अलवर पर्यटन: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
(→झील) |
|||
Line 35: | Line 35: | ||
==झील== | ==झील== | ||
====<u>राजसमन्द झील</u>==== | ====<u>राजसमन्द झील</u>==== | ||
{{main|राजसमन्द झील अलवर}} | |||
* राजसमन्द झील महाराणा राजसिंह द्वारा सन् 1669 ई. से 1676 ई. तक 14 वर्षो में बनवायी गयी चालीस लाख रुपये की लागत की यह मेवाड की विशालतम झीलों में से एक हैं। | * राजसमन्द झील महाराणा राजसिंह द्वारा सन् 1669 ई. से 1676 ई. तक 14 वर्षो में बनवायी गयी चालीस लाख रुपये की लागत की यह मेवाड की विशालतम झीलों में से एक हैं। | ||
* 7 किमी. लम्बी व 3 किमी. चौडी यह झील 55 फीट गहरी हैं। | * 7 किमी. लम्बी व 3 किमी. चौडी यह झील 55 फीट गहरी हैं। | ||
====<u>सलीसेढ़ झील</u>==== | ====<u>सलीसेढ़ झील</u>==== | ||
यह एक प्राकृतिक झील | {{main|सलीसेढ़ झील अलवर}} | ||
*यह एक प्राकृतिक झील है। | |||
*यह झील दिल्ली-जयपुर मार्ग पर अलवर से 12 किलोमीटर दूर पश्चिम में स्थित है। | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}} | {{राजस्थान के पर्यटन स्थल}} |
Revision as of 11:15, 6 October 2010
अलवर | अलवर पर्यटन | अलवर ज़िला |
[[चित्र: Neemrana-Fort-Palace-Alwar-1.jpg|नीमराना फ़ोर्ट पैलेस, अलवर
Neemrana Fort Palace, Alwar|thumb]]
अलवर का राजस्थान के पर्यटन स्थलों में बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान है। अलवर ऐतिहासिक इमारतों से भरा पड़ा है। अलवर में तरंग सुल्तान (फ़िरोज़शाह के भाई) का 14वीं शताब्दी में निर्मित मक़बरा और कई प्राचीन मस्जिदें स्थित हैं। नयनाभिराम सिलिसर्थ झील के किनारे स्थित महल में एक संग्रहालय है, जिसमें हिंदी, संस्कृत और फ़ारसी पांडुलिपियाँ तथा राजस्थानी व मुग़ल लघु चित्रों का संग्रह रखा गया है। यहाँ के अन्य दर्शनीय स्थलों में प्रसिद्ध सरिस्का बाघ अभयारण्य शामिल है। अलवर के दर्शनीय स्थान-
सिटी पैलेस
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- सिटी पैलैस परिसर अलवर के पूर्वी छोर की शान है।
- सिटी पैलैस के ऊपर अरावली की पहाड़ियाँ हैं, जिन पर बाला क़िला बना है।
- सिटी पैलेस परिसर बहुत ही ख़ूबसूरत है और इसके साथ-साथ बालकॉनी की योजना है।
बाला क़िला
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- बाला क़िले की दीवार पूरी पहाडी पर फैली हुई है जो हरे-भरे मैदानों से गुजरती है।
- पूरे अलवर शहर में यह सबसे पुरानी इमारत है, जो लगभग 928 ई. में निकुम्भ राजपूतों द्वारा बनाई गई थी।
फ़तहगंज का मक़बरा
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- अलवर में फ़तहगंज का मक़बरा 5 मंजिला है।
- फ़तहगंज का मक़बरा दिल्ली में स्थित अपनी समकालीन सभी इमारतों में सबसे उच्च कोटि का है।
- ख़ूबसूरती के मामले में यह हुमायूँ के मक़बरे से भी सुन्दर है।
मोती डुंगरी
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- मोती डुंगरी का निर्माण वर्ष 1882 ई. में हुआ था।
- यहाँ वर्ष 1928 ई. तक अलवर के शाही परिवारों का आवास रहा था।
सरिस्का
सिलीसेढ़ झील, अलवर
Siliserh Lake, Alwar|thumb
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- राजस्थान के अलवर ज़िले में अरावली की पहाड़ियों पर 800 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला सरिस्का मुख्य रूप से वन्य जीव अभ्यारण्य और टाइगर रिजर्व के लिए प्रसिद्ध है।
- अलवर के सरिस्का की गिनती भारत के जाने माने वन्य जीव अभ्यारण्यों में की जाती है।
- इसके अलावा इस स्थान का ऐतिहासिक महत्व भी है।
झील
राजसमन्द झील
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- राजसमन्द झील महाराणा राजसिंह द्वारा सन् 1669 ई. से 1676 ई. तक 14 वर्षो में बनवायी गयी चालीस लाख रुपये की लागत की यह मेवाड की विशालतम झीलों में से एक हैं।
- 7 किमी. लम्बी व 3 किमी. चौडी यह झील 55 फीट गहरी हैं।
सलीसेढ़ झील
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- यह एक प्राकृतिक झील है।
- यह झील दिल्ली-जयपुर मार्ग पर अलवर से 12 किलोमीटर दूर पश्चिम में स्थित है।