जोजेफस फ्लावियस: Difference between revisions
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'''जोजेफस फ्लावियस''' एक [[यहूदी]] | '''जोजेफस फ्लावियस''' एक [[यहूदी]] विद्वान् और [[इतिहासकार]] था। वह येरुसलम में सन 37 में उत्पन्न हुआ और 95 में मरा। जोजेफस फ्लावियस ने प्रारंभिक जीवन से ही क़ानून का अध्ययन किया। [[रोम]] की कुछ काल की यात्रा के पश्चात् नीरों का प्रतिनिधि बनकर वह फ़िलिस्तीन लौट आया था।<ref>{{cite web |url=http://bharatkhoj.org/india/%E0%A4%9C%E0%A5%8B%E0%A4%9C%E0%A5%87%E0%A4%AB%E0%A4%B8_%E0%A4%AB%E0%A5%8D%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%B8 |title=जोजेफस फ्लावियस |accessmonthday=25 जनवरी|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref> | ||
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*66 ई. में रोमनों के विरुद्ध यहूदियों के विद्रोह में उसने खुलकर भाग लिया। छोटे से दल का नेतृत्व करते हुए उसने 47 दिन तक अपने को गिरफ्तार होने से बचाया, किंतु अंत में आत्म समर्पण कर दिया। | *66 ई. में रोमनों के विरुद्ध यहूदियों के विद्रोह में उसने खुलकर भाग लिया। छोटे से दल का नेतृत्व करते हुए उसने 47 दिन तक अपने को गिरफ्तार होने से बचाया, किंतु अंत में आत्म समर्पण कर दिया। | ||
*जोजेफस ने भविष्यवाणी की थी कि उसे गिरफ्तार करने वाला वेस्पासियन सम्राट् हो जाएगा। जब उसकी भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई, तो वह छोड़ दिया गया। | *जोजेफस ने भविष्यवाणी की थी कि उसे गिरफ्तार करने वाला वेस्पासियन सम्राट् हो जाएगा। जब उसकी भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई, तो वह छोड़ दिया गया। |
Latest revision as of 12:27, 25 October 2017
जोजेफस फ्लावियस एक यहूदी विद्वान् और इतिहासकार था। वह येरुसलम में सन 37 में उत्पन्न हुआ और 95 में मरा। जोजेफस फ्लावियस ने प्रारंभिक जीवन से ही क़ानून का अध्ययन किया। रोम की कुछ काल की यात्रा के पश्चात् नीरों का प्रतिनिधि बनकर वह फ़िलिस्तीन लौट आया था।[1]
- फ़िलिस्तीन लौटने के तत्पश्चात् जोजेफस फ्लावियस गैलिली का गवर्नर चुना गया।
- 66 ई. में रोमनों के विरुद्ध यहूदियों के विद्रोह में उसने खुलकर भाग लिया। छोटे से दल का नेतृत्व करते हुए उसने 47 दिन तक अपने को गिरफ्तार होने से बचाया, किंतु अंत में आत्म समर्पण कर दिया।
- जोजेफस ने भविष्यवाणी की थी कि उसे गिरफ्तार करने वाला वेस्पासियन सम्राट् हो जाएगा। जब उसकी भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई, तो वह छोड़ दिया गया।
- इसके बाद जोजेफस ने अपना नाम फ्लावियस रखा, जो वेस्पासियन का उपनाम था। उसके बाद वह उसी सम्राट के संरक्षण में रहा।
- जब जोजेफस रोम लौटा, वह उस स्थान का नागरिक मान लिया गया। उसे जूडा में कुछ वृत्ति और जागीर इत्यादि भी मिली।
- यहूदी युद्ध (ज्यूइश वार) तथा 'एंटीक्विटीज़ ऑव दि ज्यूस' उसकी प्रसिद्ध ऐतिहासिक पुस्तकें हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ जोजेफस फ्लावियस (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 25 जनवरी, 2014।