ लेकर उसने शिवाजी पर चढ़ाई की थी। | *रुस्तमे ज़मान ने अफलख़ाँ की मृत्यु के पश्चात बीजापुर की ओर से अफजल ख़ाँ के पुत्र फजलख़ाँ को साथ लेकर उसने शिवाजी पर चढ़ाई की थी। | ||
*पन्हाला की लड़ाई से रुस्तमें जमान बुरी तरह से हारकर [[कृष्णा नदी]] की ओर भाग गया। | *पन्हाला की लड़ाई से रुस्तमें जमान बुरी तरह से हारकर [[कृष्णा नदी]] की ओर भाग गया। | ||
*[[मई]], 1660 में बीजापुर की ओर से सिद्दी जौहर से पन्हाला के क़िले को घेर लिया, किन्तु शिवाजी वहाँ से पहले ही निकल चुके थे। | *[[मई]], 1660 में बीजापुर की ओर से सिद्दी जौहर से पन्हाला के क़िले को घेर लिया, किन्तु शिवाजी वहाँ से पहले ही निकल चुके थे। | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} |
Revision as of 07:05, 12 July 2011
[[चित्र:Panhala-Fort.jpg|thumb|180px|पन्हाला दुर्ग, महाराष्ट्र]] पन्हाला/परनाला
- पन्हाला दुर्ग महाराष्ट्र राज्य में स्थित है।
- पन्हाला दुर्ग पर 1659 ई. में महाराष्ट्र-केसरी शिवाजी तथा बीजापुर के सेनापति रनदौला और रुस्तमे ज़मान के बीच एक मुठभेड़ हुई थी।
- रुस्तमे ज़मान बीजापुर की रियासत के दक्षिण-पश्चिमी भाग का सूबेदार था।
- रुस्तमे ज़मान ने अफलख़ाँ की मृत्यु के पश्चात बीजापुर की ओर से अफजल ख़ाँ के पुत्र फजलख़ाँ को साथ लेकर उसने शिवाजी पर चढ़ाई की थी।
- पन्हाला की लड़ाई से रुस्तमें जमान बुरी तरह से हारकर कृष्णा नदी की ओर भाग गया।
- मई, 1660 में बीजापुर की ओर से सिद्दी जौहर से पन्हाला के क़िले को घेर लिया, किन्तु शिवाजी वहाँ से पहले ही निकल चुके थे।
|
|
|
|
|