पवन कुमार चामलिंग: Difference between revisions

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'''पवन कुमार चामलिंग''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Pawan Kumar Chamling'', जन्म: [[22 सितम्बर]], [[1950]]) [[भारत]] के [[सिक्किम|सिक्किम राज्य]] के [[मुख्यमंत्री]] हैं। पवन चामलिंग राजनीतिक दल 'सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट' के संस्थापक अध्यक्ष है, जो [[1994]] से लगातार सिक्किम में शासन में है। पवन चामलिंग ने [[21 मई]], [[2014]] को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही एक नया रिकॉर्ड रच दिया। पवन चामलिंग देश के पहले ऐसे व्यक्ति हैं, जो किसी राज्य में लगातार पांच बार मुख्यमंत्री चुने गए हैं।
'''पवन कुमार चामलिंग''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Pawan Kumar Chamling'', जन्म: [[22 सितम्बर]], [[1950]]) [[भारत]] के [[सिक्किम|सिक्किम राज्य]] के पूर्व [[मुख्यमंत्री]] हैं। वे राजनीतिक दल 'सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट' के संस्थापक अध्यक्ष हैं, जो [[1994]] से लगातार सिक्किम की राजनीति में सक्रिय है। पवन चामलिंग ने जब [[21 मई]], [[2014]] को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, उस समय उन्होंने एक नया रिकॉर्ड रच दिया था। वे [[भारत]] के पहले ऐसे राजनीतिज्ञ रहे हैं, जो किसी राज्य में लगातार पांच बार मुख्यमंत्री चुने गए।
==जीवन परिचय==
==जीवन परिचय==
सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट जैसी क्षेत्रीय राजनैतिक पार्टी के संस्थापक और सिक्किम के पांचवें मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग का जन्म [[22 सितंबर]], [[1950]] को सिक्किम के एक छोटे और बेहद पिछ्ड़े गांव यंगयंग में हुआ था। पवन कुमार चामलिंग ने केवल मैट्रिक तक ही पढ़ाई की है। वर्ष [[1972]] में राजनीति में आने से पहले वह किसान और प्रथम श्रेणी के ठेकेदार रह चुके हैं। पवन कुमार चामलिंग [[नेपाली भाषा]] के एक सम्माननीय लेखक हैं। इनका साहित्यिक नाम पवन कुमार चामलिंग ‘किरण’ है। टिका माया चामलिंग इनकी दूसरी पत्नी हैं। पवन कुमार चामलिंग राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ एक बहुत अच्छे लेखक भी हैं। लंबे अरसे से राजनीति से जुड़े होने के कारण पवन कुमार चामलिंग को राजनीति की अच्छी समझ है।<ref name="JJ">{{cite web |url=http://politics.jagranjunction.com/2011/09/09/sikkim-chief-minister-pawan-kumar-chamling-profile/ |title=सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग |accessmonthday=22 मई |accessyear=2014 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=जागरण जंक्शन |language=हिंदी }}</ref>
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* सिक्किम रा नरिको मर्यादा
* सिक्किम रा नरिको मर्यादा
इसके अलावा पवन कुमार चामलिंग निर्माण जो कि एक साहित्यिक पत्रिका है, उसके संपादन और प्रकाशन का काम भी देखते हैं। जल्द ही निर्माण पब्लिकेशन ने निर्माण के प्रकाशन का काम अपने हाथ में ले लिया। पिछ्ले उन्नीस वर्षों से यह प्रकाशन संस्थान नए लेखकों के अलावा कई प्रसिद्ध और लोकप्रिय लेखकों की 100 से अधिक किताबों का प्रकाशन कर चुकी है।<ref name="JJ"/>
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==संबंधित लेख==
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Latest revision as of 10:15, 3 February 2020

पवन कुमार चामलिंग
पूरा नाम पवन कुमार चामलिंग
जन्म 22 सितम्बर, 1950
जन्म भूमि गांव- यंगयंग, सिक्किम
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि राजनीतिज्ञ तथा लगातार 5वीं बार सिक्किम के मुख्यमंत्री बनने वाले व्यक्ति।
पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट
पद पूर्व मुख्यमंत्री, सिक्किम
कार्य काल 12 दिसम्बर, 1994 से 27 मई, 2019 तक
शिक्षा मैट्रिक
भाषा नेपाली भाषा
पूर्वाधिकारी संचमान लिम्बू
उत्तराधिकारी प्रेम सिंह तमांग
अन्य जानकारी पवन कुमार चामलिंग नेपाली भाषा के एक सम्माननीय लेखक हैं। इनका साहित्यिक नाम पवन कुमार चामलिंग ‘किरण’ है।
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पवन कुमार चामलिंग (अंग्रेज़ी: Pawan Kumar Chamling, जन्म: 22 सितम्बर, 1950) भारत के सिक्किम राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। वे राजनीतिक दल 'सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट' के संस्थापक अध्यक्ष हैं, जो 1994 से लगातार सिक्किम की राजनीति में सक्रिय है। पवन चामलिंग ने जब 21 मई, 2014 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, उस समय उन्होंने एक नया रिकॉर्ड रच दिया था। वे भारत के पहले ऐसे राजनीतिज्ञ रहे हैं, जो किसी राज्य में लगातार पांच बार मुख्यमंत्री चुने गए।

जीवन परिचय

सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट जैसी क्षेत्रीय राजनैतिक पार्टी के संस्थापक और सिक्किम के पांचवें मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग का जन्म 22 सितंबर, 1950 को सिक्किम के एक छोटे और बेहद पिछ्ड़े गांव यंगयंग में हुआ था। पवन कुमार चामलिंग ने केवल मैट्रिक तक ही पढ़ाई की है। वर्ष 1972 में राजनीति में आने से पहले वह किसान और प्रथम श्रेणी के ठेकेदार रह चुके हैं। पवन कुमार चामलिंग नेपाली भाषा के एक सम्माननीय लेखक हैं। इनका साहित्यिक नाम पवन कुमार चामलिंग ‘किरण’ है। टिका माया चामलिंग इनकी दूसरी पत्नी हैं। पवन कुमार चामलिंग राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ एक बहुत अच्छे लेखक भी हैं। लंबे अरसे से राजनीति से जुड़े होने के कारण पवन कुमार चामलिंग को राजनीति की अच्छी समझ है।[1]

राजनीतिक परिचय

पवन कुमार चामलिंग वर्ष 1973 में सक्रिय राजनीति से जुड़ गए थे। अपने राजनैतिक कैरियर की शुरुआत में वह सिक्किम प्रजातंत्र पार्टी के सदस्य बने। वर्ष 1982 में वह यंगयंग ग्राम पंचायत के अध्यक्ष बनाए गए। वर्ष 1985 में पवन कुमार चामलिंग ने पहली बार सिक्किम विधान सभा चुनावों में जीत दर्ज की। वर्ष 1989 में दमथांग निर्वाचन क्षेत्र से जीतने के बाद वह दूसरी बार विधानसभा पहुंचे। उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री नर बहादुर भंडारी की कैबिनेट में उद्योग मंत्रालय और सूचना एवं जन-संपर्क मंत्रालय प्रदान किया गया। सिक्किम की राजनीति में कई अच्छे-बुरे दौर से गुजरने के बाद पवन कुमार चामलिंग ने वर्ष 1993 में सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट की स्थापना की। 1994 के चुनावों में जीतने के बाद सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट पहली बार सत्ता में आया था। वर्ष 1994 के चुनावों से लेकर 2014 के चुनावों तक पवन कुमार चामलिंग लगातार पाँच विधानसभा चुनावों में विजयी होने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री बनाए गए हैं।[1]

लगातार पाँचवीं बार मुख्यमंत्री

पवन कुमार चामलिंग ने 21 मई, 2014 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही एक नया रिकॉर्ड बनाया। ये देश के पहले ऐसे व्यक्ति हैं जो किसी राज्य में लगातार पांच बार मुख्यमंत्री चुने गए हैं। सिक्किम के राज्यपाल श्रीनिवास पाटिल ने राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पवन चामलिंग व अन्य 11 मंत्रियों को शपथ दिलाई। गौरतलब हो कि वर्ष 2014 में सिक्किम में हुए विधानसभा चुनाव में चामलिंग की अगुवाई वाली सिक्किम डेमोक्रेटिक पार्टी (एसडीएफ) को 32 सदस्यीय विधानसभा में 22 सीटों पर जीत हासिल हुई है और पार्टी को दो तिहाई बहुमत मिला है। वह लगभग पिछले 20 सालों से सिक्किम का शासन संभाल रहे हैं। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अब वह चामलिंग कम्युनिस्ट नेता दिवंगत ज्योति बसु का रिकार्ड तोड़ने जा रहे हैं जो इससे पहले तक देश के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नेता थे। ज्योति बसु 1977 से लेकर 2000 तक लगातार 23 सालों तक पश्चिम बंगाल के पद पर आसीन रहे।[2]

सम्मान और पुरस्कार

  • 2010 में पवन कुमार चामलिंग को पंग ल्हाब्सल समिति द्वारा थिकोंग अम्बेसडर ऑफ पीस का सम्मान प्रदान किया गया।
  • सिक्किम साहित्य परिषद द्वारा वर्ष 2010 में पवन कुमार को भानु पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • 2009 में यूनिवर्सल पीस फेडरेशन द्वारा चामलिंग को लीडरशिप एंड गुड गवर्नेंस अवार्ड प्रदान किया गया।
  • 2003 में सिक्किम मणिपाल विश्वविद्यालय द्वारा इन्हें डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया।
  • कोलकाता की पोएट फाउंडेशन ने चामलिंग को वर्ष 2002 में पुरस्कार से नवाजा।
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ इकोनॉमिक स्टडीज द्वारा पवन कुमार चामलिंग को वर्ष 1999 में मानव सेवा पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • 1996 में पवन कुमार चामलिंग को भारत के उपराष्ट्रपति ने भारत शिरोमणि की उपाधि से सम्मानित किया।
  • 1987 में चामलिंग को सिक्किम साहित्य परिषद द्वारा चिंतन पुरस्कार प्रदान किया गया।[1]

उपलब्धियां और योगदान

  • पवन कुमार चामलिंग ने सिक्किम राज्य के भीतर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने और महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए कई प्रभावकारी प्रयास किए हैं।
  • राज्य स्तर पर उन्होंने नौकरियों और शिक्षा संस्थानों में महिलाओं के 50% आरक्षण की व्यवस्था लागू की है।
  • इसके अलावा विकलांगों को भी 3 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है।
  • शिक्षा के प्रति नागरिकों में रुझान उत्पन्न करने के लिए पवन कुमार चामलिंग ने कॉलेज स्तर तक मुफ़्त शिक्षा और पांचवी कक्षा तक के विद्यार्थियों को मुफ़्त किताबें और स्कूल यूनिफॉर्म भी प्रदान की जाती हैं।

साहित्यिक रचनाएँ

  • बीर को परिचय – पहली प्रकाशित कविता (1967)
  • प्ररमविक कविता हारू – 1970 से 1978 तक की कविताओं का संकलन
  • अंतहीन सपना: मेरो बिपना – 1979 से 1985 तक का काव्य संकलन
  • मो को हुन – 1986-1992 तक का काव्य संकलन
  • पेरेनियल ड्रीम्स एंड माइ रियलटी
  • क्रुसिफाइड प्रश्न और अन्य कविताएं
  • प्रतिबाद
  • सिक्किम रा प्रजातंत्र
  • सिक्किम रा नरिको मर्यादा

इसके अलावा पवन कुमार चामलिंग निर्माण जो कि एक साहित्यिक पत्रिका है, उसके संपादन और प्रकाशन का काम भी देखते हैं। जल्द ही निर्माण पब्लिकेशन ने निर्माण के प्रकाशन का काम अपने हाथ में ले लिया। पिछ्ले उन्नीस वर्षों से यह प्रकाशन संस्थान नए लेखकों के अलावा कई प्रसिद्ध और लोकप्रिय लेखकों की 100 से अधिक किताबों का प्रकाशन कर चुकी है।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 1.2 1.3 सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग (हिंदी) जागरण जंक्शन। अभिगमन तिथि: 22 मई, 2014।
  2. गातार पांचवी बार सिक्किम के मुख्यमंत्री बन पवन चामलिंग ने रचा इतिहास (हिंदी) पर्दा फाश। अभिगमन तिथि: 22 मई, 2014।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

भारतीय राज्यों में पदस्थ मुख्यमंत्री
क्रमांक राज्य मुख्यमंत्री तस्वीर पार्टी पदभार ग्रहण
1. अरुणाचल प्रदेश पेमा खांडू 80px|center भाजपा 17 जुलाई, 2016
2. असम हिमंता बिस्वा सरमा 80px|center भाजपा 10 मई, 2021
3. आंध्र प्रदेश वाई एस जगनमोहन रेड्डी 80px|center वाईएसआर कांग्रेस पार्टी 30 मई, 2019
4. उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ 80px|center भाजपा 19 मार्च, 2017
5. उत्तराखण्ड पुष्कर सिंह धामी 80px|center भाजपा 4 जुलाई, 2021
6. ओडिशा नवीन पटनायक 80px|center बीजू जनता दल 5 मार्च, 2000
7. कर्नाटक सिद्धारमैया 80px|center भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 20 मई, 2023
8. केरल पिनाराई विजयन 80px|center मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी 25 मई, 2016
9. गुजरात भूपेन्द्र पटेल 80px|center भाजपा 12 सितम्बर, 2021
10. गोवा प्रमोद सावंत 80px|center भाजपा 19 मार्च, 2019
11. छत्तीसगढ़ विष्णु देव साय 80px|center भारतीय जनता पार्टी 13 दिसम्बर, 2023
12. जम्मू-कश्मीर रिक्त (राज्यपाल शासन) लागू नहीं 20 जून, 2018
13. झारखण्ड हेमन्त सोरेन 80px|center झारखंड मुक्ति मोर्चा 29 दिसम्बर, 2019
14. तमिल नाडु एम. के. स्टालिन 80px|center द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम 7 मई, 2021
15. त्रिपुरा माणिक साहा 80px|center भाजपा 15 मई, 2022
16. तेलंगाना अनुमुला रेवंत रेड्डी 80px|center भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस 7 दिसंबर, 2023
17. दिल्ली अरविन्द केजरीवाल 80px|center आप 14 फ़रवरी, 2015
18. नागालैण्ड नेफियू रियो 80px|center एनडीपीपी 8 मार्च, 2018
19. पंजाब भगवंत मान 80px|center आम आदमी पार्टी 16 मार्च, 2022
20. पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी 80px|center तृणमूल कांग्रेस 20 मई, 2011
21. पुदुचेरी एन. रंगास्वामी 80px|center कांग्रेस 7 मई, 2021
22. बिहार नितीश कुमार 80px|center जदयू 27 जुलाई, 2017
23. मणिपुर एन. बीरेन सिंह 80px|center भाजपा 15 मार्च, 2017
24. मध्य प्रदेश मोहन यादव 80px|center भाजपा 13 दिसंबर, 2023
25. महाराष्ट्र एकनाथ शिंदे 80px|center शिव सेना 30 जून, 2022
26. मिज़ोरम लालदुहोमा 80px|center जोरम पीपल्स मूवमेंट 8 दिसम्बर, 2023
27. मेघालय कॉनराड संगमा 80px|center एनपीपी 6 मार्च, 2018
28. राजस्थान भजन लाल शर्मा 80px|center भारतीय जनता पार्टी 15 दिसम्बर, 2023
29. सिक्किम प्रेम सिंह तमांग 80px|center सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा 27 मई, 2019
30. हरियाणा नायब सिंह सैनी 80px|center भाजपा 12 मार्च, 2024
31. हिमाचल प्रदेश सुखविंदर सिंह सुक्खू 80px|center भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 11 दिसम्बर, 2022