हिन्दी सामान्य ज्ञान 21: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "Category:हिन्दी भाषा" to "Category:हिन्दी सामान्य ज्ञान ") |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 13: | Line 13: | ||
-[[कन्नौजी बोली]] | -[[कन्नौजी बोली]] | ||
+सधुक्कड़ी बोली | +सधुक्कड़ी बोली | ||
-खड़ी बोली | -[[खड़ी बोली]] | ||
{'जनमेजय का नागयज्ञ' किसकी कृति हैं? | {'जनमेजय का नागयज्ञ' किसकी कृति हैं? | ||
Line 28: | Line 28: | ||
-[[कुरुक्षेत्र]] | -[[कुरुक्षेत्र]] | ||
-[[रामायण]] | -[[रामायण]] | ||
-साकेत | -[[साकेत (महाकाव्य)|साकेत]] | ||
||[[चित्र:Kamayani.jpg|100px|right|कामायनी]]'कामायनी' की कथा पन्द्रह सगों में विभक्त है, जिनका नामकरण चिंता, आशा, श्रद्धा, काम, वासना, लज्जा आदि मनोविकारों के नाम पर हुआ है। 'कामायनी' आदि मानव की कथा तो है ही, पर इसके माध्यम से कवि ने अपने युग के महत्त्वपूर्ण प्रश्नों पर विचार भी किया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कामायनी]] | ||[[चित्र:Kamayani.jpg|100px|right|कामायनी]]'कामायनी' की कथा पन्द्रह सगों में विभक्त है, जिनका नामकरण चिंता, आशा, श्रद्धा, काम, वासना, लज्जा आदि मनोविकारों के नाम पर हुआ है। 'कामायनी' आदि मानव की कथा तो है ही, पर इसके माध्यम से कवि ने अपने युग के महत्त्वपूर्ण प्रश्नों पर विचार भी किया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कामायनी]] | ||
{[[हिन्दी]] नाटकों के मंचन में 'यक्षगान' का प्रयोग किसने किया है? | {[[हिन्दी]] नाटकों के मंचन में 'यक्षगान' का प्रयोग किसने किया है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+गिरीश कर्नाड | +[[गिरीश कर्नाड]] | ||
-इब्राहिम अल् क़ाज़ी | -इब्राहिम अल् क़ाज़ी | ||
-सत्यदेव दुबे | -[[सत्यदेव दुबे]] | ||
-कारंत | -कारंत | ||
Line 61: | Line 61: | ||
||[[चित्र:Brahmi Lipi-1.jpg|thumb|100px|right|]]ब्राह्मी लिपि एक प्राचीन लिपि है जिससे कई एशियाई लिपियों का विकास हुआ है। प्राचीन ब्राह्मी लिपि के उत्कृष्ट उदाहरण सम्राट [[अशोक]] (असोक) द्वारा ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी में बनवाये गये शिलालेखों के रूप में अनेक स्थानों पर मिलते हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ब्राह्मी लिपि]] | ||[[चित्र:Brahmi Lipi-1.jpg|thumb|100px|right|]]ब्राह्मी लिपि एक प्राचीन लिपि है जिससे कई एशियाई लिपियों का विकास हुआ है। प्राचीन ब्राह्मी लिपि के उत्कृष्ट उदाहरण सम्राट [[अशोक]] (असोक) द्वारा ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी में बनवाये गये शिलालेखों के रूप में अनेक स्थानों पर मिलते हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[ब्राह्मी लिपि]] | ||
{[[हिन्दी]] [[खड़ी बोली]] किस अपभ्रंश से विकसित हुई है? | |||
{हिन्दी खड़ी बोली किस अपभ्रंश से विकसित हुई है? | |||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-मागधी | -मागधी |
Revision as of 13:30, 1 February 2013
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान
- REDIRECTसाँचा:नीलाइस विषय से संबंधित लेख पढ़ें:-
- REDIRECTसाँचा:नीला बन्द भाषा प्रांगण, हिन्दी भाषा
पन्ने पर जाएँ
|
पन्ने पर जाएँ
सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान