खजराना मंदिर इन्दौर: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "जहाज " to "जहाज़ ") |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[चित्र:Khajarana-Ganpati-Indore.jpg|खजराना मंदिर, [[इन्दौर]]|250px|thumb]] | |||
*[[मध्य प्रदेश]] राज्य के शहर [[इन्दौर]] में कई [[इन्दौर पर्यटन|पर्यटन स्थल]] है जिनमें से एक खजराना मंदिर है। | *[[मध्य प्रदेश]] राज्य के शहर [[इन्दौर]] में कई [[इन्दौर पर्यटन|पर्यटन स्थल]] है जिनमें से एक खजराना मंदिर है। | ||
*खजराना मंदिर का निर्माण होल्कर राज्य की महारानी [[अहिल्याबाई होल्कर|अहिल्याबाई]] ने करवाया था। | *खजराना मंदिर का निर्माण होल्कर राज्य की महारानी [[अहिल्याबाई होल्कर|अहिल्याबाई]] ने करवाया था। |
Revision as of 11:30, 2 October 2011
[[चित्र:Khajarana-Ganpati-Indore.jpg|खजराना मंदिर, इन्दौर|250px|thumb]]
- मध्य प्रदेश राज्य के शहर इन्दौर में कई पर्यटन स्थल है जिनमें से एक खजराना मंदिर है।
- खजराना मंदिर का निर्माण होल्कर राज्य की महारानी अहिल्याबाई ने करवाया था।
- इन्दौर के प्रसिद्ध खजराना क्षेत्र में मंदिर तथा मस्जिद दोनों पास-पास स्थित हैं।
- मंदिर में गणेश जी की मूर्ति तथा पास ही नाहर सैयद की दरगाह है।
- इन दोनों स्थानों पर दोनों धर्म के श्रद्धालु आराधना के लिए देश के कोने-कोने से आते हैं।
- इंदौर में यह दूसरा गणेश मंदिर है जहाँ ऐसा माना जाता है कि अगर कोई भक्त मन्नत माँगे तो वह पूरी होती है।
- मंदिर के पास नाहर सैयद की दरगाह पर भी मुसलमान सहित अन्य धर्म के श्रद्धालु आते हैं।
- गणेश जी के मंदिर में विभिन्न संस्कृति तथा सभ्यता के लोग यहाँ पर आकर भगवान की आराधना करते हैं तथा मुराद पूरी हो जाने पर भगवान गणेश को लड्डूओं का भोग लगाते हैं।
- खजराना मंदिर में हर दिन पूजा-आरती आदि होती है पर बुधवार के दिन विशेष पूजा-आरती होती हैं जिसमें सैकड़ों भक्त शामिल होकर गजानन का आशीर्वाद लेते हैं।
- खजराना मंदिर ट्रेन या हवाईजहाज़ द्वारा पहुँचा जा सकता हैं।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ इंदौर के ख्यात गणपति मंदिर (हिन्दी) नारद समाचार। अभिगमन तिथि: 12 फ़रवरी, 2011।
संबंधित लेख