गिरिजात्मज अष्टविनायक: Difference between revisions

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*[http://meenukhare.blogspot.in/2010/09/blog-post.html श्री अष्टविनायक]
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==संबंधित लेख==
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thumb|200px|गिरिजात्मज अष्टविनायक की प्रतिमा गिरिजात्मज अष्टविनायक मंदिर महाराष्ट्र राज्य में उत्तरी पुणे के लेण्याद्री गाँव में स्थित है। लेण्याद्री गाँव कुकड़ी नदी के बसा हुआ है। भगवान गणेश का यह मंदिर उनके 'अष्टविनायक' पीठों में से एक है। यह मंदिर बौद्धिक गुफ़ाओं में से आठवीं गुफ़ा में स्थित है। इन गुफ़ाओं को 'गणेश लेणी' भी कहा जाता है। मंदिर की बनावट कुछ ऐसी है कि वह पूरे दिन सूर्य के प्रकाश से प्रदीप्त रहता है।

स्थिति

भगवान गणेश का यह गिरिजात्मज अष्टविनायक मंदिर, नारायण गाँव से 12 किलोमीटर की दूरी पर है। नारायण गाँव पुणे से 94 किलोमीटर दूर पुणे-नासिक महामार्ग पर स्थित है। यहाँ से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन तलेगाँव है। इस स्थान से शिवनेरी भी निकट ही है, जहाँ मराठा प्रमुख छत्रपति शिवाजी का जन्म हुआ था।

पौराणिक महत्त्व

पुराणों के अनुसार इसी स्थान पर देवी पार्वती ने पुत्र प्राप्ति की इच्छा से तपस्या कि थी, और गणेश को पुत्र रूप मे पाया था। लेण्याद्री में ही पन्द्रह वर्षों तक बाल लीलाएँ करने वाले गिरिजात्मक गणेश जी ने अनेक दैत्यों का संहार किया। ऐसी मान्यता है की प्राचीन काल मे इस स्थान का नाम 'जीरनापुर' या 'लेखन पर्वत' भी था। 'गिरिजा' माता पार्वती का ही एक अन्य नाम है तथा आत्मज का अर्थ है- 'पुत्र'। अत: गिरिजात्मज का अर्थ माता पार्वती के पुत्र से है। 'अष्टविनायक' का यह एक मात्र ऐसा मंदिर है, जो ऊँची पहाड़ी पर स्थित है। इस स्थान पर अनेक गुफ़ाएँ भी हैं।

मंदिर तथा मूर्ति

मंदिर में स्थापित मूर्ति का मुख उत्तर की ओर है। उसकी सूँड़ बायीं ओर है और इसकी पूजा मंदिर के पिछले हिस्से से करते हैं, क्योंकि मंदिर का मुँह दक्षिण दिशा की ओर है। मंदिर की मूर्ति बाकी मूर्तियों के समान नक़्क़ाशीदार नहीं है, इसलिये कूच अलग दिखाई देती है। इस मूर्ति की पूजा कोई भी कर सकता है। मंदिर की बनावट कुछ ऐसी है कि वह पूरे दिन सूर्य के प्रकाश से प्रदीप्त रहता है। माना जाता है माता पार्वती ने गणेशजी को पाने के लिये यहाँ तपस्या की थी। 'गिरीजा' (पार्वती) का 'आत्मज' (पुत्र) गिरिजात्मज। यह मंदिर बौद्धिक गुफ़ाओं में से आठवीं गुफ़ा में स्थित है। इन गुफ़ाओं को 'गणेश लेणी' भी कहा जाता है। मंदिर एक ही चट्टान से बनाया गया है, जिसमें सीढ़ियों की संख्या 307 है। इस मंदिर में एक बड़ा कक्ष भी है, जो बिना किसी स्तंभ आधार के खड़ा हुआ है। यह कक्ष 53 फुट लम्बा और 51 फुट चौड़ा है। इसकी ऊँचाई 7 फुट है।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. गिरिजात्मज अष्टविनायक (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 31 जनवरी, 2013।

बाहरी कड़ियाँ

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