प्रयोग:कविता बघेल 3: Difference between revisions
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कविता बघेल (talk | contribs) No edit summary |
रिंकू बघेल (talk | contribs) No edit summary |
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||शारीरिक शिक्षा का प्रथम राष्ट्रीय संस्थान [[अगस्त]], [[1957]] में 'लक्ष्मीबाई कॉलेज ऑफ़ फिजिकल एजुकेशन' (LCPE) के नाम से [[ग्वालियर]], [[मध्य प्रदेश]] में स्थापित किया गया था। इसे वर्तमान में 'लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ फिजीकल एजुकेशन' (LNIPE) के नाम से जाना जाता है। | ||शारीरिक शिक्षा का प्रथम राष्ट्रीय संस्थान [[अगस्त]], [[1957]] में 'लक्ष्मीबाई कॉलेज ऑफ़ फिजिकल एजुकेशन' (LCPE) के नाम से [[ग्वालियर]], [[मध्य प्रदेश]] में स्थापित किया गया था। इसे वर्तमान में 'लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ फिजीकल एजुकेशन' (LNIPE) के नाम से जाना जाता है। | ||
{भोजन के मुख्य कार्य हैं | {भोजन के मुख्य कार्य क्या हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-22 प्रश्न-1 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+नई [[कोशिका|कोशिकाएं]] बनाना व टूटी-फूटी कोशिकाओं की मरम्मत करना | +नई [[कोशिका|कोशिकाएं]] बनाना व टूटी-फूटी कोशिकाओं की मरम्मत करना | ||
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-उपर्युक्त दोनों | -उपर्युक्त दोनों | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||भोजन के मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं- 1.यह शरीर के अलग-अलग क्रिया-कलापों के लिए [[ऊर्जा]] व ताकत प्रदान करता है। 2.यह शरीर को नए [[ऊतक|ऊतक (टिशू)]] विकसित करने व पुराने एवं खराब टिशू बदलने में मदद देता है। 3.इसमें ऐसे रसायन होते हैं | ||भोजन के मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं- 1.यह [[मानव शरीर|शरीर]] के अलग-अलग क्रिया-कलापों के लिए [[ऊर्जा]] व ताकत प्रदान करता है। 2. यह शरीर को नए [[ऊतक|ऊतक (टिशू)]] विकसित करने व पुराने एवं खराब टिशू बदलने में मदद देता है। 3.इसमें ऐसे रसायन होते हैं जोकि शरीर के आंतरिक कार्यों पर नियंत्रण रखते हैं एवं शरीर को बीमारियों से बचाते हैं। | ||
{'[[अर्जुन पुरस्कार|अर्जुन अवॉर्ड]]' किसको दिया जाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-23 प्रश्न-10 | {'[[अर्जुन पुरस्कार|अर्जुन अवॉर्ड]]' किसको दिया जाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-23 प्रश्न-10 | ||
Line 35: | Line 35: | ||
-सर्वांगीण विकास | -सर्वांगीण विकास | ||
+उपर्युक्त सभी | +उपर्युक्त सभी | ||
||शारीरिक शिक्षा का उद्देश्य शारीरिक विकास, मानसिक विकास एवं सर्वांगीण विकास निर्धारित करना | ||शारीरिक शिक्षा का उद्देश्य शारीरिक विकास, मानसिक विकास एवं सर्वांगीण विकास निर्धारित करना है। | ||
{आदर्श धावन पथ | {आदर्श धावन पथ कितनी दूरी का माना जाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-202 प्रश्न-1 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-200 मीटर | -200 मीटर | ||
Line 43: | Line 43: | ||
-600मीटर | -600मीटर | ||
-300 मीटर | -300 मीटर | ||
||धावकों के लिए 400 मीटर पथ को आदर्श धावन पथ माना जाता है। 400 मीटर का धावन पथ 36.50 मीटर अर्द्धवृत्तों का बना होता है। 400 मीटर रेस में पुरुष वर्ग का वर्ल्ड रिकॉर्ड वेड वैन नीकर्क (43.03 सेकंड) के नाम है वहीं महिला वर्ग में मारिटा कोध (47.60 सेकंड) | ||धावकों के लिए 400 मीटर पथ को आदर्श धावन पथ माना जाता है। 400 मीटर का धावन पथ 36.50 मीटर अर्द्धवृत्तों का बना होता है। 400 मीटर रेस में पुरुष वर्ग का वर्ल्ड रिकॉर्ड वेड वैन नीकर्क (43.03 सेकंड) के नाम है वहीं महिला वर्ग में मारिटा कोध (47.60 सेकंड) शीर्ष पर हैं। | ||
{शारीरिक शिक्षा का लक्ष्य क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-210 प्रश्न-69 | {शारीरिक शिक्षा का लक्ष्य क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-210 प्रश्न-69 | ||
Line 49: | Line 49: | ||
-मनुष्य का मानसिक विकास | -मनुष्य का मानसिक विकास | ||
-मनुष्य का सामाजिक विकास | -मनुष्य का सामाजिक विकास | ||
+मनुष्य का | +मनुष्य का सर्वांगीण विकास | ||
-मनुष्य का शारीरिक विकास | -मनुष्य का शारीरिक विकास | ||
||शारीरिक शिक्षा का लक्ष्य मनुष्य का | ||शारीरिक शिक्षा का लक्ष्य मनुष्य का सर्वांगीण विकास करना है और इस विकास के प्रमुख चार क्षेत्र हैं- (1) स्वास्थ्य, (2) चरित्र (3) नागरिकता और (4) मनोरंजन शारीरिक शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समस्त उद्देश्यों को प्राप्त करना आवश्यक है। | ||
{गामक गुण निम्नलिखित में से किसका आधारभूत माने गए हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-215 प्रश्न-121 | {गामक गुण निम्नलिखित में से किसका आधारभूत माने गए हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-215 प्रश्न-121 | ||
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-[[हृदय]] | -[[हृदय]] | ||
-[[गुर्दा]] | -[[गुर्दा]] | ||
||हेपेटाइटिस-बी तीव्र संक्रामक रोग है जो | ||हेपेटाइटिस-बी तीव्र संक्रामक रोग है जो जिगर या [[यकृत]] की खराबी के कारण हेपेटाइटिस-बी [[वायरस]] से फैलता है। यह डी.एन.ए. वायरस है तथा विषाक्तता का मुख्य स्त्रोत मनुष्य ही है। | ||
{प्रयास ([[बल]]) और टेक के बीच भार (प्रतिरोध) वाले लीवर | {प्रयास ([[बल]]) और टेक के बीच भार (प्रतिरोध) वाले लीवर निम्न में से किस किस्म के लीवर कहलाते हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-174 प्रश्न-111 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-श्रेणी-I | -श्रेणी-I | ||
+श्रेणी-II | +श्रेणी-II | ||
-श्रेणी- | -श्रेणी-III | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||श्रेणी-II या द्वितीय प्रकार के उत्तोलक प्रतिरोध, शक्ति या [[बल]] तथा अक्ष के बीच में होता है। जब एक व्यक्ति अपने पंजों पर खड़ा होता है, तो [[पैर]] की लंबाई, उत्तोलक की बाजू होती है, पैर की बॉल धुरी के रूप में कार्य करती है तथा एचिलिस टेंडन व पिण्डलियां शक्ति प्रदान करती हैं। | ||श्रेणी-II या द्वितीय प्रकार के उत्तोलक प्रतिरोध, शक्ति या [[बल]] तथा अक्ष के बीच में होता है। जब एक व्यक्ति अपने पंजों पर खड़ा होता है, तो [[पैर]] की लंबाई, उत्तोलक की बाजू होती है, पैर की बॉल धुरी के रूप में कार्य करती है तथा एचिलिस टेंडन व पिण्डलियां शक्ति प्रदान करती हैं। | ||
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+मैराथन | +मैराथन | ||
-पोल वॉल्ट | -पोल वॉल्ट | ||
||टैक इवेंट्स या ट्रैक प्रतियोगिता में निम्नलिखित इवेंट्स शामिल होते हैं- | ||टैक इवेंट्स या ट्रैक प्रतियोगिता में निम्नलिखित इवेंट्स शामिल होते हैं- '''तेज़ गति की दौड़ें'''- 100मीटर, 200मीटर, 400मीटर; '''मध्यम गति की दौड़े'''- 800मीटर, 1500मीटर; '''लंबी गति की दौड़ें''' -300मीटर, 5000मीटर, 10000मीटर; '''मैराथन दौड़''' (42.195 किमी.); 20 कि.मी. पैदल चाल; 50 कि.मी. पैदल चाल | ||
{इनमें से किस आधार पर प्रत्येक व्यक्ति को पहचाना और उनमें अंतर किया जा सकता | {इनमें से किस आधार पर प्रत्येक व्यक्ति को पहचाना और उनमें अंतर किया जा सकता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-1 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-छात्रा चित्र द्वारा | -छात्रा चित्र द्वारा | ||
Line 125: | Line 123: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-6 ट्रैक और 4 फील्ड इवेंट | -6 ट्रैक और 4 फील्ड इवेंट | ||
+4 ट्रैक और 6 | +4 ट्रैक और 6 फील्ड इवेंट | ||
-3 ट्रैक और 7 फील्ड इवेंट | -3 ट्रैक और 7 फील्ड इवेंट | ||
-7 ट्रैक और 4 फील्ड इवेंट | -7 ट्रैक और 4 फील्ड इवेंट | ||
||डेकाथलॉन पुरुषों एवं महिलाओं दोनों की प्रतियोगिता है जिसमें दस खेल होते हैं। दस खेलों में चार धावन, तीन कूद एवं तीन थ्रो प्रतियोगिता होती है | ||डेकाथलॉन पुरुषों एवं महिलाओं दोनों की प्रतियोगिता है जिसमें दस खेल होते हैं। दस खेलों में चार धावन, तीन कूद एवं तीन थ्रो प्रतियोगिता होती है अर्थात् 4 ट्रैक एवं 6 फील्ड इवेंट होते हैं। | ||
{"स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है" यह कथन निम्न में से किसके द्वारा कहा गया है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-210 प्रश्न-70 | {"स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है" यह कथन निम्न में से किसके द्वारा कहा गया है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-210 प्रश्न-70 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[प्लेटो]] | -[[प्लेटो]] | ||
- | -पावलोव | ||
-जॉन दवे | -जॉन दवे | ||
+अरस्तू | +[[अरस्तू]] | ||
||"स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास" [[यूनान]] के प्रसिद्ध दार्शनिक 'थेल्स' | ||"स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास" [[यूनान]] के प्रसिद्ध दार्शनिक 'थेल्स' का कथन है। [[अरस्तू]] के अनुसार, "शिक्षा स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निर्माण करती है। यह व्यक्ति की क्षमता को बढ़ाती है। विशेषकर मानसिक शक्ति को जिससे वह परम सत्य, अच्छाई और सौंदर्य का आनंद लेने योग्य हो सके।" [[प्लेटो]] के अनुसार, "शिक्षा के दो रूप हो सकते हैं- पहला, यह कि शिक्षा हमें दैनिक कार्यों के लिए सक्षम बनाती है। दूसरा, यह हमें देश सेवा के योग्य बनाती है।" चूंकि विकल्प में थेल्स नहीं है, अत: विकल्प (d) अभीष्ट उत्तर होगा। | ||
{बैलास्टिक प्रशिक्षण तरीक़ा सबसे अच्छा प्रशिक्षण है | {निम्न में से किसको बढ़ाने के लिए बैलास्टिक प्रशिक्षण तरीक़ा सबसे अच्छा प्रशिक्षण है?(शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-216 प्रश्न-122 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-ताकत | -ताकत | ||
Line 178: | Line 176: | ||
||एक क्रिकेट बैट की लंबाई 38 इंच (965 मिमी.) और अधिकतम चौड़ाई 4.25 (108 मिमी.) होती है। | ||एक क्रिकेट बैट की लंबाई 38 इंच (965 मिमी.) और अधिकतम चौड़ाई 4.25 (108 मिमी.) होती है। | ||
{बॉस्केटबाल से संबंधित ट्रॉफी है | {बॉस्केटबाल से संबंधित ट्रॉफी कौन-सी है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-22 प्रश्न-3 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+एस.एम. अर्जुन राजा | +एस. एम. अर्जुन राजा | ||
-पूर्णिमा ट्रॉफी | -पूर्णिमा ट्रॉफी | ||
-ध्यानचंद ट्रॉफी | -ध्यानचंद ट्रॉफी | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||एस.एम. अर्जुन राजा ट्रॉफी बॉस्केटबाल से संबंधित है। बॉस्केटबॉल से | ||एस. एम. अर्जुन राजा ट्रॉफी बॉस्केटबाल से संबंधित है। बॉस्केटबॉल से संबंधित अन्य महत्त्वपूर्ण कप एवं ट्रॉफी निम्नलिखित हैं- .FEBA एशिया कप, सर्विसेज ट्रॉफी, टोड मेमोरियल ट्रॉफी, प्रिंस वसालत झा ट्रॉफी, बी.सी. गुप्ता ट्रॉफी, फेडरेशन कप, विलियम जेंस कप, बंगलौर ब्लूज चैलेंज कप, यूरोपियन बॉस्केटबाल चैंपियनशिप (यूरोपियन कप), अमेरिकन बॉस्केटबाल (अमेरिकन कप), FIBA एशिया, सर्विसेज ट्रॉफी, टोड मेमोरियल ट्रॉफी, प्रिंस वसालत झा ट्रॉफी, बी.सी. गुप्ता ट्रॉफी, फेडरेशन कप, विलियम जोंस कप, बंगलौर ब्लूज चैलेंज कप, यूरोपियन बॉस्केटबाल चैंपियनशिप (यूरोपियन कप), अमेरिकन बॉस्केटबाल चैंपियनशिप (अमेरिका कप)। | ||
{[[भारत सरकार]] द्वारा [[राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार]] की शुरुआत कब की | {[[भारत सरकार]] द्वारा [[राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार]] की शुरुआत कब की गई? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-2 | ||
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-[[1984]]-[[1985]] | -[[1984]]-[[1985]] | ||
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-[[2001]]-[[2002]] | -[[2001]]-[[2002]] | ||
-[[2006]]-[[2007]] | -[[2006]]-[[2007]] | ||
||[[राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार]] [[भारत]] में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है। इस पुरस्कार का नाम भारत के भूतपूर्व [[प्रधानमंत्री]] [[राजीव गांधी]] के नाम पर रखा गया है। प्रथम बार वर्ष [[1991]] - [[1992]] में यह पुरस्कार शतरंज खिलाड़ी [[विश्वनाथन आनन्द]] को प्रदान किया गया | ||[[राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार]] [[भारत]] में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है। इस पुरस्कार का नाम भारत के भूतपूर्व [[प्रधानमंत्री]] [[राजीव गांधी]] के नाम पर रखा गया है। प्रथम बार वर्ष [[1991]]-[[1992]] में यह पुरस्कार शतरंज खिलाड़ी [[विश्वनाथन आनन्द]] को प्रदान किया गया था। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-3 | ||
{किस भारतीय को सर्वप्रथम विम्बलडन पुरस्कार प्रदान किया गया था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-37 प्रश्न-14 | {किस भारतीय को सर्वप्रथम विम्बलडन पुरस्कार प्रदान किया गया था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-37 प्रश्न-14 | ||
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||कृष्णा पूनिया भारतीय चक्का फेंक खिलाड़ी हैं। कृष्णा पूनिया ने 19 वें [[राष्ट्रमंडल खेल|राष्ट्रमंडल खेलों]] में डिस्कस थ्रो की स्पर्धा में 61.51 मीटर की दूरी तक चक्का फेंक कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया। कृष्णा राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रैक एवं फील्ड इतिहास में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला और [[मिल्खा सिंह]] के बाद दूसरी भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। | ||कृष्णा पूनिया भारतीय चक्का फेंक खिलाड़ी हैं। कृष्णा पूनिया ने 19 वें [[राष्ट्रमंडल खेल|राष्ट्रमंडल खेलों]] में डिस्कस थ्रो की स्पर्धा में 61.51 मीटर की दूरी तक चक्का फेंक कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया। कृष्णा राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रैक एवं फील्ड इतिहास में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला और [[मिल्खा सिंह]] के बाद दूसरी भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। | ||
{ | {मदिराशिरा (हैमस्ट्रिंग) मांसपेशी का प्रयोग होता है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-210 प्रश्न-71 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -घुटने फैलाने में | ||
+घुटने मोड़ने में | +घुटने मोड़ने में | ||
-कोहनी फैलाने में | -कोहनी फैलाने में | ||
-कोहनी मोड़ने में | -कोहनी मोड़ने में | ||
| | ||मदिराशिरा (हैमस्ट्रिंग) मांसपेशी हमारे जांघों के पीछे के भाग में पाई जाती है। इसका कार्य घुटने मोड़ने में तथा हिप के विस्तार में होता है। | ||
{निम्नलिखित में कौन-सी ऐरोबिक क्रिया नहीं हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-216 प्रश्न-123 | {निम्नलिखित में कौन-सी ऐरोबिक क्रिया नहीं हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-216 प्रश्न-123 | ||
Line 224: | Line 222: | ||
+कलिसथेनिक्स | +कलिसथेनिक्स | ||
-परिधि प्रशिक्षण | -परिधि प्रशिक्षण | ||
||एरोबिक का अर्थ है- [[ऑक्सीजन]] के साथ एरोबिक क्रियाओं में हमारे शरीर को अधिक मात्रा में ऊर्जा तथा ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। [[मानव शरीर|शरीर]] की ऑक्सीजन प्रयोग क्षमता कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर निर्भर करती है। [[फेफड़ा|फेफड़ों]], [[हृदय]] और [[रक्त]] के द्वारा ही हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचती है। लंबी अवधि के व्यायाम में [[मांसपेशी|मांसपेशियों]] का ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। ऑक्सीजन पुष्टि के विकास के लिए साइक्लिंग, जॉगिंग, तालबद्ध व्यायाम, कैलिस्थनेक्सि आदि एरोबिक क्रियाएं प्रयोग में लाई जाती हैं। | ||एरोबिक का अर्थ है- [[ऑक्सीजन]] के साथ एरोबिक क्रियाओं में हमारे शरीर को अधिक मात्रा में [[ऊर्जा]] तथा ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। [[मानव शरीर|शरीर]] की ऑक्सीजन प्रयोग क्षमता कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर निर्भर करती है। [[फेफड़ा|फेफड़ों]], [[हृदय]] और [[रक्त]] के द्वारा ही हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचती है। लंबी अवधि के व्यायाम में [[मांसपेशी|मांसपेशियों]] का ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। ऑक्सीजन पुष्टि के विकास के लिए साइक्लिंग, जॉगिंग, तालबद्ध व्यायाम, कैलिस्थनेक्सि आदि एरोबिक क्रियाएं प्रयोग में लाई जाती हैं। | ||
{अंतर्राष्ट्रीय [[टेबल टेनिस]] संघ की स्थापना किस वर्ष में हुई? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-217 प्रश्न-3 | {अंतर्राष्ट्रीय [[टेबल टेनिस]] संघ की स्थापना किस वर्ष में हुई? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-217 प्रश्न-3 | ||
Line 232: | Line 230: | ||
-[[1927]] | -[[1927]] | ||
-[[1928]] | -[[1928]] | ||
||अंतर्राष्ट्रीय | ||अंतर्राष्ट्रीय टेबल टेनिस संघ की स्थापना वर्ष [[1926]] में हुई थी। [[इंग्लैंड]] में ही 'Ping-Ping Association' का गठन हुआ। बाद में इसी का नाम बदलकर वर्ष 1926 में 'टेबल टेनिस एसोशिएशन' रखा गया। | ||
{[[द्रोणाचार्य पुरस्कार|द्रोणाचार्य]] और [[अर्जुन पुरस्कार|अर्जुन पुरस्कारों]] के लिए नाम किसके द्वारा मंगाए जाते हैं। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-168 प्रश्न-169 | {[[द्रोणाचार्य पुरस्कार|द्रोणाचार्य]] और [[अर्जुन पुरस्कार|अर्जुन पुरस्कारों]] के लिए नाम किसके द्वारा मंगाए जाते हैं। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-168 प्रश्न-169 | ||
Line 259: | Line 257: | ||
-शरीर की श्वसन स्तर | -शरीर की श्वसन स्तर | ||
-शरीर का भार | -शरीर का भार | ||
{वह कौन सा | {वह कौन-सा फ्रैक्चर है जिसमें हड्डियों के कुछ हिस्से में ब्रेक आता है?(शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-22 प्रश्न-4 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-साधारण | -साधारण | ||
-मल्टीपल | -मल्टीपल | ||
+ग्रीन स्टिक | +ग्रीन स्टिक | ||
-इम्पैक्ट | -इम्पैक्ट | ||
||फ्रैक्चर मुख्यत: निम्न प्रकार के होते हैं- साधारण फ्रैक्चर-इनमें हड्डी टूटती है, ऊपरी त्वचा नहीं। मिश्रित फ्रैक्चर- इसमें हड्डी एवं त्वचा दोनों टूटती | ||फ्रैक्चर मुख्यत: निम्न प्रकार के होते हैं- साधारण फ्रैक्चर-इनमें हड्डी टूटती है, ऊपरी त्वचा नहीं। मिश्रित फ्रैक्चर- इसमें हड्डी एवं त्वचा दोनों टूटती हैं तथा संक्रमण (Infrction) का खतरा रहता है। मल्टीपल (Multipal) फ्रैक्चर- इसमें हड्डी एक से ज्यादा जगह से टूटती है। कामिनूटेड (Comminuted) फ्रैक्चर-इसमें क्रशिंग चोट के कारण हड्डी कई खण्डों में टूट पाती है या चकनाचूर (Splinter or shattar) हो जाती है। स्पायरल फैक्चर- इसमें हड्डियों का कम-से-कम एक भाग टूटकर मुड़ जाता (Twisted) है। ग्रीन स्टिक फ्रैक्चर-इसमें हड्डियों के कुछ हिस्से में ब्रेक आता है। इम्पैक्ट फ्रैक्चर-इसमें एक हड्डी टूट कर दूसरी में प्रवेश कर जाती है। | ||
{इनमें से कौन-सा शारीरिक तंत्र है जो शारीरिक व्यायाम में शायद सम्मिलित नहीं होता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-4 | {इनमें से कौन-सा शारीरिक तंत्र है जो शारीरिक व्यायाम में शायद सम्मिलित नहीं होता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-5 प्रश्न-4 |
Revision as of 12:56, 5 January 2017
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