पोरबंदर: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
m (Adding category Category:गुजरात के नगर (को हटा दिया गया हैं।)) |
||
Line 80: | Line 80: | ||
[[Category:गुजरात_के_पर्यटन_स्थल]] | [[Category:गुजरात_के_पर्यटन_स्थल]] | ||
[[Category:पोरबंदर]] | [[Category:पोरबंदर]] | ||
[[Category:गुजरात के नगर]] | |||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
Revision as of 06:39, 28 January 2011
पोरबंदर
| |
विवरण | पोरबंदर गुजरात राज्य के दक्षिण छोर पर अरब सागर से घिरा हुआ है। पोरबंदर का निर्माण जूनागढ़ से हुआ था। |
राज्य | गुजरात |
ज़िला | पोरबंदर ज़िला |
भौगोलिक स्थिति | उत्तर- 21° 37′48- पूर्व- 69° 36′0' |
कब जाएँ | अक्टूबर से मार्च के बीच |
हवाई अड्डा | पोरबंदर हवाई अड्डा |
रेलवे स्टेशन | पोरबंदर रेलवे स्टेशन |
यातायात | साइकिल-रिक्शा, ऑटो-रिक्शा, टैक्सी |
क्या देखें | पोरबंदर पर्यटन |
कहाँ ठहरें | होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह |
एस.टी.डी. कोड | 286 |
चित्र:Map-icon.gif | गूगल मानचित्र, पोरबंदर हवाई अड्डा |
भाषा | गुजराती, हिंदी, अंग्रेज़ी |
अन्य जानकारी | पोरबंदर महात्मा गाँधीजी का जन्म स्थान है इसलिए स्वाभाविक रूप से पोरबंदर में उनके जीवन से जुड़े कई स्थान हैं जो आज दर्शनीय स्थलों में बदल चुके हैं। |
पोरबंदर | पोरबंदर पर्यटन | पोरबंदर ज़िला |
पोरबंदर गुजरात राज्य के दक्षिण छोर पर अरब सागर से घिरा हुआ है। पोरबंदर का निर्माण जूनागढ़ से हुआ था। पोरबंदर महात्मा गाँधीजी का जन्म स्थान है इसलिए स्वाभाविक रूप से पोरबंदर में उनके जीवन से जुड़े कई स्थान हैं जो आज दर्शनीय स्थलों में बदल चुके हैं। 10वीं शताब्दी में पोरबंदर को पौरावेलाकुल कहा जाता था और बाद में इसे सुदामापुरी भी कहा गया।
स्थिति
पोरबंदर गुजरात राज्य का एक ऐतिहासिक ज़िला है। पोरबंदर उत्तर में जामनगर से, पूर्व में जूनागढ़ से, पश्चिम में राजकोट से और दक्षिण में अरब सागर से घिरा है।
इतिहास
- महात्मा गाँधी के जन्म स्थल के रूप में प्रसिद्ध इस स्थान पर 16वीं शताब्दी के आसपास जेठवा राजपूतों का नियंत्रण था। ज़िला बनने से पहले पोरबंदर भूतपूर्व पोरबंदर रियासत (1785-1948) की राजधानी था।
- पोरबंदर में गाँधीजी का तिमंजिला पैतृक निवास है जहाँ ठीक उस स्थान पर एक स्वस्तिक चिन्ह बनाया गया है जहाँ गाँधीजी की माँ पुतलीबाई ने उन्हें जन्म दिया था। लकड़ी की संकरी सीढ़ी अभ्यागतों की ऊपरी मंजिल तक ले जाती है, जहाँ गाँधीजी का अध्ययन कक्ष है।
- गाँधीजी के जन्म की स्मृति को अमर बनाने के लिए 79 फीट ऊँची एक इमारत का निर्माण उस गली में किया गया जहाँ 2 अक्टूबर 1869 को बापू का जन्म हुआ था। कीर्तिमंदिर के पीछे नवी खादी है जहाँ गाँधीजी की पत्नी कस्तूरबा गाँधी का जन्म हुआ था।
यातायात और परिवहन
वायु मार्ग
पोरबंदर में पोरबंदर हवाई अड्डा है। भारत के प्रमुख शहरों मुंबई, दिल्ली, आदि के लिए नियमित रूप से पोरबंदर से हवाई जहाज़ उपलब्ध हैं।
रेल मार्ग
पोरबंदर रेलवे स्टेशन पोरबंदर-अहमदाबाद रेलवे लाइन पर स्थित है। भारत के लगभग सभी शहरों से पोरबंदर के लिए रेल सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग
राज्य परिवहन की बसें पोरबंदर को ज़िले व राज्य के अन्य हिस्सों से जोड़ती हैं। भारत के लगभग सभी शहरों से पोरबंदर के लिए बस सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
उद्योग और व्यापार
पोरबंदर शहर भवन निर्माण में काम आने वाले पत्थरों के लिए विख्यात है और पोरबंदर में कई प्रकार के उत्पादन का काम भी होता है।
जनसंख्या
2001 की गणना के अनुसार पोरबंदर की कुल जनसंख्या 5,36, 854 है।
पर्यटन
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
पोरबंदर का गुजरात के पर्यटन स्थलों में महत्त्वपूर्ण स्थान है। पोरबंदर में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं। पोरबंदर में महात्मा गाँधी का जन्म स्थान है इसलिए स्वाभाविक रूप से यहाँ उनके जीवन से जुड़े कई स्थान हैं जो आज दर्शनीय स्थलों में बदल चुके हैं। पोरबंदर मे गुजरात का सबसे अच्छा समुद्र तट है।
|
|
|
|
|
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख