तृप्ति मुर्गंडे: Difference between revisions
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'''तृप्ति मुर्गंडे''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Trupti Murgunde'', जन्म- [[3 जून]], [[1982]], [[पुणे]], [[महाराष्ट्र]]) भारतीय [[बैडमिंटन]] खिलाड़ी हैं जो एकल और युगल खेलती हैं। तीन बार की उपविजेता रहने के बाद उन्होंने [[2009]] की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीती थी। वह सीनियर नेशनल डबल्स रनर अप और जूनियर नेशनल डबल्स चैंपियन भी थीं। तृप्ति पांच बार दक्षिण एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता भी हैं, जिसमें [[2004]] और [[2006]] में एकल में दो बार शामिल हैं। वह अपने भ्रामक स्ट्रोक के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने एकल में छ: अंतरराष्ट्रीय खिताब जीते हैं।<br /> | '''तृप्ति मुर्गंडे''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Trupti Murgunde'', जन्म- [[3 जून]], [[1982]], [[पुणे]], [[महाराष्ट्र]]) भारतीय [[बैडमिंटन]] खिलाड़ी हैं जो एकल और युगल खेलती हैं। तीन बार की उपविजेता रहने के बाद उन्होंने [[2009]] की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीती थी। वह सीनियर नेशनल डबल्स रनर अप और जूनियर नेशनल डबल्स चैंपियन भी थीं। तृप्ति पांच बार दक्षिण एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता भी हैं, जिसमें [[2004]] और [[2006]] में एकल में दो बार शामिल हैं। वह अपने भ्रामक स्ट्रोक के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने एकल में छ: अंतरराष्ट्रीय खिताब जीते हैं।<br /> | ||
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thumb|250px|तृप्ति मुर्गंडे
तृप्ति मुर्गंडे (अंग्रेज़ी: Trupti Murgunde, जन्म- 3 जून, 1982, पुणे, महाराष्ट्र) भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जो एकल और युगल खेलती हैं। तीन बार की उपविजेता रहने के बाद उन्होंने 2009 की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीती थी। वह सीनियर नेशनल डबल्स रनर अप और जूनियर नेशनल डबल्स चैंपियन भी थीं। तृप्ति पांच बार दक्षिण एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता भी हैं, जिसमें 2004 और 2006 में एकल में दो बार शामिल हैं। वह अपने भ्रामक स्ट्रोक के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने एकल में छ: अंतरराष्ट्रीय खिताब जीते हैं।
- वर्ष 2006 में मेलबर्न में तृप्ति मुर्गंडे ने टीम इवेंट में कांस्य पदक जीता था। वह साइना नेहवाल के साथ मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में महिला युगल स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंची थीं, लेकिन कांस्य पदक प्लेऑफ़ में हार गईं।
- वर्ष 2014 में अपनी सेवानिवृत्ति के बाद तृप्ति मुर्गंडे 2017 से अब तक भारतीय राष्ट्रीय बैडमिंटन टीम के लिए भारतीय बैडमिंटन संघ की चयनकर्ता होने के साथ-साथ 2017 से भारतीय बैडमिंटन टीम के लिए एक कोच भी हैं।
- उन्होंने एशियाई जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप 1999 में 17 साल की उम्र में पहली बार भारत का प्रतिनिधित्व किया था और फिर 2014 तक भारत के रंग में रंगना जारी रखा।
- तृप्ति मुर्गंडे को खेल और खेलों में लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए 'ध्यानचंद पुरस्कार' के लिए चुना गया। यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा 29 अगस्त, 2020 को प्रदान किया गया।
- भारतीय खेल प्राधिकरण के शासी निकाय की तृप्ति मुर्गंडे सदस्य हैं। वह इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में कार्यरत हैं।
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