रीवा: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{पुनरीक्षण}} | {{पुनरीक्षण}} | ||
'''रीवा''' [[मध्य प्रदेश]] प्रांत का नगर है। यह विंध्य पठार का एक हिस्से का निर्माण करता है और टोंस एवं उसकी सहायता नदियों द्वारा सिंचित है। | '''रीवा''' [[मध्य प्रदेश]] प्रांत का नगर है। यह विंध्य पठार का एक हिस्से का निर्माण करता है और टोंस एवं उसकी सहायता नदियों द्वारा सिंचित है। | ||
*भूतपूर्व रीवा रियासत की स्थापना लगभग 1400 ई. में बघेल राजपूतों द्वारा की गई थी। | *भूतपूर्व रीवा रियासत की स्थापना लगभग 1400 ई. में बघेल राजपूतों द्वारा की गई थी। | ||
*[[मुग़ल]] सम्राट [[अकबर]] द्वारा बांधवगढ़ नगर को ध्वस्त किए जाने के बाद रीवा महत्त्वपूर्ण बन गया और 1597 ई, में इसे भूतपूर्व रीवा रियासत की राजधानी के रूप में चुना गया। | *[[मुग़ल]] सम्राट [[अकबर]] द्वारा [[बांधवगढ़]] नगर को ध्वस्त किए जाने के बाद रीवा महत्त्वपूर्ण बन गया और 1597 ई, में इसे भूतपूर्व रीवा रियासत की राजधानी के रूप में चुना गया। | ||
*सन 1812 ई. में यहाँ के स्थानीय शासक ने ब्रिटिश सत्ता से समझौता कर अपनी सम्प्रभुता [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] को सौंप दी। | *सन 1812 ई. में यहाँ के स्थानीय शासक ने ब्रिटिश सत्ता से समझौता कर अपनी सम्प्रभुता [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] को सौंप दी। | ||
*यह शहर [[ब्रिटिश साम्राज्य|ब्रिटिश]] बघेलखण्ड एजेंसी की राजधानी भी रहा। | *यह शहर [[ब्रिटिश साम्राज्य|ब्रिटिश]] बघेलखण्ड एजेंसी की राजधानी भी रहा। |
Revision as of 14:17, 8 August 2012
चित्र:Icon-edit.gif | इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
रीवा मध्य प्रदेश प्रांत का नगर है। यह विंध्य पठार का एक हिस्से का निर्माण करता है और टोंस एवं उसकी सहायता नदियों द्वारा सिंचित है।
- भूतपूर्व रीवा रियासत की स्थापना लगभग 1400 ई. में बघेल राजपूतों द्वारा की गई थी।
- मुग़ल सम्राट अकबर द्वारा बांधवगढ़ नगर को ध्वस्त किए जाने के बाद रीवा महत्त्वपूर्ण बन गया और 1597 ई, में इसे भूतपूर्व रीवा रियासत की राजधानी के रूप में चुना गया।
- सन 1812 ई. में यहाँ के स्थानीय शासक ने ब्रिटिश सत्ता से समझौता कर अपनी सम्प्रभुता अंग्रेज़ों को सौंप दी।
- यह शहर ब्रिटिश बघेलखण्ड एजेंसी की राजधानी भी रहा।
|
|
|
|
|