कान में रुई डालकर बैठना
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कान में रुई डालकर बैठना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- किसी की बात सुनकर भी उस पर ध्यान न देना और चुप बने रहना।
प्रयोग- बैचारी कई बार संदेश भिजवा चुकी थी। हमारे जेठ कान में तेल डाले बैठे रहे। पर इनकी तो माँ जाई बहिन है। (यशपाल)
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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