हरिश्चंद्र पर्वत शृंखला: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
('{{पुनरीक्षण}} *हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला पश्चिम-मध्य ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
m (Text replacement - "शृंखला" to "श्रृंखला")
 
(5 intermediate revisions by 4 users not shown)
Line 1: Line 1:
{{पुनरीक्षण}}
*हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला पश्चिम-मध्य [[भारत]] के पश्चिमी घाट में पूर्व की ओर विस्तृत पहाड़ियाँ है।  
*हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला पश्चिम-मध्य [[भारत]] के पश्चिमी घाट में पूर्व की ओर विस्तृत पहाड़ियाँ है।  
*हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला पश्चिमोत्तर दक्कन के पठार में [[गोदावरी नदी|गोदावरी]] और [[भीमा नदी|भीमा नदियों]] के बीच स्थित है।  
*हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला पश्चिमोत्तर [[दक्कन का पठार|दक्कन के पठार]] में [[गोदावरी नदी|गोदावरी]] और [[भीमा नदी|भीमा नदियों]] के बीच स्थित है।  
*लगभग 600 मीटर की औसत ऊंचाई वाली इसकी चोटियाँ दक्षिण-पूर्व की ओर घटती जाती हैं और [[महाराष्ट्र]] राज्य का हिस्सा बन जाती हैं।
*लगभग 600 मीटर की औसत ऊँचाई वाली इसकी चोटियाँ दक्षिण-पूर्व की ओर घटती जाती हैं और [[महाराष्ट्र]] [[राज्य]] का हिस्सा बन जाती है।
*बेसॉल्टयुक्त लावा से बनी हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला की चोटियाँ समतल हैं और पहाड़ियों की ढलान लावा के बहने की दिशा में अपक्षयित होकर सीढ़ीदार हो गई हैं।  
*बेसॉल्टयुक्त लावा से बनी हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला की चोटियाँ समतल हैं और पहाड़ियों की ढलान लावा के बहने की दिशा में अपक्षयित होकर सीढ़ीदार हो गई हैं।  
*हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला पश्चिमी घाट में मिलने तक ऊंची होती गई हैं। इसकी सबसे ऊंची चोटी हरिश्चंद्रगढ़ के नाम पर ही इस पर्वत श्रृंखला का नामकरण हुआ है।  
*हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला पश्चिमी घाट में मिलने तक ऊँची होती गई हैं। इसकी सबसे ऊंची चोटी हरिश्चंद्रगढ़ के नाम पर ही इस पर्वत श्रृंखला का नामकरण हुआ है।  
*इन पहाड़ों की ढलान पर सागौन<ref>[[अंगूर]] की बेलों से लदे हुए</ref> सहित इमारती लकड़ी के वन पाए जाते हैं। साथ ही झाड़-झंखाड़ों में बेंत, [[बांस]], ऊंची बेलें और फ़र्न शामिल हैं। [[अहमदनगर]] इस क्षेत्र का प्रमुख नगर है।
*इन पहाड़ों की ढलान पर सागौन<ref>[[अंगूर]] की बेलों से लदे हुए</ref> सहित इमारती लकड़ी के वन पाए जाते हैं। साथ ही झाड़-झंखाड़ों में बेंत, [[बांस]], ऊँची बेलें और फ़र्न शामिल हैं।  
*[[अहमदनगर]] इस क्षेत्र का प्रमुख नगर है।


{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
Line 16: Line 16:
[[Category:पर्वत]]
[[Category:पर्वत]]
[[Category:भूगोल कोश]]
[[Category:भूगोल कोश]]
[[Category:नया पन्ना अक्टूबर-2011]]
 


__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 10:51, 9 February 2021

  • हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला पश्चिम-मध्य भारत के पश्चिमी घाट में पूर्व की ओर विस्तृत पहाड़ियाँ है।
  • हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला पश्चिमोत्तर दक्कन के पठार में गोदावरी और भीमा नदियों के बीच स्थित है।
  • लगभग 600 मीटर की औसत ऊँचाई वाली इसकी चोटियाँ दक्षिण-पूर्व की ओर घटती जाती हैं और महाराष्ट्र राज्य का हिस्सा बन जाती है।
  • बेसॉल्टयुक्त लावा से बनी हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला की चोटियाँ समतल हैं और पहाड़ियों की ढलान लावा के बहने की दिशा में अपक्षयित होकर सीढ़ीदार हो गई हैं।
  • हरिश्चंद्र पर्वत श्रृंखला पश्चिमी घाट में मिलने तक ऊँची होती गई हैं। इसकी सबसे ऊंची चोटी हरिश्चंद्रगढ़ के नाम पर ही इस पर्वत श्रृंखला का नामकरण हुआ है।
  • इन पहाड़ों की ढलान पर सागौन[1] सहित इमारती लकड़ी के वन पाए जाते हैं। साथ ही झाड़-झंखाड़ों में बेंत, बांस, ऊँची बेलें और फ़र्न शामिल हैं।
  • अहमदनगर इस क्षेत्र का प्रमुख नगर है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अंगूर की बेलों से लदे हुए

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख