सापूतारा: Difference between revisions
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*माना जाता है कि भगवान [[श्रीराम]] ने अपने वनवास के 11 [[वर्ष]] सापूतारा के जंगलों में व्यतीत किए थे। | *माना जाता है कि भगवान [[श्रीराम]] ने अपने वनवास के 11 [[वर्ष]] सापूतारा के जंगलों में व्यतीत किए थे। | ||
*सापूतारा में एक खूबसूरत झरना भी है। सूर्योदय व सूर्यास्त के अनुपम | *सापूतारा में एक खूबसूरत झरना भी है। सूर्योदय व सूर्यास्त के अनुपम नज़ारे यहां से देखे जा सकते हैं। | ||
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*इस क्षेत्र में कुछ सुंदर बगीचों और संग्रहालय को भी देखा जा सकता है। | *इस क्षेत्र में कुछ सुंदर बगीचों और संग्रहालय को भी देखा जा सकता है। |
Revision as of 14:39, 31 July 2014
सापूतारा गुजरात के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह डांग के जंगली इलाके में महाराष्ट्र और गुजरात की सीमा पर स्थित है। यह चारों तरफ से जंगलों से घिरा हुआ है। झरनें, तालाब तथा पहाडियां सापूतारा को आकर्षक रूप प्रदान करते हैं। यह विभिन्न जनजातियों का निवास स्थल भी है। समुद्र तल से 50 फीट की ऊंचाई पर बसा सापूतारा स्वर्ग का नज़ारा पेश करता है। यहां की प्राकृतिक सुन्दरता, सूर्योदय और सूर्यास्त तथा सुन्दरता से सराबोर गार्डन एवं संग्रहालय पर्यटको के लिए कुछ खास आकर्षण के केन्द्र हैं।[1]
संक्षिप्त विवरण
- सापूतारा गुजरात के डांग ज़िले का एक प्रसिद्ध हिल रिजॉर्ट है। कुदरत के अदभुत नजारों से समृद्ध सापूतारा पर्यटकों का पसंदीदा स्थान रहा है।
- यहां की जलवायु पूरे साल ठंडी एवं स्फूर्तिदायक रहती है। आसपास बहते छोटे-छोटे जलप्रपात इस हिल रिजॉर्ट को आकर्षक रूप प्रदान करते हैं।
- समुद्र तल से 1000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सापूतारा में पूरे साल ठंडा मौसम रहता है।
- सापूतारा का अर्थ 'सांपों के रहने का स्थान' होता है। यहां सर्पगंगा नदी के किनारे सांप की एक मूर्ति देखी जा सकती है। यहां के आदिवासी 'होली' के मौके इस मूर्ति की पूजा करते हैं।
- माना जाता है कि भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के 11 वर्ष सापूतारा के जंगलों में व्यतीत किए थे।
- सापूतारा में एक खूबसूरत झरना भी है। सूर्योदय व सूर्यास्त के अनुपम नज़ारे यहां से देखे जा सकते हैं।
- मानसून के महीनों में यहां की प्राकृतिक सुंदरता जीवंत हो उठती है। यहां की झील में बोटिंग का भी आनंद उठाया जा सकता है।
- इस क्षेत्र में कुछ सुंदर बगीचों और संग्रहालय को भी देखा जा सकता है।
- पुष्पक रोपवे सापूतारा का प्रमुख आकर्षण है। इस रोपवे को भारत का सबसे बड़ा रोपवे माना जाता है।
दर्शनीय स्थल
सापूतारा के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं-
- आदिजाति संग्रहालय
- वंसदा राष्ट्रीय उद्यान
- सूर्योदय प्वाइंट
- गोपीपुरा
कैसे पहुंचे
वायु मार्ग - यहां का निकटतम हवाई अड्डा मुंबई में है, जो यहां से 250 किलोमीटर दूर है।
रेल मार्ग - पश्चिमी रेलवे का बिलीमोर वधई नेरोगेज सेक्सन यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। गुजरात में सूरत, अहमदाबाद और मुम्बई से आने वाले लोगों के लिए यह सबसे अनुकूल रेलवे स्टेशन है, क्योंकि यहां से सीधी बस सेवा उपलब्ध रहती है।
सड़क मार्ग - राज्य परिवहन की बसें और निजी लक्जरी कोच गुजरात और महाराष्ट्र के विभिन्न केन्द्रों को जोड़ती है। यह अहमदाबाद से 409 किलोमीटर और वधई से 51 किलोमीटर की दूरी पर स्थिति है। राष्ट्रीय राजमार्ग 8 (अहमदाबाद की ओर) चिकली, वधई सापुतारा नासिक वानी पर अलग होता है।
नोट- यदि पर्यटक अपनी निजी कार से जाना चाहते हैं तो वधई (सापुतारा से 51 किलोमीटर ), नासिक ( सापूतारा से 40 ) पर ही पैट्रोल डलवा लेना चाहिए, क्योंकि सापूतारा मे कोई पेट्रौल पम्प नहीं है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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