जुस्तिन: Difference between revisions
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*यद्यपि जुस्तिन द्वारा प्रस्तुत प्राचीन इतिहास वैज्ञानिक दृष्टि से पूरा सही नहीं कहा जा सकता तथापि अप्राप्य इतिहास का अकेला साधन होने के कारण इसका यथेष्ट महत्व है। गोल्डिंग द्वारा इसका प्रथम [[अंग्रेज़ी]] अनुवाद 1574 ई. में प्रकाशित हुआ था।<ref>{{cite web |url= http:// | *यद्यपि जुस्तिन द्वारा प्रस्तुत प्राचीन इतिहास वैज्ञानिक दृष्टि से पूरा सही नहीं कहा जा सकता तथापि अप्राप्य इतिहास का अकेला साधन होने के कारण इसका यथेष्ट महत्व है। गोल्डिंग द्वारा इसका प्रथम [[अंग्रेज़ी]] अनुवाद 1574 ई. में प्रकाशित हुआ था।<ref>{{cite web |url= http://bharatkhoj.org/india/%E0%A4%9C%E0%A5%81%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%A8|title= जुस्तिन|accessmonthday= 18 अगस्त|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= भारतखोज|language= हिन्दी}}</ref> | ||
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जुस्तिन जस्टिन (मार्कस जस्तिनियनस, जस्तिनस) लातिनी इतिहासकार था। यह रोम में लगभग दूसरी-तीसरी शताब्दी में रहा।
- जुस्तिन ने आगुस्तस के समकालीन त्रागस पांपियस द्वारा लिखित प्राचीन काल के इतिहास का संक्षिप्त रूप प्रस्तुत किया। उस समय तक त्रागस पांपियस का लिखा साहित्य अप्राप्य था।
- यद्यपि जुस्तिन द्वारा प्रस्तुत प्राचीन इतिहास वैज्ञानिक दृष्टि से पूरा सही नहीं कहा जा सकता तथापि अप्राप्य इतिहास का अकेला साधन होने के कारण इसका यथेष्ट महत्व है। गोल्डिंग द्वारा इसका प्रथम अंग्रेज़ी अनुवाद 1574 ई. में प्रकाशित हुआ था।[1]
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