टीका राम पालीवाल: Difference between revisions
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'''टीका राम पालीवाल''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Tika Ram Paliwal'', जन्म- [[24 अप्रॅल]], [[1909]]; मृत्यु- [[8 फ़रवरी]], [[1995]], [[जयपुर]]) [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के राजनीतिज्ञ तथा [[राजस्थान]] के भूरपूर्व चौथे [[मुख्यमंत्री]] थे। वह [[3 मार्च]], [[1952]] से [[31 अक्टूबर]], [[1952]] तक [[राजस्थान के मुख्यमंत्री]] रहे।<br /> | '''टीका राम पालीवाल''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Tika Ram Paliwal'', जन्म- [[24 अप्रॅल]], [[1909]]; मृत्यु- [[8 फ़रवरी]], [[1995]], [[जयपुर]]) [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के राजनीतिज्ञ तथा [[राजस्थान]] के भूरपूर्व चौथे [[मुख्यमंत्री]] थे। वह [[3 मार्च]], [[1952]] से [[31 अक्टूबर]], [[1952]] तक [[राजस्थान के मुख्यमंत्री]] रहे।<br /> | ||
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टीका राम पालीवाल (अंग्रेज़ी: Tika Ram Paliwal, जन्म- 24 अप्रॅल, 1909; मृत्यु- 8 फ़रवरी, 1995, जयपुर) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ तथा राजस्थान के भूरपूर्व चौथे मुख्यमंत्री थे। वह 3 मार्च, 1952 से 31 अक्टूबर, 1952 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे।
- देश में पहली बार चुनाव हुए 1952 में। लोकसभा और विधानसभा के लिए। राजस्थान में जब इसके नतीजे आए तो मुख्यमंत्री जयनारायण व्यास दोनों सीटों से हार गए। जयनारायण व्यास को हीरा लाल शास्त्री के बाद राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया गया था। उन्हीं के नेतृत्व में कांग्रेस राज्य में पहले चुनाव में उतरी थी।
- चुनाव पहले की व्यास कैबिनेट में टीका राम पालीवाल सिर्फ मंत्री भर नहीं थे। डिप्टी सीएम भी बनाए दिए गए थे। इसलिए जब सीएम साहब यानी व्यास जी हारे तो उनके डिप्टी यानी टीका राम पालीवाल को सीएम बना दिया गया। वैसे भी इन चुनावों में टीका राम पालीवाल बीस साबित हुए थे। उनके राजनीतिक गुरु जयनारायण व्यास जहां दोनों सीटें हारे थे, वहीं टीका राम महुआ और मलारना चौर, दोनों जगहों से जीते थे।[1]
- राजस्थान में हीरा लाल शास्त्री और टीका राम पालीवाल ऐसे नेता हुए हैं, जिन्होंने मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए भी सरकारी बंगले नहीं लिये।
- टीका राम पालीवाल ने मुख्यमंत्री पद रहते हुए व पद से हटने के बाद भी सरकारी बंगला नहीं लिया। वे जयपुर में न्यू कॉलोनी पांच बत्ती चौराहा पर कालाडेरा के सेठ रामगोपाल सेहरिया (अग्रवाल) के मकान में रहे। सेहरिया उनके दोस्त थे।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ जो मुख्यमंत्री बनने के बाद उपमुख्यमंत्री बने (हिंदी) thelallantop.com। अभिगमन तिथि: 24 नवंबर, 2020।
- ↑ शास्त्री और पालीवाल राजस्थान के ऐसे नेता रहे, जो मुख्यमंत्री रहते हुए भी सरकारी बंगले में नहीं रहे (हिंदी) bhaskar.com। अभिगमन तिथि: 24 नवंबर, 2020।
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क्रमांक | राज्य | मुख्यमंत्री | तस्वीर | पार्टी | पदभार ग्रहण |